इंटरनेशनल लाफ्टर डे के अवसर पर ज्योति बाबा का आवाहन

हंसी को बनाएं शान नशे का मिटाएं नामोनिशान..ज्योति बाबा

हंसी की गलियों में आओ नशा मुक्त जीवन पाओ..ज्योति बाबा 

कानपुर l हंसी हमारे मस्तिष्क में एंडोमोरफिन के रिलीज को बढ़ाती है एंडोमोरफ़इन के अलावा डोपामाइन सेरोटोनिन और ऑक्सीटॉसिन के ज्यादा स्राव से आनंद की अनुभूति हंसी के रूप में प्रकट होती है नशा का सेवन करने वाले इसी अनुभूति को बार-बार महसूस करने के लिए करते हैं जबकि फ्री की हंसी आपको बिना साइड इफेक्ट के सकारात्मक खुशी देती है उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में इंटरनेशनल लाफ्टर डे के परिप्रेक्ष्य में नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के तहत आयोजित ई संगोष्ठी शीर्षक नशा में हास्य बेहतर रखे स्वास्थ्य पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के नेशनल ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही,ज्योति बाबा ने आगे कहा कि हंसी तो हंसी उसके संभव होने की उम्मीद भी रक्त में स्ट्रेस हारमोंस के स्तर को घटा देती है ऐसे लोगों की संख्या बढ़ाए जिनका सेंस ऑफ ह्यूमर बढ़िया हो ताकि आप हर पल हंसी की गलियों में आनंद प्राप्त कर सके और ज्योति बाबा ने बताया कि हास्य के चिकित्सकीय प्रभावों को लेकर पहली बार शोध करने वाले वैज्ञानिक नॉर्मल कजिन कहते हैं हंसी रोगी में आनंद आशा आत्मविश्वास और प्रेम पैदा करती है इससे सकारात्मक भावनाओं का परिवेश बनने के साथ नकारात्मक भावनाएं तिरोहित भी होती है हंसी हमारे भीतर कई रासायनिक बदलावों को लाकर डर घबराहट और आशंका से बचाती हैं 10 मिनट की हंसी 2 घंटे की नींद प्रदान प्रदान करने में सक्षम है मानवाधिकारवादी गीता पाल व उपाध्यक्ष अंजू सिंह ने कहा हम इंसानों के लिए हंसी वाकई खूबसूरत चीज है हंसी इंसानों में ही नहीं बल्कि जानवरों में भी होती है जानवरों में चिंपांजी गोरिल्ला बोनोबो ओरांगुटान हम इंसानों के सबसे करीबी संबंधी हैं वह भी हमारी तरह मुस्कुराते व गुदगुदाते हैं अंत में जीवन में आनंद के सागर में गोते लगाने के लिए प्रतिदिन हंसो अपने अपनों के लिए हेतु संकल्प ज्योति बाबा ने दिलाया l

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