नियत समय में स्पष्टीकरण ना मिलने तथा संतोष जनक ना होने की दशा में विद्यालय व छात्र हित में कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की दी गई चेतावनी
कर्नलगंज, गोण्डा। स्थानीय तहसील मुख्यालय स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय कर्नलगंज में व्याप्त गंभीर अनियमितताओं एवं भ्रष्टाचार के संबंध में उपजिलाधिकारी के निर्देश पर नायब तहसीलदार द्वारा बीते शुक्रवार 22 अप्रैल को किये गये निरीक्षण के पश्चात जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोंडा ने कतिपय बिंदुओं पर विद्यालय की वार्डेन व लेखाकार से दो दिवस में स्पष्टीकरण तलब किया है। वहीं नियत समय में स्पष्टीकरण ना मिलने तथा संतोष जनक ना होने की दशा में विद्यालय व छात्र हित में कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की चेतावनी भी दी गई है। जिससे जिम्मेदार लोगों में हड़कंप मच गया है। बीएसए गोंडा द्वारा वार्डेन व लेखाकार को दिये गए नोटिस में कहा गया है कि नायब तहसीलदार कर्नलगंज द्वारा दिनांक 22 अप्रैल 2022 को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय कर्नलगंज का निरीक्षण किया गया तदक्रम में न्यूज चैनल पर "कस्तूरबा बालिका विद्यालय कर्नलगंज में बच्चों के भविष्य व सेहत के साथ हो रहा खिलवाड़, विद्यालय की वार्डेन मंजू सिंह पर लगे गंभीर आरोप" के शीर्षक से प्रसारित खबर जो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है, के संदर्भ में दिनांक 23 अप्रैल 2022 को खंड शिक्षा अधिकारी कर्नलगंज व जिला समन्वयक समेकित शिक्षा के साथ अधोहस्ताक्षरी द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया गया तथा बच्चों व विद्यालय में उपस्थित स्टाफ से वार्ता करके प्रकरण की जानकारी की गई। जिसमें बिंदुवार निम्न तथ्य प्रकाश में आए। 1. श्रीमती मंजू सिंह वार्डेन कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय कर्नलगंज गोंडा को दिनांक 22 अप्रैल 2022 को अवकाश पर जाना बताया गया,जबकि वार्डेन द्वारा दिनांक 23 अप्रैल 2022 का कोई अवकाश नहीं लिया गया था। अत: विद्यालय में वार्डेन अनुपस्थित पायी गईं। 2.अजय कुमार तिवारी लेखाकार कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय कर्नलगंज भी निरीक्षण के समय प्रातः साढ़े दस बजे अनुपस्थित पाए गए।
दूरभाष पर संपर्क करने पर बताया गया कि रास्ते में हैं। 3. निरीक्षण के समय विद्यालय में फुल टाइम टीचर अंकिता सिंह, नीतू सिंह, मंजीशा पटेल तथा पार्टटाइम टीचर पूनम व मुख्य रसोईया सीता देवी, सहायक रसोईया संगीता तिवारी के साथ साथ चपरासी रंगनाथ तिवारी उपस्थित पाये गए।सहायक रसोईया गुड़िया तिवारी को आकस्मिक अवकाश पर बताया गया। 4. नायब तहसीलदार के निरीक्षण व सोशल मीडिया में प्रसारित खबर के बारे में जब बच्चों व स्टाफ से वार्ता किया गया तो निम्नलिखित तथ्य सामने आए- बच्चों द्वारा एक साथ बताया गया कि विद्यालय में कभी भी फल का वितरण नहीं किया जाता, विद्यालय में आज निरीक्षण के दिन नाश्ते में दूध व लाई दिया गया है इससे पूर्व कभी भी दूध नहीं दिया गया, बच्चों द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि निर्धारित मीनू के अनुसार भोजन भी नहीं दिया जाता,जिसकी पुष्टि उपस्थित स्टाफ द्वारा भी किया गया, बच्चों द्वारा एक साथ बताया गया कि विद्यालय में उपलब्ध शौचालय के दरवाजे खराब हैं तथा वहां पर अंधेरा भी रहता है बल्ब नहीं है।,बच्चों द्वारा बताया गया कि मच्छर से बचाव की कोई व्यवस्था नहीं है।, बालिकाओं के शयन कक्ष में पर्याप्त स्वच्छता का अभाव पाया गया।
विद्यालय में क्रय किए गए सामग्रियों से संबंधित अभिलेखों के बारे में लेखाकार द्वारा दूरभाष पर बताया गया कि अभिलेख घर पर हैं। 5.विद्यालय के स्टोर रूम व किचन रूम का निरीक्षण किया गया साफ सफाई था तथा स्टोर रूम में विभिन्न प्रकार के खाद्य सामग्री उपलब्ध पाये गए, परन्तु अभिलेख के अभाव में उनका मिलान नहीं किया जा सका। 6.शौचालय में दरवाजे टूटे हैं तथा फर्श पर टाईल्स भी नहीं लगे हैं।बाहर की फर्श की खुदाई करके नाली बनाया गया है। स्वच्छता की स्थिति बहुत ही खराब है। 7.वार्डेन व लेखाकार को अभिलेख के साथ कार्यालय में बुलाया गया। अभिलेख के अवलोकन से ज्ञात हुआ कि माह अक्टूबर 2021 से मार्च 2022 तक फल दूध सब्जी व अन्य आवश्यक सामग्रियों हेतु पूर्व में उपलब्ध कराये गए अग्रिम धनराशि रू० 20000.00 का समायोजन करते हुए पुनः धनराशि रू० 20000.00 नवीन अग्रिम भी उपलब्ध कराया गया है। 8.अभिलेखों के अवलोकन से ज्ञात हुआ कि स्थानीय स्तर पर दूध का क्रय किया गया है जिसमें किसी माह में 3 लीटर प्रतिदिन की दर से 90 लीटर का बिल तथा किसी माह में 5 लीटर प्रतिदिन की दर से 150 लीटर का भुगतान किया गया है।
परन्तु बच्चों को दूध ना मिलना खेदजनक है। उपरोक्तानुसार स्पष्ट है कि विद्यालय में वार्डेन व लेखाकार द्वारा संयुक्त रूप से अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया जा रहा है। अन्य स्टाफ के साथ भी कोई समन्वय नहीं है, जिससे विद्यालय के स्टाफ व बच्चों में रोष व्याप्त है। उपर्युक्त वस्तुस्थिति विद्यालय के हित में कदापि उचित नहीं है। अतः आप संयुक्त रूप से उपर्युक्त बिन्दुओं पर साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण दो दिवस अर्थात 26 अप्रैल 2022 तक अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। आपका स्पष्टीकरण नियत समय पर ना मिलने तथा संतोष जनक ना होने की दशा में विद्यालय व छात्र हित में आपके विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
जिसका संपूर्ण उत्तरदायित्व आपका होगा। जिसकी प्रतिलिपि सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु जिलाधिकारी,मुख्य विकास अधिकारी गोंडा,सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक देवीपाटन मंडल गोंडा को भी भेजी गई है। जिससे विभाग में हड़कंप मच गया है।