युवा प्रतिभा न सिर्फ देश की तरक्की बल्कि सही दिशा में करता विकास : रजनीकान्त तिवारी
राष्ट्रीय युवा सप्ताह में संचालित होती है कई गतिविधियां: विनय
स्वामी जी के विचारों का अनुसरण करें युवा : डॉ० सीमा
परसपुर, गोण्डा। नेहरू युवा केन्द्र गोण्डा के बैनर तले महाकवि तुलसीदास महाविद्यालय परसपुर में स्वामी विवेकानन्द जी के जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वामी जी के चित्र पर जिला युवा अधिकारी तरंग सारस्वत , महाविद्यालय की मुख्य नियंता सीमा तिवारी द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलन व पुष्प अर्पित कर किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न विकास खण्डों के युवाओं को संबोधित करते हुए हुए जिला युवा अधिकारी तरंग सारस्वत ने कहा स्वामी विवेकानन्द जी ने मात्र 39 वर्ष की आयु में पूरे विश्व भर में भारत का वर्चस्व स्थापित कर दिया था और उन्होंने अपना सारा जीवन भारत और भारत की संस्कृति को बढ़ाने में लगा दिया।
महाविद्यालय की मुख्य नियंता डॉ० सीमा तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सभी युवाओं को स्वामी जी के वक्तव्य उठो जागो और तब तक न रुको जब तक अपने लक्ष्य की प्राप्ति ना कर लो पर केंद्रित होकर अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होने की बात कही। इसी क्रम में नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा सलाहकार समिति के सदस्य व जिला प्रशिक्षक विनय श्रीवास्तव ने राष्ट्रीय युवा सप्ताह में होने वाले प्रतिदिन की गतिविधियों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए कहा कि केन्द्र द्वारा समय-समय पर युवाओं की प्रतिभा को निखारने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है,जिसमें सभी युवा बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करें तथा अपने कौशल को निखारें। जिला प्रशिक्षक रजनी कान्त तिवारी ने कहा कि भारत देश की अधिकतर आबादी युवाओं की है और किसी भी देश का भविष्य उसके युवाओं पर ही निर्भर करता है। नई प्रतिभा के आने से देश को ना सिर्फ तरक्की मिलती है बल्कि देश का विकास भी सही तरह से होता है । श्री तिवारी ने विवेकानंद जी के जीवन कृत्य पर प्रकाश डालते बताया कि विवेकानन्द जी ने आध्यात्मिक शिक्षा हासिल की थी और दुनियाभर में हिन्दुत्व के और अपने गुरू के विचारों को फैलाया था।
वर्ष 1893 में उनके द्वारा अमेरिका में आयोजित हुए विश्व संसद में दिए गए भाषण को आज भी लोगों ने याद रखा हुआ है। अपने भाषण में उन्होंने भारत,हिंदू धर्म और उनके गुरु श्री रामकृष्ण के विचारों को दुनिया के सामने रखा था। विवेकानन्द जी ने अपने जीवनकाल में दुनिया के कई देशों का दौरा किया था और दुनिया भर में योग और वेदान्त को प्रचलित किया था । महाविद्यालय में अध्ययनरत बीए तृतीय वर्ष की छात्रा महिमा ठाकुर ने स्वामी जी के जीवन वृतांत को सहजता से समझाते हुए उनके आदर्शों पर चलने के लिए आवाहन किया। कार्यक्रम को महाविद्यालय के डॉ० एसपी सिंह , डॉ० दयाशंकर मिश्रा ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में मुरलीधर मिश्रा , एमटीएस महंथू सिंह , राष्ट्रीय युवा स्वंयसेवक विपिन दूबे , जयदीप , अवनीश दूबे , आस्था तिवारी , तनु सैनी सहित विभिन्न ग्राम पंचायतों के युवा मण्डल सदस्य उपस्थित रहे ।