अधिकतर चौराहों व भांग की दुकानों में बिकता अवैध गांजा
स्थानीय प्रशासन निभाता धृतराष्ट्र की भूमिका
अब सिर्फ किताबों में रह गया "कानून के हांथ लंबे"
फतेहपुर / बिंदकी
कागजी तौर पर भले ही एक अपराधमुक्त समाज की बात करने वाले आला अधिकारी शायद जमीनी स्तर से पर है या फिर जानबूझकर अनजान बनने का ढोंग कर रहे हैं यह कहना तो जरा मुश्किल है! परन्तु एक ही दिन में एक ही थाना क्षेत्र के दो जगहों से अवैध मादक पदार्थ (गांजा) बिक्री के वीडियो वायरल होने की खबर भी इस कागजी हकीकत को झकझोर देने वाली है। यदि एक ही थाना क्षेत्र से एक ही दिन में दो जगह से गांजा बिक्री का वीडियो बन सकता है तो अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि और भी कितनी जगह इस प्रकार का अवैध व्यापार आंखो में गुलाबी पट्टी बांधकर संचालित किया जा रहा होगा।
सूत्रों अनुसार
बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के ललौली चौराहा स्थित भांग की दुकान एवं जोनीहा चौराहा के समीप स्थित एक दुकान से गांजा बिक्री का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
जबकि उक्त दुकाने एक कोतवाली से चंद कदमों की दूरी पर तथा एक पुलिस चौकी से चंद कदमों की दूरी पर स्थित है। इस प्रकार को प्रकरण को देखते हुए यह कहना तनक भी मुश्किल नहीं हो रहा है की "चिराग तले अंधेरा" जिम्मेदारों से बात करने पर एक रटा रटाया जवाब ही सामने आता है कि मामले की जानकारी नही है कार्यवाही की जाएगी परंतु होने वाली कार्यवाही केवल शब्दों पर ही दम तोड़ देती है जिनका कागजों पर भी कोई हिसाब नहीं होता जबकि यह भी स्पष्ट है कि जो बेकसूर होता है उस पर मुकदमा लिखने के पहले किसी भी प्रकार की जांच या पड़ताल करना उचित नहीं समझा जाता।
जबकि समस्या की जड़ें अपना वर्चस्व बिखेरती रहती हैं।
देखने व समझने लायक बात होगी आने वाले समय में इस प्रकार के नशा माफियाओं के ऊपर शासन प्रशासन किस प्रकार की कार्यवाही करता है।