महिला प्रधान ने पंचायत सचिव पर विकास कार्यों में एक लाख रुपये कमीशन मांगने का लगाया आरोप


कमीशनखोरी के मामले में संयुक्त खंड विकास अधिकारी श्रीकांत तिवारी की भूमिका संदिग्ध होने के साथ ही उठ रहे गंभीर सवाल

कर्नलगंज, गोण्डा। स्थानीय तहसील क्षेत्र के विकास खंड कर्नलगंज अन्तर्गत ग्राम फत्तेपुर में महिला ग्राम प्रधान ने ग्राम पंचायत अधिकारी पर विकास कार्यों में कमीशन मांगने व भुगतान ना करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को पत्र भेजकर ग्राम पंचायत अधिकारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाकर कार्रवाई किये जाने की मांग की है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रकरण विकास खण्ड कर्नलगंज के अन्तर्गत ग्राम फत्तेपुर से जुड़ा है। यहां की महिला ग्राम प्रधान जफरुल निशा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव एवं मुख्य विकास अधिकारी गोण्डा को भेजे गये पत्र में कहा है कि ग्राम पंचायत द्वारा प्राथमिक विद्यालय फत्तेपुर व प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर कमियाऱ के साथ एएनएम सेंटर भवन की मरम्मत व टाइल्स स्थापना कार्य कराया जा रहा है। जिसमें करीब चार लाख रुपये की सामग्री एसएस इन्फ्रासॉल्यूशंस नामक फर्म से खरीदी जा चुकी है। जिसका वह भुगतान करना चाहती थी। लेकिन ग्राम पंचायत अधिकारी उक्त फर्म के साथ अपने चहेते फर्म के नाम से एक लाख एक हजार रुपये व पूर्व प्रधान के नाम 21000 रुपए का फर्जी भुगतान करने का प्रयास करने लगी। जिसकी जानकारी होने पर उन्होंने डोंगल लगाने से मना कर दिया। इसी को लेकर ग्राम पंचायत अधिकारी ने प्रधान के सहयोगी के फोन पर काल करके एक लाख एक हजार रुपये बतौर कमीशन अपनी चहेती फर्म पर भुगतान करने का दबाव बनाने लगी। मना करने पर कहा कि अपना कमीशन मांग रही हूँ तुम्हारे बाप की कमाई नहीं। इसी के साथ आखिरी भुगतान होने की धमकी भी दी। जिसकी रिकार्डिंग प्रधान के पास मौजूद है। 

ग्राम प्रधान ने विकास कार्य के लिए आए सरकारी धन में एक लाख एक हजार रुपये कमीशन मांगने वाली ग्राम पंचायत अधिकारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाकर कार्रवाई किये जाने की मांग की है। इस संबंध में जब संयुक्त खंड विकास अधिकारी कर्नलगंज श्रीकांत तिवारी से वार्ता की गई तो उन्होंने कार्रवाई करने के बजाय ग्राम पंचायत अधिकारी का पक्ष लेते हुए कहा कि शुक्रवार की शाम को यह मामला उनके सामने आया था, जिसमें आपसी विवाद होने के कारण सोमवार को ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी दोनों को ब्लॉक पर बुलाया गया है। दोनों लोगों से बातचीत करके विवाद को समाप्त कराने का प्रयास किया जायेगा। 

यदि बात नहीं बनी तो कार्यवाही की जाएगी। बताते चलें कि संयुक्त खंड विकास अधिकारी श्री तिवारी के ऐसे जवाब से कमीशन खोरी के इस संपूर्ण मामले में कहीं ना कहीं उनकी भी भूमिका संदिग्ध लग रही है जो काफी चर्चा में होने के साथ ही सवालिया घेरे में है।

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