इस पर ग्रामीणों ने आपत्ति जताते हुए विरोध प्रदर्शन कर पुल के फाउंडेशन को नीचे करने की मांग की है।
आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि पुल का फाउंडेशन ऊपर होने
से जल का ठहराव होगा,जिससे आसपास के ग्रामों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। मालूम हो कि इस समय मैज़ापुर मोड़ से चीनी मिल को जाने वाली सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके चलते मैज़ापुर डीहा गांव में लोगों के घरों को गिराकर अतिक्रमण को भी हटाया गया, लेकिन पुल के फाउंडेशन को ज्यों का त्यों ही रखा गया है। ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर आक्रोश जताते हुए कहा कि यदि पुल के फाउंडेशन को नीचा नहीं किया गया तो जलनिकासी बन्द हो जाएगी और दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ जायेंगे। ग्रामीणों ने अवगत कराते हुए कहा कि पिछले चार सालों से बाढ़ का दंश वह लोग झेल रहे हैं। जब पुरानी सड़क का निर्माण हो रहा था तभी फाउंडेशन को ऊंचा कर दिया गया था,जिससे जल निकासी में समस्या आने लगी और दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। बता दें कि इस समय सड़क का चौड़ीकरण कार्य चल रहा है जिससे पुल के पुराने फाउंडेशन के आधार पर ही नए पुल को भी बनाया जा रहा है।
इस पर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई है। इस संबंध में अभियंता उपेंद्र सिंह का कहना है कि हम लोग सड़क चौड़ीकरण का कार्य कर रहे हैं और कोई नया निर्माण कार्य नहीं कर रहे हैं। यदि ग्रामीणों को समस्या हुई है तो मौके की जांच कर ग्रामीणों को समझाकर नियमानुसार कार्य किये जायेंगे। प्रदर्शन के दौरान अरुण ओझा, काली प्रसाद ओझा, शिवकुमार तिवारी, अमन तिवारी, बब्लू तिवारी, दिनेश शर्मा आदि अनेकों ग्रामीण मौजूद रहे।