आखिर निर्माण कार्य में टैंकर का प्रयोग किया जाना था तो क्यों खरीदे गए महंगे कीमत के टैंकर
कौशाम्बी:- नगर पालिका परिषद मंझनपुर बीते 2 वर्षों से अजब गजब कारनामे करके सुर्खियों में बना हुआ है गर्मियों के महीने में सड़क के डिवाइडर में पौधरोपण करना फिर उसके देखरेख के लिए दर्जनों कर्मचारियों को लगाकर वेतन के नाम पर सरकारी खजाने से लाखो का भुगतान करना नगर पालिका क्षेत्र में आम जनता को पानी की सप्लाई के लिए स्टील का टैंकर खरीद कर निर्माण कार्य में उसका प्रयोग किया जाना नाला निर्माण कराने के एक साल के अंदर खुद उसको नष्ट करा कर फिर नया नाला का निर्माण कराया जाना सहित नगर पालिका मंझनपुर के अधिकारियों के तमाम बड़े बड़े कारनामे पर आला अधिकारी की नजर नहीं पहुंच रही है या फिर किसी दबाव में नगरपालिका के कारनामों पर पर्दा डालने का प्रयास हो रहा है यह बड़ी जांच का विषय है नगर की जनता की बातों को मानें तो नगरपालिका के विकास कार्य में एक माननीय कमीशन खोरी के हिस्सेदार हैं और माननीय के दबाव में नगर पालिका के भ्रष्टाचार पर कार्यवाही नहीं हो रही है बीते दिनों एक भाजपा नेता ने नगर निकाय और डिप्टी सीएम से शिकायत कर नगरपालिका की जांच कराए जाने की मांग की थी लेकिन जांच शुरू होने के पूर्व ही माननीय ने उस नेता को शिकायती पत्र वापस लेने का दबाव बना दिया जिससे नगर पालिका के भ्रष्टाचार की जांच नहीं हो सकी।
गौरतलब है कि नगर पालिका मंझनपुर क्षेत्र के निवासियों को आरओ पानी सप्लाई के लिए नगर पालिका द्वारा स्टील टैंकर की खरीद की गई थी स्टील टैंकर की खरीद में नगर पालिका ने बड़ा बजट खर्च कर दिया लेकिन आरओ पानी सप्लाई के उपयोग में स्टील टैंकर का प्रयोग नहीं हो सका नगरपालिका में पानी सप्लाई की योजना पहले ही चौपट हो चुकी है लाखो के टैंकर को ठेकेदारों ने उपयोग करना शुरू कर दिया नगर पालिका क्षेत्र में नाला निर्माण में स्टील टैंकर का प्रयोग किया जा रहा है जिससे लाखों कीमत पर खरीदे गए टैंकर बर्बाद हो रहे हैं लेकिन सरकारी संपत्ति बर्बाद होने के मामले में नगरपालिका के जिम्मेदार अभी तक गंभीर नहीं हैं यह टैंकर इन दिनों नगर में चल रहे निर्माण कार्यों में ठेकेदारों के उपयोग में आ रहा है।
अब सवाल उठता है कि स्टील टैंकर से निर्माण कार्य में पानी सप्लाई किए जाने का क्या औचित्य है लाखों रुपए कीमत से खरीदा गया टैंक बर्बाद होता दिख रहा है पानी सप्लाई के नाम पर खरीदे गए स्टील टैंकर को बर्बाद करने वाले नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी के कारनामों को संज्ञान लेते हुए जांच करा कर दंडित किए जाने की मांग नगर की जनता ने शासन से की है।