यूपी डायल 112 प्रभारी की प्रताड़ना से तंग होमगार्ड ने फंदे से लटककर दे दी जान

 

सुसाइड नोट में लिखी पीड़ा, परिजनों में मचा कोहराम।

गोण्डा। जनपद के डायल 112 के प्रभारी की प्रताड़ना से परेशान होकर एक कैंसर पीडित होमगार्ड चालक द्वारा फांसी के फंदे से लटककर अपनी जान दे देने का हैरतअंगेज व शर्मनाक मामला प्रकाश में आया है। होमगार्ड चालक का शव उसके कमरे में लटकता मिला तो परिजनों में कोहराम मच गया। बता दें कि मौत को गले लगाने से पहले होमगार्ड चालक ने जिलाधिकारी को संबोधित सुसाइड नोट लिखा है,इस सुसाइड नोट में मृतक होमगार्ड ने अफसरों पर नियमों को ताक पर रखकर ड्यूटी लगाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं मृतक होमगार्ड के सुसाइड नोट में लगाए गए आरोपों से पुलिस महकमे में खलबली मची है। 

मिली जानकारी के मुताबिक जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र के लल्लन पुरवा गांव के रहने वाले अखिलेश तिवारी डायल 112 टीम के साथ होमगार्ड चालक के पद पर कार्यरत थे। अखिलेश कैंसर पीड़ित बतायें जाते हैं और वर्तमान में उनकी ड्यूटी रिजर्व पुलिस लाइन में लगी थी।‌ बुधवार को अखिलेश अपना ड्यूटी पूरी कर घर वापस लौटे थे। देर शाम उन्होने अपने कमरे में फंदे से लटककर जान दे दी। परिवार के लोग उन्हे बुलाने गए तो उनका शव फंदे से लटक रहा था। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गयी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक होमगार्ड के शव को नीचे उतारा और विधिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक होमगार्ड अखिलेश के शव के पास से ही एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें अखिलेश ने डायल 112 के प्रभारी को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। जिलाधिकारी के नाम लिखे सुसाइड नोट में अखिलेश तिवारी ने लिखा है कि उन्हे कैंसर हुआ तो विभाग से कोई मदद नहीं मिली। उपचार के बाद किसी तरह वह ड्यूटी पर वापस लौटे तो उनकी ड्यूटी धानेपुर थाने पर दो पहिया वाहन पर लगा दी गयी। एक महीने तक ड्यूटी करने के बाद तत्कालीन एसपी आकाश तोमर ने अखिलेश की बीमारी को देखते हुए उनकी ड्यूटी रिजर्व में लगाने का निर्देश दिया तो उन्हे रिजर्व ड्यूटी पर तैनात कर दिया गया। आरोप है कि रिजर्व ड्यूटी के दौरान डायल 112 प्रभारी उससे 8 घंटे के बजाय 12 घंटे की ड्यूटी ले रहे थे। रविवार को वह 18 घंटे की ड्यूटी करने के बाद घर लौटा था। मृतक अखिलेश ने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसने डायल 112 प्रभारी से मिलकर अपनी परेशानी बताई और अपनी बीमारी का हवाला देकर 8 घंटे की ड्यूटी लगाने की फरियाद की लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। पत्र में अखिलेश ने यह भी लिखा है कि वह नवागत एसपी से मिलना चाहता था लेकिन उसे मिलने नहीं दिया गया। नियमों को ताक पर रखकर उसकी ड्यूटी लगाई जाती रही। मृतक होमगार्ड के सुसाइड नोट में लगाए गए आरोपों से पुलिस महकमें में खलबली मची है। पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटना की जांच पड़ताल में जुटी है। 

इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज का कहना है कि होमगार्ड के आत्महत्या किए जाने की जानकारी मिली है। वह कैंसर से पीड़ित था। मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। सुसाइड नोट में लगाए गए आरोपों सहित अन्य‌ सभी बिंदुओं पर जांच पड़ताल की जा रही है।

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