भेलसर(अयोध्या) कई दिनों से चल रहे उर्स कार्यक्रमों में मदरसा जामिया चिश्तिया के 10 बच्चो को हाफिज 4 को आलमियत, 1 को फजीलत की उपाधि सज्जादा नशीन मुतवल्ली नैय्यर मियां ने प्रदान की।
इस औसर पर मौलाना अतीफ मियां कादरी ने अपने सम्बोधन में उर्स में आने के मकसद और शिक्षा के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।शाह अम्मार अहमद अहमदी उर्फ नैय्यर मियां की कयादत में नायब सज्जादा नशीन अहमद मियां की मौजूदगी में सुबह 4 बजे कुल व गुस्ल की कदीम रस्म अदा की गई।मजार शरीफ पर केवड़े इत्र से गुस्ल किया गया जिसमे कड़ाके की ठंड के बावजूद काफी बढ़ी संख्या में श्रद्धापूर्वक स्थानीय व बाहरी लोग मौजूद रहे।नैय्यर मियां के छोटे बेटे शाह यूसुफ मियां जायरीनों के खाने रहने की व्यस्था देख रहे हैं।
सज्जादा नशीन मुतवल्ली दरगाह शरीफ नैय्यर मियां की अध्यक्षता में दोपहर में खिरकेे शरीफ की महफिल हुई।शाम को सज्जादा नशीन नैय्यर मियां ने मखदूम साहब के पवित्र वस्त्र की जियारत कराई व मुल्क में अमन और मोहब्बत आम होने की दुवा की।नैय्यर मियां ने प्रशासन के सहयोग के लिए शुक्रिया अदा किया।इसी के साथ उर्स संपन्न हो गया।मेला अनवरत चलता रहेगा।
उर्स में प्रमुख रूप से अजमेर शरीफ के गद्दी नशीन सैय्यद अली हमजा चिश्ती,खानकाह बदायूं के सज्जादा नशीन अतीफ मियां कादरी,मौलाना अज़्जाम मियां,फिरंगी महल लखनऊ के अदनान मियां,इलाहाबाद खानकाह के सज्जादा नशीन सुहैब अहमद फारूकी,खानकाह अमजदिया सीवान के डॉ इल्तिफ़ात अमजदी सहित देश की प्रमुख दरगाहों के गद्दीनाशीनों की उपस्थिति रही।