उन्नाव में उ0 प्र0 राज्यपाल महोदया ने कई कार्यों का किया अवलोकन, कृषि पर दिया जोर अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश।

👉कृषि एवं विकास पर आधारित प्रर्दशनी का अवलोकन:

👉मा0 विधायकगण/उद्ययमी/जनसामान्य/प्रशासनिक अधिकारी एवं स्वयं सेवी संस्थायें सभी आगे आकर टी0 बी0 मरीजेां को गोद लें:

👉जैविक उत्पाद की खेती/बिक्री से लाभ प्राप्त करें किसान:

👉महिलायें आत्म निर्भर होकर मिशाल कायम करें -मा0 राज्यपाल 

👉समस्याओं को दूर करने हेतु महिलाओं को संगठित होकर आगे आना होगा-मा0 राज्यपाल

👉नगरीय एवं ग्रामीण आवासी योजना से लाभाविन्त महिलाओं एवं पुरूषों से मिले आवासोें के बारेे में विस्तार से चर्चा:

👉जिला जेल का निरीक्षण कर महिला बन्दियों के बारें में हालचाल लिये:

उन्नाव 30 जनवरी 2021 को मा0 राज्यपाल महोदया उत्तर प्रदेश श्रीमती आनन्दीबेन पटेल का जनपद उन्नाव के निर्धारित कार्यक्रम के तहत पुलिसलाइन में कृषि एवं विकास पर आधारित प्रर्दशनी का अवलोकन किया। जिसमें महिला स्वयं सहायता समूह के तहत दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत नवदुर्गा महिला एवं पूजा महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित कपडे के झोले, शाल, जरी आदि के काम को बहुत ही बारीकी से देखा।


उन्होंने उपस्थित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से जानकारी कि की  महिलाओं द्वारा तैयार किया जाने वाला माल के विक्री से कितना लाभ होता है। प्रधान मंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत वर्ष 2020-21 तक लाभार्थियों की पात्रता आदि के बारे में परियोजना निदेशक ग्राम विकास अभिकरण से विस्तार से जानकारी ली। उद्यान विभाग द्वारा अमरूद, मौन पालन, फूलों की खेती, जैविक खेती के आर्थिक लाभ के बारे में उपस्थित किसान शान्तनु शुक्ला, अजित सिंह तथा राजू सिंह से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष लाभ की जानकारी ली

जिस पर किसानों ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की महात्वकाक्षीं योजना के तहत बेहतर सेवायें, पौष्टिक आहार, संसाधन सरंक्षण, खद्यान्न दक्षता में बढ़ोत्तरी, रोजगार सृजन, किसान सगठनों को बढावा तथा जैविक विविधता संरक्षण प्रदान करने हेतु यू0पी0 डास्प से किसानों का बहुत लाभ हुआ है। इसके उपरान्त कृषि विभाग द्वारा आयोजित कि गयी प्रदर्शनी स्टाल का निरीक्षण किया। जिसमें परम्परागत कृषि योजना के अन्तर्गत जैविक खेती योजना के उत्पाद के विपणन एवं ब्राण्ड को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लगायी गयी प्रदर्शनी स्टाल का निरीक्षण किया। जिसमें मूंगफली, की फसल, काला नमकचावल, बाजरा, उगायी गयी सब्जी के बारे में बारिकी से जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि स्थानीय स्तर पर किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिले इस हेतु कई योजनायें यू0पी0 डास्प द्वारा चलायी जा रही है। किसान की आमदनी में बढ़ोत्तरी, बेहतर क्रय शक्ति, निर्यात आय में बढ़ोत्तरी तथा किसानों की गरीबी उन्मूलन की कई महत्वकाक्षी योजनाओं से कृषकों को लाभान्वित किया जा रहा है जिस पर मा0 राज्यपाल महोदया द्वारा किसानों को दी जा रही सुविधाओं पर सन्तोष व्यक्त किया। इसी दौरान सबमिशन आॅन एग्रीकल्चर मैकेनाईजेशन योजना के अन्तर्गत कष्टम हायरिंग सेन्टर स्थापना हेतु मा0 राज्यपाल महोदया उ0प्र0 की प्रेरणा से श्रीमती शीला सिंह ग्राम भौली ब्लाक नवाबगंज को टैक्टर की जाभी देकर लाभान्वित किया।   

