साधन सहकारी समिति रसूलाबाद उन्नाव में क्षेत्रीय किसानों के गेहूं खरीद ना होने से परेशान किसान
मियाँगंज(उन्नाव) विकास खण्ड मियागंज क्षेत्र के अंतर्गत नगर पंचायत रसूलाबाद मे स्थित सहकारी समिति मे हर साल सरकारी धान गेहूं क्रय केन्द्र खोल कर आसपास के गांवों के किसानों के धान गेहूं सरकार की मंशा अनुरूप खरीदा जाता था।लेकिन अबकी बार पड़ोसी गांवों के किसानों का गेहूं 20किलोमीटर दूरी के गांवों के किसानों का गेहूं रसूलाबाद मे खरीदने के लिए अटैच कर दिया है यहां तक रसूलाबाद जहाँ क्रय केंद्र खुला है वहां के किसानों के गेहूँ को मियाँगंज मे खरीद करने के लिए आदेशित कर दिया है इससे क्रय केंद्र प्रभारी तो परेशान ही है साथ ही पहले से नजदीक गांव के किसानों के साथ साथ दूर गांव के किसान जिनको अबकी बार ही जोडा़ गया है सभी परेशान तो है ही साथ ही शतप्रतिशत गेहूं खरीद करने की सरकारी मंशा पर सवालिया निशान लगना स्वाभाविक है।
मिली जानकारीके अनुसार विकास खण्ड क्षेत्र की नगर पं रसूलाबाद मे स्थित सहकारी समिति में सरकारी क्रय केंद्र खोलकर धान गेहूं की खरीद की जाती रही है।जिसमें नजदीक गांव बीरमपुर, भंगरवट, बाबाखेड़ा, लगलेसरपुर, कोटरा, हंसखेड़ा, गौराखुर्द, नूरुल्लानगर, अटिया,अजमतनगर, करहिया, लच्छाखेड़ा, कैलई,भिंटवा, बुढ़ानपुर, कमलापुर, महेन्द्र, सालेनगर, कोटरहा, असरेन्दा, निजामपुर, सारंगहार, महमूदपुर, मिश्रापुर, शहाबाद, औराई, मुंशीगंज, रावतपुर, सरौहां सहित गांवों के किसानों के धान गेहूं की सरकारी खरीद होती रही है।लेकिन अबकी बार आख मूद कर पन्द्रह से बीस किलोमीटर दूरी के गांव दिलवल, सधीरा, बिरसिंघी, मलेथा, रायपुर गढ़ी, बिरसिंहपुर, भदेमू, शाहपुर ,जलालपुर, सहित सभी गांव विकास खण्ड नबाबगंज तथा सकतपुर, गौसपुर नटर्रा ,जखैला, खानपुर सुरौली, मीरपुर मरोचा, पमेधिया, कायमपुर निबरवारा ,अमोइया, मीरकपुर ,जगदीश पुर, प्रयाग पुर सहित सभी गांव विकास खण्ड हसनगंज के जोड़ा गया है।यहां तक रसूलाबाद जहाँ क्रय केंद्र खुला है उसको मियाँगंज क्रय केंद्र में अटैच करके किसानों के साथ घोर अन्याय किया गया है।दूर के किसान यहां गेहूं बेचने के लिए लानही पायेंगे नजदीक वालों का गेहूं मियाँगंज मे खरीदा जायेगा।यह किसानों के साथ कोरे मजाक के अलावा और कुछ भी नहीं है।परेशान क्षेत्रीय किसानों ने इस विषय में उपजिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर पूर्व की भांति रसूलाबाद मे ही नजदीक गांवों के किसानों के गेहूँ खरीद कराये जाने की मांग की है।