अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन सह चुनाव वाराणसी में सम्पन्न

 

वाराणसी में अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा में ( राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदकुमार बघेल एवं राष्ट्रीय महासचिव आर एस कनौजिया ) को गया बनाया



समाजसेवी नन्दकुमार बघेल राष्ट्रीय अध्यक्ष और आर एस कनौजिया राष्ट्रीय महासचिव चुने गये 



 संवाददाता शकील अहमद के साथ यूपी हेड रामशरण कटियार की रिपोर्ट



वाराणसी (उत्तर प्रदेश)। अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के पूर्व निर्धारित और घोषित विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन सह चुनाव सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मारक  अतिथि निवास ( धर्मशाला), तेलियाबाग, आन्धरापुल, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में दिनांक 30 एवं 31 जनवरी 2021 को सफलता पूर्वक सम्पन्न हो गया।


विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन के प्रथम दिन के सभा का शुभारंभ समाज के ध्वजारोहण, दीप प्रज्वलित करके, एकता अखंडता के प्रतीक सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर माल्याार्पण करते हुए की गई। तत्पश्चात अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के संस्थापक रामधीन सिंह को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए देश के कूर्मि कुल गौरव समता समानता व स्वराज के जनक छत्रपति शिवाजी महाराज, आरक्षण के जनक छत्रपति राजर्षि शाहूजी महाराज,दक्षिण भारत की शान राजा भोज, राजा कृष्ण देव राय,बलिराजा,बिहार-झारखंड की शान रामफल मंडल, उत्तर प्रदेश की शान रामस्वरूप वर्मा, छतीसगढ़ -मध्य प्रदेश की शान डाॅ खूबचंद बघेल, तमिलनाडु की शान महावीर सुन्दरलिंगा कुडुम्बर,तमिलनाडु के स्वतंत्रता सेनानी त्यागी इमानूवेल देवेन्दरर समेत सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मारक अतिथि निवास के मुख्य संस्थापक बलिराम सिंह समेत अन्य कूर्मि विभूतियों को पुष्पांजलि अर्पित किये गये। तत्पश्चात कूर्मि ध्वज गीत :-" हे कूर्मि क्षत्रिय जाति महान.. प्रसारण किया गया। 

        प्रथम दिन के सभा की अध्यक्षता के लिए श्री सीताराम पटेल अधिवक्ता उच्च न्यायलय, जबलपुर (मध्य प्रदेश) का नाम कूर्मि कौशल किशोर आर्य द्वारा प्रस्तावित किया गया जिसे सभा ने करतल ध्वनि से स्वीकार करते हुए उनका सम्मान किया। मंचासीन और सभा में उपस्थित सभी कूर्मि अतिथियों का स्वागत अधिवेशन संयोजक डाॅ हेमन्त कुमार और सह संयोजक सुरेन्द्र सिंह पटेल ने किया। सभा का संचालन कूर्मि कौशल किशोर आर्य ने किया। तत्पश्चात महासभा के राष्ट्रीय महासचिव श्री आर एस कनौजिया द्वारा पिछली कार्यवाही का वाचन किया गया जिसे सभा ने करतल ध्वनि से संपुष्ट किया। चुनाव की प्रकिया को आगे बढा़ते हुए निर्वाचन पदाधिकारी श्री विजय सिंह पटेल अधिवक्ता उच्च न्यायलय इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए प्रस्तावित नाम श्री नन्दकुमार बघेल (छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री माननीय श्री भूपेश बघेल के पिताजी) के नाम पर सभा में उपस्थित सदस्यों से आपत्ति पूछा और उनके अलावा कोई अन्य नाम बताने को कहा। *पर सभा में उपस्थित सभी कूर्मि मित्रों ने सर्वसम्मति से महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए समाजसेवी श्री नन्दकुमार बघेल के नाम पर सहमति व्यक्त की जिसके बाद निर्वाचन पदाधिकारी ने नन्दकुमार बघेल को राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया। राष्ट्रीय महासचिव के पद पर श्री आर एस कनौजिया के नाम के प्रस्ताव आने पर अन्य कोई नाम प्रस्ताव के रूप में नहीं आये इसलिए निर्वाचन पदाधिकारी विजय सिंह पटेल अधिवक्ता ने श्री आर एस कनौजिया को महासभा के राष्ट्रीय महासचिव घोषित कर दिया* 


          अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के इस विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन सह चुनाव में भीषण ठंढ के बावजूद तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, आन्ध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, समेत 21 राज्यों के प्रतिनिधियों ने चुनाव में भाग लिया। प्रथम दिन के सभा में कूर्मि समाज के विकास और मजबूती के लिए मुख्य रूप से निन्मलिखीत वक्ताओं ने अपने विचार रखें जिनमें सर्वश्री देवकी मंडल ( महासभा सरंक्षक सदस्य), डाॅ गोपालनाथ, बीएचयू प्रमुख रहें। नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नन्दकुमार बघेल और नवनिर्वाचित राष्ट्रीय महासचिव श्री आर एस कनौजिया के संबोधन के बाद सभाध्यक्ष श्री सीताराम पटेल अधिवक्ता ने प्रथम दिन के सभा समाप्ति की घोषणा संध्या 5.30 बजे की। 


        दूसरे दिन 31 जनवरी 2021 सभा का शुभारंभ ध्वजारोहण, दीप प्रज्वलित, महापुरूषों के चित्रों पर माल्यापर्ण एवं ध्वज गीत के प्रसारण से किया गया । दूसरे दिन के सभा में मुख्य अतिथि के रूप में श्री कौशलेन्द्र सिंह पटेल ( सदस्य, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग और पूर्व मेयर वाराणसी) ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। तत्पश्चात अतिथियों का परिचय और स्वागत अधिवेशन संयोजक डाॅ हेमन्त कुमार पटेल द्वारा करने के पश्चात कूर्मि समाज के सर्वागीण विकास और मजबूती पर विचार रखने के लिए कूर्मि मित्रों को आमंत्रित किये गये। दूसरे दिन के सभा की अध्यक्षता अधिवेशन सह संयोजक श्री सुरेन्द्र सिंह पटेल ने की। सभा का संचालन डाॅ जगदीश सिंह पटेल ने किया। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य श्री कौशलेन्द्र सिंह पटेल ने कूर्मि समाज के संगठन के मजबूती के साथ ही अन्य पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग के एकता पर जोर देने के लिए सुझाव दिया। इसके लिए कूर्मि समाज के मित्रों को आगे बढ़ने के लिए अपील की। वहीं नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजसेवी श्री नन्दकुमार बघेल ने 543 लोकसभा सीटों पर आबादी के अनुसार कूर्मि समाज समेत अन्य पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समाज को आपस में सामन्जस्य बनाकर अधिकार करने के लिए कूर्मि समाज के मित्रों को मुख्य भूमिका सुनिश्चित करने के लिए अपील की। महासभा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी कूर्मि कौशल किशोर आर्य ने सभा को संबोधित करते हुए कहा देश में कूर्मि जाति की 20-22% अर्थात करीब 32 करोड़ आबादी है। देश के विभिन्न राज्यों में कूर्मि समाज के विकास और मजबूती के लिए काम करने के लिए सबसे पहले हमें अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा से देश के ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ क्रांतिकारी साथियों को जोड़कर सदस्य बनाना होगा उसके बाद धरातल पर सकारात्मक और रचनात्मक कार्य करना होगा,कूर्मि बंधुओं के सुख दुःख में शामिल होना होगा, एक दूसरे की तन, मन, धन से मदद पूरे निस्वार्थ भाव से करना होगा तभी हमलोग  महासभा को देश के विभिन्न राज्यों के कूर्मि शाखाओं के मित्रों ने बीच लोकप्रिय बना पाएंगे। राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी ने कहा कि पहले महासभा के पदाधिकारी गण ने महासभा को अपने पाॅकेट, झोली में रखकर चला रहे थे इसीलिए वे लोग विभिन्न राज्यों के विभिन्न कूर्मि शाखाओं के मित्रों को महासभा के सदस्य बनने से वंचित रखा था। इसीलिए महासभा देश के कूर्मि मित्रों के बीच लोकप्रिय नहीं बन पाया। पर अब अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा को देश के विभिन्न राज्यों के विभिन्न कूर्मि शाखाओं के मित्रों के सदस्यता ग्रहण करके महासभा और कूर्मि समाज की सेवा करने के लिए 365 दिनों के लिए खोल दिया गया है। महासभा को मजबूत बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा सदस्य बनाना आवश्यक है। तभी बिना कोई सकारात्मक और रचनात्मक धरातल पर कार्य किये वर्षों से महासभा पर कब्जा जमाकर बैठे बेईमान और गैरजिम्मेदार किस्म के लोगों को सबक सिखाया जा सकेगा। इसलिए आने वाले 5 वर्षों में 1 करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। पर यह तभी संभव है जब हर कूर्मि मित्र 5-10 सदस्य प्रत्येक महीने बनायें। जिसे सभी उपस्थित कूर्मि मित्रों ने स्वीकार करते हुए जो अब तक सदस्य नहीं बने थे उन्होंने सभागार के बाहर लगे स्टाॅल पर महासभा की सदस्यता ग्रहण की, अन्य कूर्मि मित्रों को भी सदस्य बनाने के लिए संकल्प लिया। कुर्मी समाचार त्रैमासिक पत्रिका के आजीवन सदस्य बनने के अपील पर कुछ कूर्मि मित्रों ने स्टाॅल पर सदस्यता ग्रहण की तो कुछ कूर्मि मित्रों ने विशेष आर्थिक सहयोग भी किये। जिले स्तर पर सामूहिक विवाह समारोह आयोजित करने, मृतक भोज, विवाह और अन्य समारोह में दिखावा तथा फिजूलखर्ची पर रोक लगाने के साथ सभी परंपरागत अवैज्ञानिक कुरूतियों के बहिष्कार करने के प्रस्ताव रखें जिसे सभा ने सर्वसम्मति से स्वीकार करते हुए पास कर दिया। आर्य ने जिले स्तर पर कूर्मि समाज के विद्यार्थियों और युवाओं के प्रतियोगिता परीक्षा तथा व्यवसाय के तैयारी करने के लिए मार्गदर्शक सेन्टर खोलने के प्रस्ताव रखें जिसे सभा ने स्वीकार करते हुए पास कर दिये। साथ ही साथ सभा में कूर्मि समाज के ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ क्रांतिकारी साथियों को समाजिक, जातीय और राजनैतिक संगठनों में आगे बढ़ाकर उन्हें नेता बनाने के फैसले लिये गये। सभा में निम्नलिखित वक्ताओं ने कूर्मि समाज के विकास और मजबूती के लिए अपने विचार रखें जिनमें सर्वश्री डाॅ एच एन प्रसाद (कुलपति, नालंदा ओपेन विश्वविद्यालय, बिहार), प्रो गोपालनाथ ( काफी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी), प्रो राजनाथ सिंह (संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी सम्पूर्णानंद ), छब्बू सिंह (पूर्व विधायक, चंदौली), रामभरोसे सिंह पटेल ,संतोष सिंह पटेल, अतुल सिंह पटेल (सोनभद्र),

