कानपुर:- पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते मैदानी क्षेत्रों में शीत लहर चलनी शुरू हो गई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार शनिवार की रात हल्की बारिश के बाद अब ओलावृष्टि के भी आसार बन गए हैं। कानपुर समेत आस-पास के क्षेत्रों में बारिश के बीच तीन दिन बाद फिर तापमान में गिरावट से ठंड और बढ़ेगी तथा पाला पड़ेगा। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ‘सीएसए’ के मौसम विभाग के अनुसार एक जनवरी से पक्षिमी विक्षोभ सक्रिय होने व हवा का रुख बदलने से मौसम में यह बदलाव हुआ है।
शनिवार की रात से ही आसमान में बादल छा गए और आधी रात हल्की बारिश हुई। इसका असर तड़के भी रहा और बदली के बीच रविवार को दिन निकला। सुबह हल्का कोहरा भी छाया रहा, जो सूरज चढ़ने के साथ खत्म हो गया लेकिन आसमान में बदली छायी है। सीएसए के मौसम वैज्ञानिक डाॅ. एसएन पांडेय ने बताया कि इस हफ्ते भीषण सर्दी पड़ने से पहले तीन से पांच डिग्री तापमान बढ़ने से शहरवासियों को राहत मिलेगी। इसका कारण पश्चिमी विक्षोभ के साथ हवा का रूख बदलना है। अभी छह जनवरी तक कई स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी होगी जबकि कुछ स्थानों पर तेज बारिश व ओले पड़ने की भी संभवाना है
उन्होंने बताया कि मौसम के इस बदलाव के चलते सुबह व रात के तापमान में वृद्धि होने से शहरवासियों को कुछ राहत मिलेगी। बारिश के बाद दिन बेहद ठंडे हो जाएंगे। कानपुर समेत आसपास के क्षेत्रों में शीतलहर का प्रकोप रहेगा। इसके अलावा पाला पड़ने की भी संभावना है। गंगा के मैदानी क्षेत्रों में तराई इलाकों में घने कोहरे की चादर छाई रहेगी। पहले उत्तरी पश्चिमी हवा चल रही थी अब उत्तर पूर्वी हवा चलने लगी है।
मवेशियों को सर्दी से बचाएं
मौसम व कृषि वैज्ञानिक डाॅ. एसएन पांडेय ने बताया कि मौसम के इस बदलाव के बीच दुधारू मवेशियों का खास ख्याल रखने की जरूरत है। गाय, भैंस व बकरी जैसे मवेशियों को कंबल व टाट से ढककर रखें। दिन में जब भी धूप निकले उन्हें वहां ले जाएं। जहां पर उन्हें बांधते हैं वहां पर पुआल रखें और उसे चारों ओर टाट से बंद कर दें, जिससे ठंडी हवा न जाने पाए। उनका चारा बढ़ा दें।