8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भी उड़ी महिला सम्मान,त्वरित न्याय की धज्जियां।

 तहसील कर्नलगंज का है मामला, जहां एसडीएम आवास के गेट पर न्याय की आस में दर-दर भटकती व काफी देर से बैठी दिखी महिला।                                                                                                  कर्नलगंज/गोंडा :- 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विश्व पटल के साथ ही केंद्र व राज्य स्तर पर महिला सशक्तिकरण व उनके कल्याण के साथ ही न्याय दिलाने की हमेशा बातें करने वाली उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के शासन में निरंकुश


शासन प्रशासन और अधिकारियों  की अनदेखी की शिकार एक पीड़ित परिवार की महिला अपने असहाय पति की लाचारी के चलते खुद उनके नाम से प्रार्थनापत्र लेकर काफी समय से न्याय की आस लगाए चौकी थाने से लेकर स्थानीय अधिकारियों सहित उच्चाधिकारियों के चक्कर लगाते उनके चौखट पर दर-दर ठोकरें खाने को विवश हैं। परंतु बेदर्द जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों की अनसुनी निरंकुश कार्यप्रणाली से उसकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है।

विदित हो कि मोदी सरकार से लेकर योगी सरकार द्वारा महिलाओं के सम्मान व स्वावलंबन पर उनके सशक्तिकरण के जहां आये दिन दावे किये जाते हैं वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के प्रति अधिकारियों,कर्मचारियों की सोंच बिल्कुल अलग है। अपनी फरियाद लेकर आई महिला के सम्मान और त्वरित न्यायप्रणाली को तार तार करने का यह मामला तहसील कर्नलगंज क्षेत्र का है, जहां अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च के मौके पर महिला सम्मान की पोल खोलते हुऐ उसकी धज्जियां उड़ाने वाली असली तस्वीर सामने आई जहां एक पीड़ित परिवार की महिला न्याय की आस में घंटे से काफी समय से उप जिलाअधिकारी कर्नलगंज के तहसील परिसर स्थित आवास के गेट पर जमीन पर बैठी दिखाई दी। वहीं जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारी उसकी अनदेखी कर अंदर किसी सरकारी काम से मौजूद व्यस्त बताए गए और पीड़ित महिला उनके नजरों से ओझल रहकर अपनी फरियाद करने हेतु टकटकी लगाए रहकर जमीन पर बैठ कर इंतज़ार करती रहीं। शर्म को ताक पर रख वहां के लोग जमीन पर बैठी महिला को निहारते रहे। मीडिया के कुछ बंधू जब उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग करने लगे तब शायद अफसरों को गेट के पास जमीन पर बैठी महिला का ध्यान आया और उसके बाद एक विभीगीय कर्मी ने उक्त महिला को वहां से उठकर अंदर जाकर हाल में बैठने को कहा। आखिरकार महिलाओं के प्रति इस तरह की सोंच रखने वालों को क्षेत्र व थानों का प्रभार क्यों दिया जाता है। अब देखना होगा कि महिलाओं की सम्मान की बात करने वाली योगी सरकार ऐसे अफसरों पर कार्यवाही कर पीड़ित महिला के परिवार को न्याय दिलाकर सूबे में नज़ीर पेश करती है या इसी तरह से महिलाओं के नाम पर दिखावे किये जाते हैं।प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र कर्नलगंज के भंभुआ चौकी थाना कोतवाली करनैलगंज के अंतर्गत ग्राम कैथोली के एक भूमि विवाद का है। जिसमें प्रश्नगत विवादित भूमि पर न्यायालय द्वारा स्टे आदेश के बाद भी दबंग विपक्षीगणों द्वारा जबरन निर्माण करके न्यायालय व उप जिला अधिकारी कर्नल गंज के पूर्व आदेश का भी उल्लंघन करके विवादित भूमि पर अवैध निर्माण करने के संबंध में है जिसमें पीड़ित परिवार की महिला द्वारा अपने असहाय पति दृगपाल के नाम से प्रार्थना पत्र लेकर संबंधित थाना चौकी से लेकर स्थानीय अधिकारियों को उच्च अधिकारियों के चक्कर काट रही है। परंतु उसके सुनवाई नहीं हो रही है।

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