लखनऊ:- आज दिनांक 5 मई 2023 को सम्राट अशोक बुद्ध विहार ग्राम व पोस्ट मवई पड़ियाना, सरोजनी नगर, लखनऊ, में त्रिविध पावनी बुद्ध पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन बुद्धिस्ट कल्चर डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा किया गया जिसमें भिक्षुओं द्वारा पंचशील, त्रिसरण, वंदना का कार्यक्रम किया गया बौद्ध भिक्षुओं द्वारा बुध्द के बताये प्राकृतिक धम्म के बारे मे बताया गया। तथा उन्होंने बताया की बुद्ध पूर्णिमा क्या है और क्यों मनाते हैं?
बुद्ध पूर्णिमा को त्रिविधपावनी बुद्ध पूर्णिमा कहते हैं क्योंकि पूर्णिमा को ही भगवान बुद्ध की सिद्धार्थ गौतम के रूप में लुमबिनी में जन्म हुआ था और पूर्णिमा को बोध गया में बुद्धत्व का ज्ञान मिला था जिससे बुद्ध बने थे और पूर्णिमा के दिन ही सारनाथ में प्रथम धम्म उपदेश देकर बुद्ध धम्म की शुरुआत किया था। और पूर्णिमा के दिन ही तथागत गौतमबुद्ध का कुशीनगर में महापरिनिर्वाण हुआ था।
इस प्रकार से पूर्णिमा को ही भगवान बुद्ध का जन्म दिवस, ज्ञान दिवस, मृत्यु दिवस है। इसलिए ही इसे बुद्ध पूर्णिमा कहते हैं इसलिए ही तीनों कारण से ही बुद्ध पूर्णिमा बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है और पूरी दुनिया में बुद्ध पूर्णिमा को बौद्ध महोत्सव के रूप में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से भिक्षु शील रतन ,भिक्षु धम्म बोधि,भिक्षु शील सागर महाथेरा, श्रमनेर निर्मलरतन, सुधांशु, करण, सुमित, प्रांशु, आदित्य, लम्म्बू, प्रिया मौर्य, सोनाली मौर्य, बिटाना देवी, चन्दन, होशराम मौर्य, स्कूली बच्चे, एवं ग्रामीण आदि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर सोसाइटी द्वारा खीर का वितरण प्रसाद के रूप में किया गया क्योंकि बौद्ध धम्म में खीर का विशेष महत्व है।