डाॅ हेमन्त कुमार पटेल (अधिवेशन संयोजक), सुरेन्द्र सिंह पटेल (अधिवेशन सह संयोजक), दिवाकर सिंह अधिवक्ता (लखनऊ), सुभाष सिंह अधिवक्ता, शि़वशंकर सिंह अधिवक्ता, कुलदीप सिंह (ग्राम प्रधान) ,डाॅ प्रभात सिंह, सुनील कुमार सिंह शिक्षक,, डाॅ अरविंद सिंह पटेल (प्रवक्ता), मान सिंह पटेल (प्रबंधक) , राम आसरे पटेल प्रमुख रहें। अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के इस विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल विभिन्न राज्यों के कूर्मि काफी खुश और प्रफुल्लित दिखाई दिये खासकर दक्षिण भारत से आये कूर्मि मित्र खुद को सम्मानित और गौरवान्वित महसूस कर रहे थे। इसीलिए तमिलनाडु से प्रदेश अध्यक्ष राॅयल मुर्गेश के नेतृत्व में आये सभी सदस्यों ने तमिलनाडु कूर्मि समाज के संस्कृति को प्रोजेक्टर के द्वारा प्रस्तुत करके तमिलनाडु के कूर्मि समाज की झांकी प्रस्तुत की। साथ ही 3 महीने के अंदर तमिलनाडु में प्रदेश स्तर के अधिवेशन आयोजित करने के संकल्प लिये। इस विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन सह चुनाव को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सभी अतिथियों और आयोजक मंडल के सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापन महासभा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी कूर्मि कौशल किशोर आर्य ने किया। 


           वहीं अधिवेशन आयोजक मंडल के निम्नलिखित सदस्यों ने अधिवेशन को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिनमें सर्वश्री राहुल सिंह ग्राम प्रधान ( भोजन व्यवस्था) सुरेन्द्र सिंह पटेल, सुनील कुमार पटेल, कूर्मि कौशल किशोर आर्य (आवास व्यवस्था), चंदन सिंह, शनि सिंह, नीलू सिंह, अनुराग पटेल,नवीन वर्मा ( फोल्डर, आईडी, कुर्मी समाचार पत्रिका भेंट एवं सदस्यता स्टाॅल संचालन), उपस्थिति पुस्तिका हस्ताक्षर संचालन सुश्री कूर्मि शुभांगी आर्या, फोल्डर, आईडी संचालन श्रीमती कमला देवी कनौजिया, कूर्मि प्रियंका आर्या,प्रतिभा सिंह आदि प्रमुख रहें। 

         *आगामी 03 और 04 मार्च 2021 को प्रस्तावित रायपुर (छतीसगढ़) में आयोजित होने वाले अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन और कूर्मि महासम्मेलन को अपरिहार्य कारण से रद्द कर दिया गया है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक के बाद अगली तिथि और स्थान की घोषणा की जाएगी।*

