मियागंज (उन्नाव) यह मामला उन्नाव जिले के मियागंज ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत महेन्द्र का है जो कि महेन्द्र गांव के अन्दर बने प्राइमरी स्कूल जिसका नाम प्राथमिक विद्यालय महेन्द्र वि,क्षे, मियागंज जनपद उन्नाव है उसी स्कूल के पीछे बनीं कच्ची सड़क जो महेन्द्र गांव से लेकर रसूलाबाद के मुख्य मार्ग तक गई है
जो कि बीच में सड़क काई जगह पर छति ग्रस्त हो चुकी है और जब भी बरसात होती है तो सड़क पर बरसात का पानी ही पानी और किचड़ ही दिखाई देता है लेकिन ग्रामीण लोगों को इसी रास्ते पर से ही गुजरना पड़ता है जो कि ग्रामीणों को बड़ी ही दिक्कतों का सामना करके रसूलाबाद जान पड़ता है जब इसी रास्ते से बाजार करने के लिए गांव के लोग और स्कूल पढ़ने के जाने के लिए विद्यार्थी रसूलाबाद जाते हैं तो कभी कभी गिर भी पाड़ते हैं और फिर वे स्कूल नहीं जा पाते हैं जिसके चलते उनको पढ़ाई का भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है जिसके चलते विद्यार्थियों को बड़ी ही मुश्किलों का सामना करना पड़ा है और जब भी गांव का कोई भी ब्यक्ति सड़क की दिक्कतों को लेकर अपनी फरियाद प्रधान को सुनाता है तो वो धमकी देकर भगा देता है और कहता है कि तुम मेरे पास ही क्यों आते हो मैं तुम्हारी सामस्या नहीं सुनूंगा क्यों कि तुमने मुझे वोट नहीं दिया है
जहां एक तरफ गांव वाले और स्कूल के छात्रों को बड़ी ही मुश्किलों का सामना करके रसूलाबाद जान पड़ता है वहीं दूसरी तरफ गांव का प्रधान चुपचाप घर में बैठकर तमाशा देख रहा है और चैन की नींद लें रहा है अब देखना यह होगा कि क्या हमारे तेजतर्रार जिलाधिकारी राबिन्द कुमार महोदय जी ऐसे प्रधानों पर कोई कड़ी से कड़ी सक्त कार्य वाई करते हैं कि नहीं यह फिर प्रधान ग्रामीणों कि सामस्याऔ को ऐसे ही नकारते रहेंगे।