कर्नलगंज,गोण्डा। तहसील क्षेत्र कर्नलगंज के ग्रामीण क्षेत्र में किसानों और कस्बे में राहगीरों, दुकानदारों के लिए मुसीबत बने छुट्टा जानवरों से आजिज आ चुके किसानों ने सोमवार को तहसील पहुंचकर तहसील के गेट पर विरोध प्रदर्शन करते हुऐ जमकर नारे बाजी की । मामला तहसील क्षेत्र कर्नलगंज से जुड़ा है। जहां सोमवार को विकासखण्ड कर्नलगंज अन्तर्गत ग्राम पंचायत सकरौरा ग्रामीण के निवासी ग्रामीणों नन्दलाल, शिवकुमार, विक्रम, मनोज कुमार, सांवल, जवाहिर, बाबूलाल व मुन्नालाल सहित दो दर्जन लोगों ने तहसील पहुंचकर संयुक्त रूप से उपजिलाधिकारी हीरालाल को प्रार्थना पत्र दिया। उसके बाद तहसील के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी किया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि शासन द्वारा बेसहारा जानवरों से किसानों की फसल को बचाने के लिऐ ग्रामीण क्षेत्र में स्थाई व अस्थाई गो आश्रय केंद्र स्थापित कर उन्हें संरक्षित करने को निर्देशित किया जा रहा है लेकिन स्थानीय स्तर पर कोई ठोस कदम नही उठाया जा रहा है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र में बेसहारा जानवरों का काफिला किसानों की फसल को भारी मात्रा में बरबाद कर रहा है और इस समस्या से किसान काफी त्रस्त हैं। वहीं खेतों में लगी फसल को बचाने के लिये किये जा रहे सभी प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। बताते चलें कि किसान अपनी गाढ़ी कमाई का धन व्यय करके खेत की जुताई, बुआई, खाद बीज आदि का प्रबंध करता है। मगर उसकी फसल बचेगी इसकी कोई गारंटी नही रहती। ऐसे में यदि कोई ठोस कदम नही उठाया गया तो किसान खेती नही कर पायेंगे। उक्त संबंध में संयुक्त खंड विकास अधिकारी श्रीकांत तिवारी ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में है। सभी ग्राम पंचायतों में अस्थाई गौआश्रय केंद्र स्थापित करने का निर्देश प्राप्त हुआ है,उस पर कार्य भी शुरू कर दिया गया है। अभी रोड साइड की ग्राम पंचायतों में इस पर काम हो रहा है वहीं अस्थाई गौआश्रय केंद्रों में 15 से 20 पशुओं के रहने की व्यवस्था की जा रही है। आगे चलकर इन गौआश्रय केंद्रों को स्थाई कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रधान संघ के अध्यक्ष को बुलाकर मीटिंग की जा चुकी है। शीघ्र ही इसके परिणाम भी दिखने लगेंगे।
छुट्टा जानवरों से त्रस्त किसानों ने तहसील गेट पर प्रदर्शन करते हुऐ की नारेबाज़ी
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1/24/2022 11:40:00 pm
कर्नलगंज,गोण्डा। तहसील क्षेत्र कर्नलगंज के ग्रामीण क्षेत्र में किसानों और कस्बे में राहगीरों, दुकानदारों के लिए मुसीबत बने छुट्टा जानवरों से आजिज आ चुके किसानों ने सोमवार को तहसील पहुंचकर तहसील के गेट पर विरोध प्रदर्शन करते हुऐ जमकर नारे बाजी की । मामला तहसील क्षेत्र कर्नलगंज से जुड़ा है। जहां सोमवार को विकासखण्ड कर्नलगंज अन्तर्गत ग्राम पंचायत सकरौरा ग्रामीण के निवासी ग्रामीणों नन्दलाल, शिवकुमार, विक्रम, मनोज कुमार, सांवल, जवाहिर, बाबूलाल व मुन्नालाल सहित दो दर्जन लोगों ने तहसील पहुंचकर संयुक्त रूप से उपजिलाधिकारी हीरालाल को प्रार्थना पत्र दिया। उसके बाद तहसील के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी किया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि शासन द्वारा बेसहारा जानवरों से किसानों की फसल को बचाने के लिऐ ग्रामीण क्षेत्र में स्थाई व अस्थाई गो आश्रय केंद्र स्थापित कर उन्हें संरक्षित करने को निर्देशित किया जा रहा है लेकिन स्थानीय स्तर पर कोई ठोस कदम नही उठाया जा रहा है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र में बेसहारा जानवरों का काफिला किसानों की फसल को भारी मात्रा में बरबाद कर रहा है और इस समस्या से किसान काफी त्रस्त हैं। वहीं खेतों में लगी फसल को बचाने के लिये किये जा रहे सभी प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। बताते चलें कि किसान अपनी गाढ़ी कमाई का धन व्यय करके खेत की जुताई, बुआई, खाद बीज आदि का प्रबंध करता है। मगर उसकी फसल बचेगी इसकी कोई गारंटी नही रहती। ऐसे में यदि कोई ठोस कदम नही उठाया गया तो किसान खेती नही कर पायेंगे। उक्त संबंध में संयुक्त खंड विकास अधिकारी श्रीकांत तिवारी ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में है। सभी ग्राम पंचायतों में अस्थाई गौआश्रय केंद्र स्थापित करने का निर्देश प्राप्त हुआ है,उस पर कार्य भी शुरू कर दिया गया है। अभी रोड साइड की ग्राम पंचायतों में इस पर काम हो रहा है वहीं अस्थाई गौआश्रय केंद्रों में 15 से 20 पशुओं के रहने की व्यवस्था की जा रही है। आगे चलकर इन गौआश्रय केंद्रों को स्थाई कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रधान संघ के अध्यक्ष को बुलाकर मीटिंग की जा चुकी है। शीघ्र ही इसके परिणाम भी दिखने लगेंगे।
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