उन्नाव:- राष्ट्रीय सैनिक छात्र सेवा परिषद के अध्यक्ष अंकित शुक्ला ने कहा कि कई दिनो से लगातार देखते हुए आ रहा हूँ कि लखनऊ मे रेलवे हवाई अड्डा मैटो बस कार मोटरसाइकिल टेम्पो अन्य सफर करने वाले लोगों से छोटे छोटे बच्चे कई तरह से पैसा मांगते रहते हमने सोचा उन बच्चो को निशुल्क शिक्षा दे व खेलकूद मे आगे लाए तो अच्छा भविष्य बन सकता है उसमे प्रदेश देश का अच्छा नाम होगा उन बच्चो को खाना रहना कपड़ा व जो खर्चा होगा हम उठाएंगे शिक्षा के दौर में अनाथ आशाएं परिवार के बच्चों को सेवा भाव से शिक्षित बनाने का जुनून समाज के लिए प्रेरणादायक है। अनाथ आशाएं गरीबों के बीच शिक्षा की अलख जगा रहे हैं।
समाजसेवी मनोज शुक्ल ने कहा कि एलकेजी से लेकर 12वीं कक्षा तक के बच्चों को मुफ्त में पढ़ाने के साथ ही उन्हें मुफ्त पाठ्य सामाग्री भी उपलब्ध कराने का कार्य करेंगे इसमें ऐसे परिवार के बच्चे शामिल हैं जिनके पास स्कूल भेजने से लेकर घर में जरूरत की सामग्री भी नहीं है। इतना सामर्थ्य ही नहीं कि वो कुछ खरीद सकें तथा निशक्त बच्चों, एचआईवी या कैंसर पीड़ित माता-पिता या अभिभावक का बच्चा या निराश्रित बेघर बच्चों को अलाभित समूह में रखा जाएगा।
जबकि दुर्बल वर्ग की श्रेणी में जिसके माता-पिता या संरक्षक गरीबी रेखा के नीचे, दिव्यांग या वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त करते हैं या जिनकी अधिकतम वार्षिक आय एक लाख रुपये तक है, को भी रखा जाएगा अंकित शुक्ला ने बताया कि बच्चों का होता है शोषण कई जिलो मे बच्चो से चोरी कराई भीख मांगने के लिए तभी हमने इस पर फैसला लिया है क्योंकि ये मुहिम को सफल हुई तो कई देशों द्वारा कहा जाता है हमारे भारत देश को भीख मांगा देश कहते हैं जब हमारे देश के
जो भीख मांगने वाले युवा पीडी को शिक्षा खेलकूद कि तरफ जुनून बढाया जाए तो No1 भारत देश का नाम बनाया जा सकता क्योंकि देश नेताओं के नाम से नहीं जाना जाता है खेल कूद में शिक्षित किसी भी प्रतियोगिता के क्षेत्र में किसी भी देश से जीत कर आएगा तो अपने देश को भी No1 तुलना की जाएगी