370. मड़ियाहूं विधानसभा क्षेत्र से चुनावी दंगल में समाजवादी पार्टी की वीरांगना
सुषमा पटेल की सास व ससुर ने मड़ियाहूं विधान सभा क्षेत्र से विधायक बनकर किया प्रतिनिधित्व, मुंगराबादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से रही विधायक
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हाथी छोड़ साइकिल पर सवार विधायक सुषमा पटेल को समाजवादी पार्टी ने जौनपुर जिले की मड़ियाहूं विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाकर चुनावी रण में उतारा है l मुंगराबादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र का विधायक निर्वाचित होकर सुषमा पटेल ने को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। इनकी सास और ससुर मड़ियाहूं विधानसभा से विधायक रह चुके हैं।
सुषमा पटेल मूलरूप से मड़ियाहूं विधानसभा क्षेत्र की साहोपट्टी की रहने वाली हैं। इनके ससुर दूधनाथ पटेल 1985 में लोकदल से व सास सावित्री पटेल 1989 में जनता दल और फिर 1993 में सपा-बसपा गठबंधन से मड़ियाहूं से ही विधायक रह चुकी हैं। सुषमा पटेल ने जीव विज्ञान में पीएचडी की है और वे सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही थीं।
इसी दौरान वर्ष 2008 में रणजीत सिंह पटेल से इनकी शादी हुई, जो जिला समाज कल्याण अधिकारी पद पर कार्यरत थे। सास की प्रेरणा से सुषमा पटेल 2017 में राजनीति में आ गईं। मुंगराबादशाहपुर से बसपा से चुनाव लड़ीं और 69557 वोट पाकर पहले प्रयास में विधायक बनीं। इस चुनाव में भाजपा नेत्री व इस समय राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी 63637 पाकर दूसरे स्थान पर थीं। सुषमा पटेल के पति रणजीत सिंह भी पहले ही सरकारी सेवा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं l पिछले विधानसभा में यह सीट भाजपा ने सहयोगी दल अनुप्रिया पटेल की अगुवाई वाली अपना दल (एस) के लिए छोड़ी थी। अपना दल (एस) ने डॉ. लीना तिवारी को मौका दिया था, जिन्होंने 58804 मत पाकर विजय हासिल की थी। जबकि दूसरे स्थान पर रहीं सपा की श्रद्धा यादव को 47454 मत मिले थे। समाजवादी पार्टी ने मड़ियाहूं सीट से साल 2009 के उपचुनाव में श्रद्धा यादव को मौका दिया था और उन्होंने जीत दर्ज की थी। इसके बाद साल 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में भी सपा से श्रद्धा यादव जीती थीं। सपा ने उन्हें फिर 2017 में मौका दिया था लेकिन वह अपना दल (एस) की प्रत्याशी डॉ. लीना तिवारी से चुनाव हार गईं थीं। इस बार सपा ने उनका टिकट काटकर पिछले साल सपा में शामिल हुई सुषमा पटेल पर दांव खेला है।