कानपुर :- बिकरू कांड में पुलिस ने चार्जशीट तैयार कर ली है। मंगलवार को एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव और विवेचकों के साथ समीक्षा भी की। तीन अक्टूबर तक चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जाएगी।
दो जुलाई की रात चौबेपुर क्षेत्र के बिकरू गांव में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी। मामले में पुलिस ने कुल 43 आरोपित चिह्नत किए हैं। इनमेंं विकास दुबे समेत छह आरोपित एनकाउंटर में मारे गए। 36 आरोपित इस समय जेल में हैं, जबकि अतुल दुबे का बेटा वितुल दुबे अब तक फरार है। इस मामले में तत्कालीन एसओ चौबेपुर विनय तिवारी और हलका प्रभारी केके शर्मा भी आरोपित बनाए गए। माना गया कि दोनों ही विकास दुबे के करीबी थे, उसके लिए काम करते थे।नियमानुसार पहली गिरफ्तारी के बाद 90 दिनों के अंदर चार्जशीट दायर करनी होती है। पहली गिरफ्तारी पांच जुलाई को हुई थी। इस तरह चार अक्टूबर से पहले पुलिस को चार्जशीट अदालत में दायर करनी होगी। इस संबंध में मंगलवार को एसएसपी ने विवेचकों के साथ बैठक कर चार्जशीट को अंतिम रूप दिया। सूत्रों के मुताबिक करीब 50 पन्नों की चार्जशीट तैयार हो गई है। इसमें सभी आरोपितों की भूमिका को साक्ष्यों के साथ बताया गया है। 1000 से ज्यादा पन्नों की केस डायरी भी तैयार की गई है। एसएसपी ने बताया कि दो-तीन दिन में चार्जशीट कोर्ट में दायर हो जाएगी।
सौरभ को सुरक्षा देने से इन्कार
विकास के खजांची जय बाजपेयी के खिलाफ न्यायिक आयोग और एसआइटी में साक्ष्य और गवाही दोनों दे रहे सौरभ भदौरिया को पुलिस ने सुरक्षा देने से इन्कार कर दिया है। संयुक्त सचिव सुनील कुमार की दी जानकारी के अनुसार सौरभ को सुरक्षा देने से संबंधित आवेदन पर एसपी दक्षिण दीपक भूकर, सीओ एलआइयू सूक्ष्म प्रकाश ने जांच की।
25 अगस्त 2020 को दी गई जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि सौरभ सुरक्षा का दुरुपयोग कर सकते हैं। सौरभ ने खुद को पुलिस सुरक्षा न दिए जाने को अदालत में चुनौती देने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि जो पुलिसकर्मी जय बाजपेयी के सहयोगी रहे हैं, उनकी रिपोर्ट को आधार बनाकर उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई। इस मामले में हाईकोर्ट जाएंगे। सौरभ पहले ही पूर मामले में सीबीआइ जांच की मांग को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर चुके हैं।