मा0 राज्य पाल श्रीमती आन्नदी बेन पटेल ने आज भ्रमण के दौरान पुलिस लाइन स्थित मींटिग हाल में शहीद दिवस पर दो मिनट का मौन रखा गया। इसके उपरान्त महामहिम राज्य पाल श्रीमती आन्नदी बेन पटेल ने कहा कि 2025 तक देश व प्रदेश सरकार भारत को छह रोग से मुक्त कराना चाहती है पूरे विश्व को 2030 तक टी0वी0 रोग से मुक्त कराने की योजना है। इस निमित ऐसे बीमारी से गुजर रहे युवा/बच्चे/बुजुर्ग छय रोग से पीडित रोगियों के उपचार कर मुक्त करने हेतु सरकार अभियान चलाकर कार्यकर रही है। इसमें मा0 विधायकगण/उद्ययमी/जनसामान्य/प्रशासनिक अधिकारी एवं स्वयं सेवी संस्थायें सभी आगे आकर टी0बी0 मरीजेां को गोद लें और उनकी देखभाल हेतु पौष्टिक आहार की व्यवस्था कर उन्हें स्वस्थ्य बना सकते है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में 20 प्रतिशत छय रोग के मरीज हो सकते है इस कारण इसमें एसे प्रयासों से कार्यकरने की अधिक आवश्यकता है। ताकि प्रदेश को टी0बी0 मुक्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग से जुडे समस्त डिग्री कालेज के प्राचार्यों को छय रोग से पीडित मरीज को गोद लेने की बात कहीं। उन्होंने उदाहरण देते हुये कहा कि राज्य भवन में 25 ऐसे मरीजों को गोद लिया जो आज स्वस्थ्य है। उन्होंने कहा कि मंै चाहती हूॅ कि उन्नाव जनपद ऐसा जनपद बने जिसमें अधिक से अधिक ऐसे मरीजों को जो युवा, बच्चे, बुजुर्ग है गोद लेकर प्रथम स्थान पर आये। इसी निमित्त उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि अपने जिले के सभी अधिकारी, उद्योग पति, पुलिस व अन्य लोग ऐसे बच्चों को चिन्हित कर गोद लें। इस क्रम में मा0 विधायक मोहान बृजेश रावत ने 12 मरीज को गोद लेने की बात कही, उद्योग के अध्यक्ष  जे0एन0 मिश्रा ने ऐसे सभी चिन्हित मरीजों को गोद लेने को कहा। इस अवसर पर जिला टीबी फोरम के 07 सदस्यों को सम्मानित किया गया।  

इस अवसर पर जैविक खेती एवं विपणन को बढ़ावा देने के लिये कृषकों का उत्साहवर्धन किया। उन्होने मैकेनाइजेशन योजनान्तर्गत कस्टम हायरिंग सेण्टर की स्थापना के लिये श्रीमती शीला सिंह नवाबगंज को प्रेरणा पत्र एवं ट्रैक्टर की चाभी प्रदान की। माननीय राज्यपाल महोदया ने 14 कृषक उत्पादक संगठनों के निदेशकों एवं 16 प्रगतिशील कृषकों से उनके द्वारा सम्पादित किये जा रहे कार्यो के सम्बंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। नमामि गंगे अन्नदाता जैविक उत्पादक संघ के निदेशक  अरविन्द कुमार ने बताया कि वह संगठन के किसानों के जैविक उत्पादों की बिक्री के लिये लखनऊ, कानपुर, उन्नाव में विपणन का कार्य कर रहे है। उन्हे मूॅगफली, काला नमक चावल, सब्जी के जैविक उत्पाद की बिक्री से लाभ प्राप्त हो रहा है।

 गोलादास बायोएनर्जी प्रोड्यूसर कम्पनी लि0 के निदेशक बबलू यादव ने बताया कि उनके समूह में 729 किसान जुड़े है। उनके संघ के सदस्यों द्वारा 60 एकड़ में तुलसी की खेती, 35 एकड़ में लेमन ग्रास की खेती, गेहूॅ, मूॅगफली की जाती है। लेमन ग्रास, तुलसी की खेती से रू0 80,000/- प्रति एकड़ तक का मुनाफा हो रहा है। माननीय राज्यपाल ने जैविक खेती/उत्पाद की बिक्री को बढ़ावा देने के लिये  सुरजन सिंह, चोखेलाल, अनिल मिश्रा, अरविन्द कुमार को प्रेरणा पत्र दिया और कहा कि कृषक अपने उत्पादन का मूल्य सम्वद्र्वन करके बाजार में बिक्री करें जिससे उनके मुनाफे में डेढ़ गुना तक की वृद्वि हो सकती है। साथ ही रोजगार भी प्राप्त होगा। विकास खण्ड मियाॅगंज के कृषक श्री योगेन्द्र कुमार गौड़ ने पराली दो खाद लो अभियान के बारे में जानकारी दी जिस पर मा0 राज्यपाल ने कहा कि किसानों के लिये, पर्यावरण के लिये, गौवंश के लिये, मृदा के लिये अत्यन्त ही उपयोगी कार्यक्रम है। 

उप कृषि निदेशक डा0 नन्द किशोर ने कृषि विभाग और यू0पी0डास्प की योजनाओं की जानकारी पावर प्वाइंट प्रेजेण्टेशन द्वारा दी। उन्होने बताया कि मृदा में जीवांश कार्बन की मात्रा बढ़ाने के लिये जैविक खेती का कार्यक्रम शुरू किया गया है। अभी 15 एफ0पी0ओ0 का गठन किया गया है और 31 मार्च 2021 तक 16 और गठित किये जाने का एवं इन्हें सुदृढ़ किये जाने का लक्ष्य है। उप कृषि निदेशक ने यह भी बताया कि जैविक खेती 1900 हे0 में की जा रही है।

जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार के प्रयासों से पराली दो खाद लो अभियान का सकारात्मक प्रभाव को देखते हुये इसे आगामी वर्षो में वृहद रूप से लागू किया जायेगा जिससे गौवंश की समस्या भी काफी हद तक राहत मिलने के साथ-साथ किसानों को गोबर की खाद अधिक पैदावार हेतु प्राप्त हो सकेगी। उन्होने यह भी कहा कि माननीय राज्यपाल के प्रेरणादायक सुझाव पर  रणनीति बनाकर कृषकों के हित की योजनाओं को लागू किया जायेगा। 

मा0 राज्यपाल ने उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को आत्म निर्भर व समाज में बराबरी का स्थान दिलाये जाने के उद्देश्य से केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं में स्वंय सहायता समुह का गठन करके परिवारों की आर्थिक रूप से स्वालम्वी एवं स्थित को मजबूत करने पर जोर दिया गया। आज महिलाओं में सकारात्मक सोच आ रही है। उनकी प्रतिभा कौशल को जोड़ कर कार्य किया जा रहा है। एक जनपद एक उत्पाद के तहत मिशन का सामुदायिक संस्थागत ढ़ाचा के तहत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्रगति एवं मिलने वाले लाभ से मा0 राजपाल जी को लाभार्थियों के माध्यम से जानकारी दी गयी। जरी जरदोजी, टेक होम राशन परियोजना, सामुदायिक शौचालय, मिलयन सेल्स परियोजना, स्किल ट्रेनिंग, एक ग्राम पंचायत, एक वीसी, सिटीजन  इनफार्मेशन बोर्ड तथा प्रेरणा कैन्टीन, स्कूल ड्रेस, सरस मेला, अजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना, ड्राई राशन वितरण में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा किये जा रहे भागीदारी एवं कार्यों के बारे में जानकारी ली।

इस पर मा0 राजपाल महोदया ने खुशी जाहिर करते हुये कहा कि पूरी गतिविधियां महिलाओं के द्वारा हो रही है। महिलायें मेहनत करके 8-9 हजार रूपये कम से कम कमा रही है। महिलायें आत्म निर्भर बन रहीं हैं। घर से बाहर निकल कर अपने हुनर के अनुसार कार्य कर रही है। महिलायें अपना घर स्वयं चलाने में सक्षम है। उपस्थित महिला स्वयं सहायता समूह का उत्सावर्धन करते हुये कहा कि कोविड-19 जैसी महामारी में चुनौती स्वीकार करके मास्क आदि बनाकर आत्म निर्भर होने का मिशाल कायम किया है। एक सकारात्मक सोच बनाकर सभी को आगे बढने की आवश्यकता है। इससे  महिला के दोनों परिवारोें में समृद्धि एवं खुशहाली का वातावरण बनेगा तथा विकास की धारा में एक अहम भूमिका निभाने का कार्य स्वयं सहायता समूह करेंगें। उन्होंने कन्या सुमंगला योजना के तहत बेटी बचाव बेटी पढाओं के तहत बेटियों को उच्च शिक्षा देने तक का कार्य महिलायें करे। दहेज की चुनौती को समाप्त कराने में सहयोग करने एवं कुप्रथा समाप्त करने में महिलायंे अहम भूमिका निभायें। महिलायें सकारात्मक सोच लेकर आगे बढ़े। बेटा-बेटी में असमानता न लायें। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार महिलाओं के स्वाभीमान के प्रति संकलिप्त है। जिस कारण प्रधान मंत्री आवास योजना में महिलाओं का नाम अनिवार्य रूप से दर्ज किया गया है। समस्याओं को दूर करने के लिये महिलाओं को आगे आना होगा, सभी सकारात्मक सोच रखे जो मिले उसमें सन्तोष करना चाहिये इससे विकास की धारा में आगे बढने सहायता मिलेंगी। प्रधान मंत्री आवास योजना ग्रामीण एवं शहरी के तहत प्रस्तुत किये गये योजनाओं के बारे में विस्तार से अवगत कराया गया जिसपर मा0 राज्यपाल जी ने कहा कि सभी लाभार्थियों को अधिक से अधिक योजना से चयनित कर लाभ दें। उपस्थित नगरीय एवं ग्रामीण आवासी योजना से लाभाविन्त महिलाओं एवं पुरूषों से मिले आवासोें के बारेे में विस्तार से चर्चा की। इसमें भी मा0 राज्यपाल जी ने खास कर महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुये कहा कि महिलायंे अपने हुनर के अनुसार रोजगार से जुडे़ समूहों में सम्मिलित हो बच्चों को अधिक से अधिक पढायेे और जागुरूक करें।

मा0 राज्यपाल ने जिला जेल का औचक निरीक्षण कर बन्दी महिलाओं की व्यवहारिक कठिनाईयों तथा जिला जेल से मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि महिला अधिकारों के तहत दिये जाने वाले कानूनों के तहत कार्य किया जायें।

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