प्रधानमंत्री को भेजे गए पत्र में पूर्व नगर अध्यक्ष ने कहा कि लखनऊ अयोध्या रेलखंड के मध्य उत्तर रेलवे का प्रसिद्ध व्यवसायिक व धार्मिक केंद्र का रुदौली रेलवे स्टेशन स्थित है इस स्टेशन से प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन रहता है।रेलवे क्रॉसिंग पर वर्ष 2017 में रेल विभाग व राज्य सेतु निगम द्वारा ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य प्रारंभ होकर 5 वर्ष की अवधि में 2022 में पूर्ण किया गया।इस अवधि में रेल विभाग द्वारा जन भावना के विरुद्ध रेल गेट को बंद कर आवागमन को बंद कर दिया गया था तब रेल अधिकारियों ने यह आश्वासन दिया था कि निर्माण कार्य पूरा हो जाने पर गेट का संचालन पूर्व की भांति जारी रखा जाएगा लेकिन ऐसा नहीं किया गया।रेल विभाग द्वारा नवनिर्मित ओवर ब्रिज के नीचे रुदौली नगर की ओर आवागमन बंद कर बहुत बड़ी दीवाल खड़ी की जा रही है जिससे स्टेशन पर पैदल जाने का भी रास्ता नहीं बचा हुआ है।
रुदौली रेलवे स्टेशन नगर की आबादी के विपरीत उत्तर दिशा में बना हुआ है जबकि नगर की लाखों से अधिक जनसंख्या दक्षिण दिशा में बसती है रुदौली नगर से स्टेशन का एक मात्र आवागमन का विकल्प प्लेटफार्म नंबर 2 है जिसको रेल विभाग ने 5 वर्षों से खुदाई कर रखा है वर्तमान में स्टेशन जाने का नगर से कोई रास्ता नहीं है।बरसात में जलभराव व कीचड़ हो जाता है।ओवर ब्रिज के ऊपर से घूम कर जाने के लिए लगभग 1 किलो मीटर स्टेशन की दूरी बढ़ जाएगी।भाजपा नेता ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि रुदौली क्षेत्र के लाखो लोगो की परेशानियों को दृष्टिगत ओवर ब्रिज के नीचे हो रहे दीवाल के निर्माण को तत्काल प्रभाव से रोके जाने व पूर्व की भांति नीचे से आवागमन जारी रखने व प्लेटफार्म नंबर 2 से रुदौली क्षेत्र वासियों का समुचित रूप से आवागमन सुचारू रखने का आदेश जनहित में दिए जाने की मांग की है।उल्लेखनीय है कि ओवर ब्रिज के निर्माण के बाद रुदौली वासियों का रेलवे स्टेशन पर आवागमन प्लेटफार्म नंबर दो से हो रहा है ।काफी समय से प्लेटफार्म 2 की खुदाई के चलते स्टेशन पहुंच पाना बहुत टेडी खीर हो गई है।बरसात के कारण जलभराव भी हो गया है इसलिए रुदौली रेलवे स्टेशन पर नगर वासियों के लिए जाना ओवर ब्रिज पार कर लगभग 1 किमी घूमकर जाना ही विकल्प रह गया है।
ओवर ब्रिज के निर्माण के बाद रेल विभाग द्वारा अपनी हिटलर शाही नीति के कारण दोनो ओर ऊंची दीवाल बना देने से पैदल भी स्टेशन जाना संभव नहीं है।यहां रेल द्वारा पुराने गेट को बंद कर दिया गया है जबकि यहां से मात्र 5 किमी दूर रोजा गांव क्रासिंग पर दोनो ओर गेट का परिचालन अभी भी हो रहा है।बाराबंकी में भी देवा क्रासिंग पर पूर्व में बने ओवर ब्रिज के नीचे दोनो ओर गेट का संचालन ब लोगों का आवागमन हो रहा है लेकिन रुदौली वासियों के साथ रेल विभाग अन्याय कर रहा है।