उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ ने आनलाइन डिजिटल उपस्थिति का किया बहिष्कार

उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ ने आनलाइन डिजिटल उपस्थिति का किया बहिष्कार

हरदोई:- उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश की 06 जुलाई 2024 को दारुल शफा लखनऊ में हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में आन लाइन डिजिटल उपस्थिति सम्बन्धी काले आदेश का पूर्ण बहिष्कार करने का निर्णय लिया था। संगठन ने यह भी निर्णय लिया था कि 08 जुलाई से 14 जुलाई तक काली पट्टी बांध कर शिक्षण कार्य करेंगे। 15 जुलाई को भारी संख्या के साथ सभी जिलों में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन देंगे। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के आह्वान पर पूरे प्रदेश में बेसिक शिक्षक काली पट्टी बांधकर आन लाइन डिजिटल उपस्थिति पूर्ण बहिष्कार कर रहे हैं। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त किसी शैक्षिक संघ ने अब तक बहिष्कार का निर्णय नहीं लिया।  परन्तु प्रदेश का बेसिक शिक्षक जानता है कि यह आदेश नियमों के विपरीत है।इस कारण सभी शिक्षक अगुआई कर रहे उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ साथ एक जुट हैं।


उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश ने यह आवश्यकता महसूस की कि प्रदेश के सभी मान्यता प्राप्त एवं गैर मान्यता प्राप्त शैक्षिक संघो को एक मंच पर लाकर एक संघर्ष मोर्चा बनाया जाए। जिसमें प्रमुख भूमिका निभाई विशिष्ट बी0टी0सी0 संघ के प्रदेश अध्यक्ष संतोष तिवारी ने कल 9 जुलाई को लखनऊ में सभी शैक्षिक संगठनों के अध्यक्षों, पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया। उक्त बैठक में उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष योगेश त्यागी, अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधू, प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुशील पाण्डेय, विशिष्ट बी0टी0सी0 शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष संतोष तिवारी, महिला शिक्षक संघ की प्रदेश अध्यक्ष सुलोचना मौर्या, टी0एस0सी0टी0 के प्रदेश अध्यक्ष विवेकानन्द आर्य, शिक्षा मित्र संघ के शिवकुमार शुक्ला, यूटा के प्रतिनिधि, तीनों ग्रुप अनुदेशक संघ से धर्मेंद्र शर्मा,  अंतर जनपदीय संघ, आश्रित कल्याण संघ प्रभात पांडेय, सहित चौदह शैक्षिक संगठनों ने प्रतिभाग किया और सर्व सम्मति से शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक, कर्मचारी सँयुक्त संघर्ष मोर्चा के नाम से गठन किया गया। अब सभी मांगों को इस मोर्चे के माध्यम से ही सरकार और विभाग के सामने रखा जाएगा। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि काली पट्टी बांध कर शिक्षण कार्य का जो निर्णय है यह अनवरत जारी रहेगा। साथ ही 15 जुलाई 2024 को सभी जिला मुख्यालयों पर भारी संख्या के साथ एकत्र होकर स्कूल टाइम के उपरांत 03 बजे रोड मार्च के माध्यम से जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा। उसके बावजूद भी यदि कोई निर्णय नहीं लिया जाता है तो मोर्चे के माध्यम से 29 जुलाई 2024 को महानिदेशक महोदय के कार्यालय निशातगंज लखनऊ में उनका घेराव किया जाएगा और तब तक जारी रहेगा जब तक सभी मांगों का निस्तारण नहीं हो जाता, अनिश्चितकालीन चलता रहेगा। संघर्ष मोर्चे सभी संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष संयोजक और प्रदेश महामंत्री सहसंयोजक होंगे। इसी प्रकार जनपदों में भी गठन किया जाएगा।

                                 

रिपोर्ट- पी०डी० गुप्ता

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