बच्चों को बताया गया जीवन में माता-पिता से बढ़कर कोई भी नही
इस मौके पर स्कूल के डायरेक्टर श्री संदेश जैन जी के द्वारा सभी बच्चो को उपहार देते हुए अपने संबोधन में बच्चों को बताया कि किस तरीके से बच्चो को अपनी माता का कहना मानते हुए उनसे एक दोस्त की तरह व्यवहार करना चाहिए उन्होंने कहा कि जब कभी गलती करने पर बच्चो की मां अगर नाराज होती है तो उस पर भी उन बच्चों का ही भला सोचती है उस समय के लिए जरूर बच्चों को खराब लगता है लेकिन आप लोगों ने देखा होगा कि वही मां आप लोगों को थोड़ी देर बाद किस तरह से गले लगा लेती है।
स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती नम्रता कुंदनानी जी ने विशेष रूप से बच्चों को बताया कि उनके जीवन में उनके माता-पिता का कहना मानना, उनके मार्गदर्शन पर चलना उनके जीवन में बहुत जरूरी है , आप को पढ़ाई के साथ-साथ फिजिकल एक्सरसाइज करना भी बहुत जरूरी है।
समय बदल रहा है पढ़ाई के साथ-साथ योग करना भी जरूरी
कार्यक्रम का मार्गदर्शन स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती नम्रता कुंदनानी और बाकी सभी टीचर्स के द्वारा किया गया। इस मौके पर बच्चों के लिए 2 दिन का अरहम ध्यान योग का शिविर भी लगाया गया जिसमें सूर्य आसन, सूर्य नमस्कार एवं उनको अपने धर्म के प्रति ईश्वर के प्रति समर्पित भाव रखना बहुत जरूरी है बताया गया।