कांफ्रेंस की शुरुआत शम्स तबरेज झारखंड की तिलावते कुरान व जैनुल आबेदीन कानपुरी की नात-ए- पाक से हुआ। मौलाना सय्यद अमीनुल कादरी ने कहा कि मनुष्य जैसी संगंत इख्तियार करेगा,उस पर वैसा ही असर पड़ेगा। आज मुस्लिम समाज मे विभिन्न कुरीतियां फैल रही है और झूठ फरेब और चुगुलखोरी को अपने जीवन मे अपना लिया है। लेकिन ये हमेशा ही इंसान को हलाक करने वाली होती है।
सच्चा मुसलमान अपने मां-बाप की सेवा के साथ ही कभी झूंठ नही बोल सकता। नबी-ए-करीम फरमाया करते थे इंसान को अपनी जिंदगी मे दो अमल अख्तियार करना होगा। एक जुबान को कंट्रोल मे रखना और दूसरों के साथ अच्छा अख्लाक-व्यवहार करना। हमेशा जुबान को कंट्रोल मे रखे बेवजह मत बोलें। इस मौके पर सैयद मोहम्मद मोइन मियां ने कहा कि मुस्लिम समाज में फैल रही कुरीतियों की मुख्य वजह मुस्लिम समाज शिक्षा में बेहद पिछड़ा हुआ है।
इसके लिए एकजुट होकर जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि समाज के लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक होना होगा तभी बदलाव की उम्मीद की जा सकती है। मौलाना सैय्यद मोहम्मद मोईन मियां ने कहा कि पैगंबर-ए-इस्लाम ने फरमाया है कि नमाज आंखों की ठंडक है।जिसे जिंदगी मे पाबंदी से अदा करो। उन्होंने अपील की कि लोग अपने वालिदेन की फरमाबरदारी करें झूंठ व गुनाहों से परहेज करें।
कार्यक्रम के दौरान कपिल अंबर कलकत्तवी ने शानदार नब्ज पढ़कर वाह-वाही बटोरी। आए हुए अतिथियों एवं आगुन्तकों का सेठ सफीक चौधरी ने शुक्रिया अदा किया। मौलाना सैय्यद मोहिनी मियां ने विश्व-शांति,राष्ट्र की एकता,अखंडता और उन्नति की दुआ मांगी ।