विद्यालय आने के लिए छात्र-छात्राओं पर न डालें दबाव, रोज कराएं सैनिटाइजेशन।

अंबेडकरनगर :-अभिभावक की सहमति न हो तो छात्र-छात्राओं को विद्यालय आने के लिए बाध्य न किया जाए। उन्हें ऑनलाइन शिक्षा दी जाए। 19 अक्तूबर से विद्यालय खुलने पर प्रति दिन विद्यालय को सैनिटाइज किया जाए और छात्र-छात्राओं, शिक्षकों व कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाए। मास्क जरूरी है। शिक्षण कक्ष में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाए। ये निर्देश बुधवार को डीआईओएस कार्यालय में प्रबंधक व प्रधानाचार्यों की बैठक में डीआईओएस विनोद सिंह ने दिए। उधर, 19 अक्तूबर से विद्यालय खोलने को लेकर जरूरी व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए नौ मुख्य नोडल अधिकारी व 27 सहायक नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है।


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19 अक्तूबर से कक्षा नौ से 12 तक की कक्षाओं का संचालन करने की अनुमति शासन ने प्रदान की है। इसी को लेकर बुधवार को डीआईओएस कार्यालय में इंटर कॉलेज के प्रबंधकों व प्रधानाचार्यों की बैठक हुई। डीआईओएस विनोद सिंह ने शासन द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार विद्यालय का संचालन किए जाने का निर्देश दिया। कहा कि 19 अक्तूबर से विद्यालय खुलने से पहले 18 अक्तूबर को समूचे विद्यालय को सैनिटाइज किया जाए। इसके बाद भी प्रतिदिन विद्यालय को सैनिटाइज किया जाए।

डीआईओएस ने कहा कि विद्यालय के मुख्य गेट पर ही सैनिटाइजेशन मशीन रखी जाए, जिससे विद्यालय आने वाले छात्र-छात्राओं, शिक्षक, शिक्षिकाओं व कर्मचारियों को सैनिटाइज किया जा सके। इसके साथ ही सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की जाए। विद्यालय में मास्क की उपलब्धता की जाए। यदि कोई मास्क लगाकर न आए तो उसे मास्क उपलब्ध कराया जाए। निर्देश देते हुए कहा कि विद्यालय खुलने से पहले छात्र-छात्राओं के अभिभावकों की सहमति जरूरी है।

यदि कोई अभिभावक अपने बच्चे को विद्यालय नहीं भेजना चाहता तो उस पर दबाव न डाला जाए बल्कि ऑनलाइन शिक्षा दी जाए। उधर, 19 अक्तूबर से खुल रहे विद्यालयों में समुचित तैयारियों का जायजा लेने के लिए नौ मुख्य नोडल अधिकारी व 27 सहायक नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है। ये अधिकारी विद्यालय खुलने के पहले व बाद में जरूरी व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे व जरूरी निर्देश भी देंगे।

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