यूपी-दिल्ली बॉर्डर (गाजीपुर टोल) पर धरनारत किसानों की महापंचायत 30 दिसंबर को बुलाई गई है। फैसला लिया जाएगा कि अब आगे क्या करना है। पश्चिमी यूपी के जनपदों से बड़ी संख्या में किसान महापंचायत में पहुंच सकते हैं। इसे लेकर अलर्ट जारी किया गया है। किसानों को गांवों में रोकने-नजरबंद करने की तैयारी है।भारतीय किसान यूनियन के मेरठ मंडल महामंत्री नरेश चौधरी के अनुसार किसान पिछले एक माह से धरनारत हैं।
आगे का फैसला लेने के लिए 30 दिसंबर की दोपहर 2 बजे गाजीपुर टोल स्थित धरनास्थल पर महापंचायत बुलाई गई है। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गांव-गांव से किसानों को आमंत्रित किया है, ताकि सबकी मौजूदगी में ठोस फैसला हो सके। उन्होंने बताया कि मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, हापुड़, बुलंदशहर समेत पूरे पश्चिमी यूपी से बड़ी संख्या में किसान महापंचायत में आएंगे।
मेरठ जनपद के नोडल अधिकारी एवं एडीजी राजीव सबरवाल ने सोमवार को पुलिस लाइन में एसएसपी सहित सभी एडिशनल एसपी के साथ बैठक की। किसान आंदोलन पर विस्तृत चर्चा हुई। 30 की महापंचायत में दिल्ली जाने वाले किसानों को लेकर भी मंथन हुआ। सूत्रों ने बताया कि पुलिस अफसर मंगलवार को कई गांवों का दौरा करेंगे। प्रमुख किसान नेताओं से बात करेंगे। कोशिश करेंगे कि किसान दिल्ली का रुख न करें। कुछ प्रमुख किसानों को घरों में ही नजरबंद करने की तैयारी है।
टोल प्लाजा पर निगेहबानी
पश्चिमी यूपी के सिवाया टोल प्लाजा, हापुड़ जिले के छिजारसी टोल प्लाजा पर 24 घंटे पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। टोल से कब, कहां के कितने किसान गुजर रहे हैं यह लेखा-जोखा तैयार हो रहा है। पुलिस के अलावा एलआईयू को भी तैनात किया गया है।
बिजनौर में एडीजी ने बैराज बॉर्डर का जायजा लिया और यहां तैनात पुलिसकर्मियों को दिशा-निर्देश दिए। इसके अलावा, भाकियू का 21वां जत्था दिल्ली आंदोलन में शामिल होने के लिए रवाना हुआ।
राममिलन मौर्य।