घाटमपुर:भीतरगांव विकासखंड के गांव बेहटा बुजुर्ग स्थित प्राचीन जगन्नाथ मंदिर पहुंचकर कानपुर डीएम नेहा शर्मा ने दर्शन किये। जिसके बाद डीएम ने मंदिर में बनी कलाकृतियां देखी। वही मंदिर की गुम्मद में लगे शिलापट को देखा जिससे मानसून आने पर पानी की बूंदे टपकने लगती है। पानी की बूंद से ग्रामीण मानसून का अंदाजा लगाते है।
जगन्नाथ मंदिर से टपकने वाली पानी की बूंदों का रहस्य अनोखा है। भीषण गर्मी में गुंबद की शिलाओं से इन बूंदों का टपकना और बरसात आते ही सूख जाना ही किसी आश्चर्य से कम नहीं है। 15 दिन पहले ही मंदिर में टपकने वाली पानी बूंदों का टपकना मानसून आने का संकेत देता है। बुजुर्गों की मानें तो इन बूंदों का आकार बताता है कि मानसून अच्छा रहेगा या कमजोर। लोग इससे बारिश होने का अंदाजा लगाते है।
मानसून आने पर जानकारी देता मंदिर
जगन्नाथ मंदिर से टपकने वाली पानी की बूंदों का रहस्य अनोखा है। भीषण गर्मी में भी मंदिर की गुंबद की शिलाओं से बूंदों का टपकना और बरसात आते ही सूख जाना यह किसी आश्चर्य से कम नहीं है। जब बारिश होनी होती है तो 15 दिन पहले ही मंदिर की गुम्मद से पानी की बूंदे टपकने लगती है। जिससे बारिश कितनी होंगी यह पता चलता है।
रथ नुआ आकर का दिखता है,जगन्नाथ मंदिर
बेहटा बुजुर्ग गांव स्थित जगन्नाथ मंदिर बाहर से रथ नुआ अकृति का दिखाई देता है। हालांकि इस मंदिर के भीतर भगवान जगन्नाथ की मुख्य प्रतिमा और शिल्पकला नागरशैली की हैं। इसलिए माना जाता है। इस मंदिर में दर्शन करने दूर दूर से भक्त आते है।