इस संबंध मे डाक्टर प्रमोद कुमार गुप्ता ने बताया कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत गर्भवती को कम से कम एक बार विशेषज्ञ या एमबीबीएस चिकित्सक की देख-रेख में नि:शुल्क प्रसव पूर्व गुणवत्तापरक जांच एवं उपचार की सुविधा मुहैया कराई जाती है।भारत सरकार की अति महत्वपूर्ण यह योजना प्रदेश में 19 मई 2016 से लागू की गई है।अभी तक केवल जिला महिला अस्पताल सहित ब्लाक स्तरीय अस्पतालों में ही पीएम सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन हर माह की नौ तारीख को किया जा रहा है।दूसरी व तीसरी तिमाही में आने वाली गर्भवती की जांच की जाती है।
पीएम सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर अस्पताल में गर्भवती के पंजीकरण,हाई रिस्क प्रेग्नेंसी वाली गर्भवती का चिन्हांकन, हीमोग्लोबीन, एचआइवी, शुगर, सिफलिस की जांच, अल्ट्रासाउंड जांच की निशुल्क सुविधा प्रदान की जाती है।जांच रिपोर्ट के आधार पर उनका इलाज व पोषण की सलाह दी जाती है।गर्भवती को संस्थागत प्रसव के फायदे बताते हुए उन्हें अस्पताल में प्रसव के लिए प्रेरित किया जाता है।एचआरपी के तौर पर चिह्नित गर्भवती को हायर सेंटर के लिए रेफर कर सुरक्षित प्रसव कराया जाता है।
अब्दुल जब्बार एडवोकेट व जगदम्बा श्रीवास्तव की रिपोर्ट