उन्नाव। सफीपुर में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी भले ही गाय प्रेम में बजट लुटा रहे हों लेकिन गौशालाओं में सरकार के नौकरशाह गाय को चारा और पानी तक उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं लखनऊ से सटे उन्नाव में सरकारी गौशालाओं में गाय लापरवाही के चलते भूख और प्यास से तड़प तड़प कर दम तोड़ रहीं हैं बेजुबान गायों को गौशाला में नोच नोच पस पक्षी अपनी भूख मिटा रहे हैं यहां गायों को चील कौवे और कुत्ते खा रहे हैं गौशालाओं की इस बदतर हालात पर सरकारी कारिंदे मौन है। विकासखंड इस सफीपुर गांव महमूदपुर की गौशाला में जो नजारा है उसे देख किसी भी पशु प्रेमी का दिल दहल उठेगा यहां प्रशासन की लापरवाही के चलते भूख और प्यास से तड़प तड़प कर बेजुबान गाय दम तोड़ रही हैं लापरवाही की हद तो तब पार हो गई रही है जब गाय को चील कौवे और कुत्ते नोच नोच कर खा रहे हैं इतना ही नहीं गौशाला में जिन गोवंश की मौत हो जाती है उन्हें ट्रैक्टर से निर्ममता से बांधकर गौशाला से दो किलोमीटर दूर फेंक दिया जाता है गौशाला में सरसों का सूखा अवशेष दिया जाता है जिसे मशीन से काटकर गोवंश को दे दिया जाता है भूख प्यास से तड़प तड़प कर मौत को गले लगा रहे इन बेजुबान गायों को देखकर शैतान का भी कलेजा कांप जाए लेकिन गौशाला का ठेका लेने वाले व्यक्ति का कलेजा नहीं कांप रहा है वही मामले में वी डी ओ गुलाबचंद ने सहायक विकास अधिकारी तेजपाल को जांच सौंपी है साथ ही जल्द जांच कर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।