हल्ला बोल- विद्युत विभाग द्वारा डाली जा रही डकैती के विरुद्ध भडकी विरोध की चिंगारी
आउटसोर्सिंग पर रखे गए कर्मचारी सरकारी कर्मचारियों के संरक्षण में पूरे शहर में उपभोक्ताओं की जेबों पर डाल रहे डाका
उगाही देने से किया इंकार तो उपभोक्ता को झेलना पडता मुकदमा
तालिब सरांय वासियों ने शुरु किया विद्युत विभाग द्वारा डाली जा रही डकैती का विरोध
एक दर्जन से अधिक लोगों ने की कोतवाली पहुंच जेई व अन्य वसूलीबाज कर्मचारियों पर मुकदमे की मांग
उगाही देने से इंकार करने पर जेई ने लिखवा दिया मोहल्लेवासी पर मुकदमा
न्याय न मिलने पर आंदोलन व धरना प्रदर्शन करेंगे मोहल्लेवासी
उन्नाव जीएसए न्यूज़ ब्यूरो। डाका डालने के मामले में चंबल के डाकुओं को लगातार टक्कर दे रहे विद्युत विभाग के खिलाफ भडक रही विरोध की चिंगारी आखिरकार उस वक्त भडक उठी जब उगाही देने से मना करने पर जेई ने तालिब सरायं निवासी एक बुजुर्ग पर मारपीट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करा दिया। मऊ समेत अन्य जिलों व राज्यों की तर्ज पर विद्युत विभाग के खिलाफ लोग लामबंद हो गए और कोतवाली पहुंच न्याय की मांग की और न्याय न मिलने पर आंदोलन व धरना प्रदर्शन करने की बात कही।
विदित हो विद्युत विभाग द्वारा निरंतर डाले जा रहे डाके की वजह से मऊ समेत कई जिलों व राज्यों में लोग प्रदर्शन करने को विवश हो चुके हैं। जहां जहां प्रदर्शन हुए वहां विद्युत विभाग द्वारा डाली जाने वाली डकैती पर अंकुश लगा। शायद ऐसा ही कुछ अब उन्नाव में देखने को नजर आ सकता है। विद्युत विभाग द्वारा डाली जा रही डकैती से जिले की आधी आबादी पीडित है। लगभग हर मोहल्ले में रोज किसी न किसी बहाने से मुकदमे का भय दिखा विद्युत विभाग के कर्मचारी हजारों की वसूली करते हैं। यही वसूली करने विभागीय कर्मचारी शहर के तालिब सरायं मोहल्ले पहुंचे तो लोगों ने विरोध किया। सदर कोतवाली में प्रार्थना पत्र देने पहुंचे तालिब सरायं वासियों द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र के अनुसार बीती 25 नवम्बर को विद्युत विभाग की टीम मोहल्ले में निरीक्षण करने पहुंची। लगभग एक घंटे तक मोहल्ले का निरीक्षण करने के बाद टीम के सभी अधिकारी वापस लौट गए लेकिन जेई वहीं रुके रहे और मोहल्ले वासियों को मकबरे के पास एकत्र किया। मुकदमे व कार्यवाही का भय दिखाकर जेई ने सभी से तीस से चालिस हजार रुपए की मांग की जिस पर मोहल्लेवासियों ने दस दस हजार रुपए से अधिक दे पाने में असमर्थता जताई। मोहल्लेवासियों के अनुसार जेई इस बात पर नाराज हो गए और धमकी दी कि वह अब किसी एक पर मुकदमा लिखाएंगे और सभी लोग अब पचास पचास हजार रुपए देंगे। मोहल्लेवासियों ने पुलिस को दिए गए प्रार्थना पत्र में विद्युत विभाग द्वारा किए जा रहे अन्याय को रोककर जेई व अन्य वसूलीबाज कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज कर न्याय दिलाने की मांग की। साथ ही यह भी कहा कि यदि पुलिस ने न्याय नहीं किया तो मोहल्लेवासी धरना प्रदर्शन व आंदोलन करने को विवश होंगे।
पूरी टीम चली गई तो अधिकारी गवाह कैसे बने
उन्नाव जीएसए न्यूज़ ब्यूरो। मोहल्लेवासियों ने विद्युत विभाग द्वारा दर्ज कराई गई झूठी एफआईआर का हवाला देते हुए कहा कि कुछ अखबारों में विद्युत विभाग के अधिकारियों ने स्वयं बयान दिया है कि निरीक्षण के बाद पूरी टीम वापस चली गई थी सिर्फ जेई मौके पर रुके थे तो जेई द्वारा रची गई मारपीट की कहानी में अन्य अधिकारी गवाह कैसे बन गये?
