प्रयागराज नगर निगम के लायसेंस विभाग की लापरवाही से गरीब रिक्शा चालक बना लावारिस।

प्रयागराज। कोतवाली क्षेत्र में दो मई को स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय परिसर में मृत पाए गए रिक्शा चालक की नगर निगम के लायसेंस विभाग की लापरवाही के चलते आबतक शिनाख्त नहीं हो सकी। पुलिस परेशान है कि उसके लायसेंस पर उसके घर का पता ही नहीं दर्ज किया है।


पुलिस सूत्रों की माने तो नगर कोतवाली क्षेत्र में 2 मई को एक रिक्शा चालक उम्र लगभग 50 वर्ष का शव पाया गया। पुलिस को उसके पास से जो लायसेंस मिला है। उसके मुताबिक उसका नाम माशूक पुत्र युसुफ है। इसके अतिरिक्त रिक्शा चालक लायसेंस पर उसका पता नहीं दर्ज किया गया है। जिससे की वजह से पुलिस उसके परिजनों या फिर उसके घर का पता नहीं लगा पा रही है।

   सूत्रों की माने तो उसके पास से बरामद लायसेंस नगर निगम से 17 फरवरी वर्ष 2012 में रिक्शा चालक का जारी किया गया है। उसकी फोटो तो लगा दी गई है। लेकिन उसके घर का कोई पता नहीं अंकित किया गया है। इस तरह की लापरवाही नगर में घोर लापरवाही मानी जा सकती है। आखिर इस तरह लायसेंस क्यों बाट दिए गए। जिसका कोई मतलब ही नहीं निकला। इसका जिम्मेदार कौन है और उसके घर का पता पुलिस कैसे पता लगा पाएगी।

यूपी हेड रामशरण कटियार के साथ जिला ब्यूरो चीफ मोहम्मद आरिफ की रिपोर्ट

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