शासन सत्ता के दबाव में कार्य कर रहा प्रशासन,बना मूकदर्शक।
जिम्मेदार अधिकारियों व पुलिस विभाग की कार्यशैली गंभीर सवालिया घेरे में।
कर्नलगंज,गोंडा। देश के प्रधानमंत्री व यूपी के मुख्यमंत्री सहित भाजपा के अन्य नेताओं की कई होर्डिंग खुलेआम गोंडा-लखनऊ राजमार्ग के किनारे कर्नलगंज ब्लाक के पास अभी भी लगी हैं जो आदर्श चुनाव आचार संहिता का सरासर उल्लंघन कर रही है। वहीं स्थानीय प्रशासन मूकदर्शक बने रहकर शासन सत्ता के दबाव में कार्य करता नजर आ रहा है।
विदित हो कि नगर निकाय चुनाव के क्रम में आचार संहिता लगते ही जिला निर्वाचन अधिकारी डॉक्टर उज्जवल कुमार ने जिले में आदर्श चुनाव आचार संहिता का कड़ाई से अनुपालन कराने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया था। जिस पर चौक चौराहे सहित अन्य स्थानों पर लगे अधिकतर होर्डिंग,बैनर व पोस्टर आदि को हटवाया गया था। फिर भी ब्लाक कार्यालय कर्नलगंज के पास देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित भाजपा के अन्य नेताओं की कई होर्डिंग लगी हुई है जिसे अभी तक नहीं हटवाया गया है। जिसमें सरकारी योजनाओं और भारतीय जनता पार्टी की उपलब्धियों का राजनैतिक प्रचार किया जा रहा है जो आचार संहिता का खुला उल्लंघन है और चुनाव आयोग व जिलाधिकारी के आदेशों की धज्जियां उड़ रही हैं। वहीं स्थानीय प्रशासन मूकदर्शक बने रहकर शासन सत्ता के दबाव में कार्य करता नजर आ रहा है। यही नहीं विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक नामांकन के अंतिम दिन सत्ता पक्ष बीजेपी व अन्य कुछ प्रत्याशियों के नामांकन के दौरान सैकड़ों की संख्या में नारेबाजी करते हुए भारी भींड़ नामांकन स्थल तहसील परिसर में पहुंची जिन्हें रोकने व आचार संहिता का अनुपालन कराने के दायित्वों का निर्वहन ड्यूटी पर मौजूद अधिकारियों और पुलिस प्रशासन द्वारा नहीं किया गया और चुनाव आयोग तथा डीएम के आदेशों को दरकिनार कर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जबकि समाजवादी पार्टी,आम आदमी पार्टी सहित अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों के साथ केवल प्रत्याशी व अभिकर्ता को ही तहसील गेट के अंदर प्रवेश करने और नामांकन स्थल तक जाने की अनुमति प्रशासन द्वारा दी गई और पुलिस विभाग के जिम्मेदार लोग उनसे सख्ती के साथ पेश आते नजर आए। जो जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यशैली को गंभीर सवालिया घेरे में खड़ा कर रहा है। इस संबंध में उपजिलाधिकारी/निर्वाचन अधिकारी हीरालाल ने बताया कि उक्त होर्डिंग,बैनर/पोस्टर लगाने की अनुमति नही दी गई है। फिर भी यदि ऐसा है तो संबंधित जिम्मेदारों को आचार संहिता का निष्पक्ष रूप से अनुपालन कराने हेतु निर्देशित किया जा रहा है।