स्वयं सहायता समूहों को रोजगार से जोड़ने के लिए जल्द ही ब्लॉक मुख्यालयों पर पोषाहार उत्पादन के लिए यूनिट की स्थापना होगी


अंबेडकरनगर। स्वयं सहायता समूहों को रोजगार से जोड़ने के लिए जल्द ही ब्लॉक मुख्यालयों पर पोषाहार उत्पादन के लिए यूनिट की स्थापना होगी। लगभग 50-50 लाख रुपये की लागत से सभी नौ ब्लॉकों में स्थापित होने वाली इन इकाइयों में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को रोजगार दिया जाएगा। उत्पादन से लेकर पैकिंग तक के कार्यों को स्वयं सहायता समूह की महिलाएं करेंगी। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से अनाज की खरीददारी में भी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का सहयोग लिया जाएगा। ब्लॉक प्रशासन ने इसके लिए कार्य तेज कर दिया है। उम्मीद है कि नये वर्ष में इन यूनिटों का शुभारंभ हो जाएगा। इससे बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूहों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।

बताते चलें कि केंद्र व प्रदेश सरकारें स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही हैं। समूह की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए जहां ऋण मुहैया कराया जा रहा है, वहीं सरकार उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में अवसर प्रदान कर रही है। बिजली बिल वसूली के कार्यों में जल्द ही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का सहयोग लिया जाएगा। इसके साथ ही सरकार ने अब एक नई योजना शुरू की है। जिले के सभी नौ ब्लॉकों में अब पोषाहार निर्माण के लिए यूनिट की स्थापना की जाएगी।

लगभग 50-50 लाख रुपये प्रत्येक यूनिट पर खर्च आएगा। लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये की लागत से लगने वाली इन यूनिटों में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को रोजगार प्रदान किया जाएगा। प्रत्येक यूनिट पर 15 से 20 स्वयं सहायता समूहों को जोड़ा जाएगा। उनके द्वारा पोषाहार निर्माण के साथ ही उसके पैकिंग आदि का कार्य किया जाएगा। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र से अनाज खरीददारी के लिए भी स्वयं सहायता समूह की सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।शासन के निर्देश पर ब्लॉकों में इन इकाइयों को लगाने के लिए तैयारी तेज हो गई है। ब्लॉक प्रशासन ने अकबरपुर, कटेहरी, टांडा, जलालपुर, बसखारी, भियांव, भीटी, रामनगर व जहांगीरगंज में भूमि का चिन्हांकन भी कर लिया है। शासन का निर्देश है कि जनवरी माह में इसका शुभारंभ हो जाएगा। इससे बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार प्रदान हो सकेगा।शासन की इस पहल से स्वयं सहायता समूहों में खुशी का माहौल है। स्वयं सहायता समूह भगवानपुर की प्रमिला व सुंदरी ने कहा कि शासन का यह प्रयास महिलाओं के सशक्तीकरण में अहम साबित होगा। महिलाओं को स्थानीय स्तर पर ऐसे रोजगार से जोड़ने से बेहतरी सुनिश्चित हो सकेगी। इससे न सिर्फ वह अपने परिवार का खर्च उठा सकेंगी बल्कि रोजगार में महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ेगी।

शासन के निर्देश पर ब्लॉकों में पोषाहार निर्माण यूनिट लगाने को लेकर प्रक्रिया तेजी से चल रही है। करीब 50 लाख रुपये का खर्च प्रत्येक यूनिट पर आएगा। जिले के सभी नौ ब्लॉकों में यह यूनिट लगायी जाएगी। इसमें प्राथमिकता के आधार पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार दिया जाएगा। नये वर्ष में इसके शुरू होने की उम्मीद है।

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