        ज्ञात हो कि सरदार पटेल स्मारक अतिथि निवास, तेलियाबाग, वाराणसी में सफलता पूर्वक सम्पन्न हुए अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के पूर्व निर्धारित विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन को असफल करने और बाधा पहुंचाने के लिए स्वम्भू व तथाकथित राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वेश कुमार कटियार ने कानूनी कार्रवाई करने के धमकी भरे पत्र दिनांक 18/01/2021 को लिखकर सरदार पटेल स्मारक अतिथि निवास के अध्यक्ष, सचिव, प्रबंधक से आवंटित धर्मशाला को रद्द करने की मांग करते हुए दबाब बनाये थे। इतना ही नहीं महासभा के हितों के विरूद्ध असंवैधानिक और अवैध काम करने के कारण राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति और प्रदेश स्तर के प्रतिनिधियों द्वारा 20 एवं 23 सितंबर 2020 को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से मुक्त किये जाने के बावजूद स्वम्भू एवं तथाकथित राष्ट्रीय अध्यक्ष अहंकारी सर्वेश कुमार कटियार ने पिता और पुत्र में मतभेद उत्पन्न करने और वाराणसी के विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन सह चुनाव को रद्द कराने की नियत से दिनांक 22/01/2021 को समाजसेवी आदरणीय श्री नन्दकुमार बघेल जी के पुत्र और छतीसगढ़ के लोकप्रिय मुख्यमंत्री माननीय श्री भूपेश बघेल जी के नाम पत्र भेजकर उनके पिताजी सम्मानित श्री नन्दकुमार बघेल जी की शिकायत की गई ताकि वाराणसी के पूर्व निर्धारित विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन सह चुनाव को रोका जा सके। पर सर्वेश कुमार कटियार के द्वारा तमाम कुत्सित प्रयासों के बावजूद वाराणसी के पूर्व निर्धारित विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन सह चुनाव न केवल सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ बल्कि इस अधिवेशन में पधारे विभिन्न 21 राज्यों के कूर्मि शाखाओं के मित्रों ने शामिल होकर खुद को गौरवान्वित महसूस किया और बाबूजी के नाम से प्रसिद्ध समाजवादी आदरणीय श्री नन्दकुमार बघेल के कुशल नेतृत्व में देश के विभिन्न राज्यों में अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा को मजबूत बनाने के संकल्प लिये हैं । वाराणसी के विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन सह चुनाव में बाधा उत्पन्न करने के लिए लिखे गये दोनों पत्र सोशल मीडिया पर सर्वेश कुमार कटियार व उनके बेईमान बिखंडनकारी लोगो द्वारा प्रसारित -प्रचारित किये गये हैं जो आपने देखा ही होगा। इससे सर्वेश कुमार कटियार के मानसिक दुर्बलता और दिवालियापन साफ और स्पष्ट दिखाई दे रही है। सर्वेश कुमार कटियार और उनके कुछ बेईमान लोगों द्वारा बाबूजी की आयु पर सवाल उठाये जाने पर बाबूजी ने पहले भी जबाब दिया है और इस बार भी इस भीषण ठंढ में अधिवेशन में पधाकर उन्हें करारा जवाब दिया है। अगर 86 वर्ष की आयु में बाबूजी प्रत्येक महीने 22-25 दिन अपने घर के बाहर सभी मौसम में रहकर विभिन्न कार्यक्रम, समारोह, प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से देश के कूर्मि समेत अन्य पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समाज के लोगों को जागरूक करके उन्हें हक और अधिकार लेने के लिए तैयार कर रहे हैं तो आखिर सर्वेश कुमार कटियार जैसे बेईमान और गैरजिम्मेदार किस्म के अहंकारी, पदलोलूप लोगो को तकलीफ क्यों हो रही है? बाबूजी (श्री नन्दकुमार बघेल जी) और महासभा के अन्य पदाधिकारियों को बदनाम और प्रतिष्ठा धूमिल करने की नीयत से कूर्मि जागृति टाईम्स में इन दिनों सर्वेश कुमार कटियार लगातार बेबुनियाद और आधारहीन आरोप लगातार लेख प्रकाशित करवा रहे हैं। उन्हें डर है कि बाबूजी के आने से उनकी ठेकेदारी जल्द ही बंद हो जाएगी। इसीलिए छटपटाहट में अनाप शनाप पत्र लिखकर व सोशल मीडिया पर अपमान जनक अशोभनीय टिप्पणी कराके खुद ही बेनकाब हो रहे हैं। आने वाला कल काम और समाज सेवा करने वाले ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ कूर्मि मित्रों के लिए होगा।  कामचोर, बेईमान और गैरजिम्मेदार किस्म के लोगों के लिए नहीं।

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