क्षेत्र के कई कोटे की दुकानों पर समय से नहीं पहुंचा खाद्यान्न

अभी तक अधिकतर ग्रामों में नहीं हुआ राशन वितरण,पात्र कार्डधारक वंचित

खाद्यान्न ना मिलने से मकर संक्रांति पर्व पर निर्धनों का त्योहार भी रहा फीका

गोण्डा। सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना के तहत गरीबों को निःशुल्क अनाज वितरित करने की योजना को कर्नलगंज तहसील क्षेत्र में जिम्मेदार पलीता लगा रहे हैं और इस तरफ कोई ध्यान देने वाला नहीं दिखाई पड़ रहा है। आपको बता दें कि इस योजना के तहत सरकार द्वारा माह जनवरी में कार्डधारकों को 15 जनवरी तक निःशुल्क खाद्यान्न वितरित करने की तिथि निर्धारित की गई थी तथा कुछ जगह कोटेदारों द्वारा कार्ड धारकों को अनाज वितरित भी किया जा रहा है। लेकिन तहसील कर्नलगंज क्षेत्र के कई कोटेदारों को विभाग द्वारा समय से खाद्यान्न नहीं पहुंचाया गया जिससे कार्डधारकों में खाद्यान्न का वितरण नहीं हो सका है। 

ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि जिन कोटेदारों को समय खाद्यान्न नहीं मिला है वह अपने कार्ड धारकों को कहां से और कैसे अनाज वितरित करें। सूत्रों की मानें तो तहसील मुख्यालय के आसपास गांवों के कई कोटेदारों को 15 जनवरी के पहले समय से खाद्यान्न नहीं मिला। यही नहीं खाद्यान्न ना मिलने से मकर संक्रांति पर्व पर निर्धनों का त्योहार भी फीका रहा। कारण यह है कि ग्रामीण क्षेत्र के सस्ते गल्ले की दुकानों पर समय से कहीं चावल नहीं पहुंच पाया तो कहीं गेहूं। मालूम हो कि ग्रामीण अंचलों में नि:शुल्क वितरण होने वाला गेहूं-चावल न पहुंचने के कारण ई-पॉस मशीनें भी एक्टिव नहीं हो पाई हैं। राशन कोटेदारों के यहां खाद्यान्न पहुंचाने के लिए डोर स्टेप डिलिवरी सिस्टम लागू है। 

एक पंजीकृत फर्म एफसीआई गोदाम से खाद्यान्न उठाकर कोटेदारों के गोदामों तक पहुंचाती है। सीमित मजदूरों व वाहनों के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में समय से खाद्यान्न नहीं पहुंच पा रहा है। खाद्य एवं रसद विभाग ने खाद्यान्न वितरण के लिए 15 जनवरी को अंतिम दिन घोषित किया हुआ था। 13 जनवरी तक ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्यान्न न पहुंचने के कारण मशीनें काम नहीं कर रही हैं और अधिकांश पात्र गरीब लाभार्थी राशन से वंचित होते दिखाई पड़ रहे हैं। 

लाभार्थियों का कहना है कि 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व था,लेकिन जिम्मेदारों की घोर लापरवाही व उदासीनता के चलते समय से गेहूं, चावल जब कई कोटेदारों की दुकानों तक नहीं पहुंचा तो उन तक कैसे पहुंच पाएगा। वहीं मामले में जब जिला पूर्ति अधिकारी से दूरभाष पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर होने या तकनीकी समस्या के चलते संपर्क नहीं हो सका।

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