झूठे एवं गलत तर्को को देकर नियम विरुद्ध बन्द हो रही शिकायतें
जनसुनवाई को भी मजाक बना रहा शिक्षा विभाग मोटी रकम देखकर बन जाता अलग नियम, सैकड़ों की तादाद में शिकायतें लम्बित
मध्य प्रदेश में छतरपुर जिले का शिक्षा विभाग विगत कई वर्षों से भ्रष्टाचार के नए कीर्तिमान रच रहा है l विभाग की भ्रष्ट कार्यप्रणाली के कारण सीएम हेल्पलाइन व जनसुनवाई जैसी जनहितैसी योजनाएं दम तोड़ रहीं हैं l
दर असल रिटायर हुए प्राचार्यो के अर्जित अवकाश के नकदीकरण में पुर्व डीईओ ने सुविधा शुल्क प्राप्त न होने वाले प्राचार्यों के लिये अलग भुगतान किया और सुविधा शुल्क प्राप्त होने वाले प्राचार्यो को अलग नियम से भुगतान किया गया l नए कलेक्टर ने जनसुनवाई में सीईओ को पूरा प्रकरण सोंपा था परंतु कई माह बीत जाने पर भी सीईओ जिला पंचायत को इसका निराकरण करने की फुर्सत नही मिली l अब तक दर्जनों सीएम हेल्पलाइन को फर्जी तरीके से बंद कराने में शिक्षा विभाग सफल रहा है l
ऊर्जावान कलेक्टर को स्कूल शिक्षा विभाग की सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों पर स्वयं संज्ञान लेना चाहिये ताकि मुख्यमंत्री की मंशा का पालन हो सके l
आगे के अंकों में क्रमशः भ्र्ष्टाचार के कारनामों को कलेक्टर एवं संभागायुक्त के संज्ञान में लाया जाएगा l