आखिर टीम के जाने के बाद क्यों रुके जेई
उन्नाव जीएसए न्यूज़ ब्यूरो। मोहल्लेवासियों ने सवाल उठाया कि जब विद्युत विभाग की पूरी टीम वापस चली गई थी तो जेई वहां क्यों रुके थे? मोहल्लेवासियों के अनुसार हर बार टीम यही करती है पूरी टीम चली जाती है और एक कर्मचारी को छोड जाती है जो मुकदमे व कार्यवाही का भय दिखा उगाही करता है। इस बार उगाही की रकम इतनी ज्यादा मांगी गई कि देना मुश्किल था जिस पर जेई ने भय व्याप्त करने के लिए मुकदमा लिखा दिया।
चौकी प्रभारी ने क्यों नहीं की कार्यवाही
उन्नाव जीएसए न्यूज़ ब्यूरो। तालिब सरायं वासियों ने बताया कि घटना की सूचना तत्काल स्थानीय चौकी प्रभारी को लिखित रुप से दी गई थी लेकिन चौकी प्रभारी ने मोहल्लेवासियों के प्रार्थना पत्र को दबा दिया और विद्युत विभाग द्वारा झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया गया।
कोतवाली पुलिस ने भी नहीं दी रिसीविंग
उन्नाव जीएसए न्यूज़। प्रार्थना पत्र देने आए लोगों ने बताया कि कोतवाली पुलिस ने प्रार्थना पत्र तो ले लिया और जांच कराने का आश्वासन भी दिया लेकिन उन्हें कोई रिसीविंग नहीं दी गई। मोहल्लेवासियों को डर है कि चौकी की तरह कोतवाली में भी उनके प्रार्थना पत्र को दबा न दिया जाए।
क्या लग पाएगा विद्युत विभाग द्वारा डाली जा रही डकैती पर अंकुश
उन्नाव जीएसए न्यूज़ ब्यूरो। शहर की हर गली में रोजाना विद्युत विभाग के प्राइवेट कर्मचारी फर्जी जेई बनकर खुलेआम डाका डाल रहे हैं। अब जब विरोध की चिंगारी भडक ही चुकी है तो देखना यह अहम होगा कि यह चिंगारी जांच की आंच में दबा दी जाती है या विद्युत विभाग के डकैतों पर अंकुश लगाया जाता है।
लगभग पूरा शहर विद्युत विभाग से पीडित
उन्नाव जीएसए न्यूज़ ब्यूरो। विद्युत विभाग द्वारा डाला जा रहा डाका पूरे शहर को परेशान किए है। हर मोहल्ले में दूसरे तीसरे घर में किसी न किसी बहाने विद्युत विभाग के कर्मचारी डाका डाल रहे हैं लेकिन कभी शहरवासियों ने संगठित होने की हिम्मत नहीं जुटाई। जैसी हिम्मत अन्य कुछ जिलों में जुटाई गई वैसी ही हिम्मत तालिब सरायं वासी दिखा रहे हैं। परिणाम चाहे जो हो विद्युत विभाग द्वारा डाले जा रहे डाके पर अंकुश लगना तय है और अगर कहीं यह चिंगारी भडकी और पूरे शहर के लोगों ने इन डकैतों का विरोध किया तो विद्युत विभाग को डकैती डालना बंद करना होगा।
बाबा के संरक्षण में विद्युत विभाग द्वारा कैसे डाला जा रहा डाका
उन्नाव जीएसए न्यूज़ ब्यूरो। विद्युत विभाग के कुछ कर्मचारी दबी जुबान से बताते हैं कि विद्युत विभाग में बाबा के नाम से प्रसिद्ध एक सरकारी कर्मचारी है जो प्राइवेट कर्मचारियों के अतिरिक्त कुछ ऐसे गुंडे किस्म के युवकों को पाले है जिनका विभाग से कोई लेना देना ही नहीं है। बाबा इन युवकों व प्राइवेट कर्मचारियों को हर गली मोहल्ले में भेजता है और किसी न किसी बहाने कोई न कोई कमी दिखवाकर कार्यवाही व मुकदमे का डर दिखाता है। यही नहीं एक पुराने बिल पर जुर्माने की रकम भी तय करा देता है। इसके बाद पीडित को अन्यत्र कहीं बुलवाकर डकैती की रकम में मोलभाव कर जितना अधिक से अधिक हो सके लूट लेता है। फिर होता है लूट की रकम का बंदरबांट। कहीं फंस जाए तो बाबा एक बडे नेता की चरणवंदना कर अपने गुंडों व प्राइवेट कर्मचारियों को विभागीय कार्यवाही से बचा लेता है।
आसमां में छेद होता है एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों
उन्नाव जीएसए न्यूज़ ब्यूरो। कहते हैं आसमां में छेद होता है एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों। तालिब सरायं वासियों को भी मालूम है कि पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही। विद्युत विभाग उन पर शिकंजा कसे हुए है इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए विद्युत विभाग की डकैती के खिलाफ जो आवाज उठाई है इस आवाज को अगर हर मोहल्ले के उन लोगों का समर्थन मिला जो विभागीय डकैतों से पीडित हैं तो निश्चित रुप से विद्युत विभाग को डाका डालना बंद करना होगा।
डाका डालना है मजबूरी
उन्नाव जीएसए न्यूज़ ब्यूरो। विद्युत विभाग के एक प्राइवेट कर्मचारी ने अपना दुख नाम न छापने की शर्त पर व्यक्त किया कि उपभोक्ताओं से उगाही करना उनकी मजबूरी है। अगर वसूली करके उच्चाधिकारियों व बाबा तक न पहुंचाओ तो किसी न किसी बहाने विभाग बाहर का रास्ता दिखा देता है। प्रार्थना पत्र के अनुसार जेई ने भी मोहल्लेवासियों से वसूली में उच्चाधिकारियों का हिस्से होने की बात कही थी।