कानपुर :- घाटमपुर क्षेत्र में दो दिन से रिमझिम बारिश अब कच्चे मकानों के लिए खतरनाक साबित हो रही है। गुरुवार की दोपहर सजेती थाना क्षेत्र के गांव बीरबल अकबरपुर में कच्चे मकान की छत ढह जाने से एक ही परिवार के चार लोग दबकर जख्मी हो गए। घायलों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सजेती के बीरबल अकबरपुर गांव में मूलचंद्र निषाद का मकान कच्चा व बेहद जर्जर था। उसकी पुत्री फूलकली पत्नी चरनसिंह भी अपनी ससुराल जालौन जिले के थाना कालपी अंतर्गत गांव गुढ़ा से परिवार के साथ आकर मायके में पिता के साथ ही रहती है। बीते दो दिन से रुक-रुक कर रिमझिम बारिश के चलते गुरुवार दोपहर मूलचंद्र के मकान की छत भरभरा कर ढह गई। घर के अंदर खाना बना रही मूलचंद्र की 30 वर्षीय पुत्री फूलकली, 18 वर्षीय अविवाहित बेटी शारदा और 13 वर्षीय श्रद्धा, नाती पांच वर्षीय चमन मलबे में दब गए।
छत ढहने की तेज धमाके जैसी आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण दौड़ पड़े। पड़ोसियों ने मकान का मलबा हटाकर घायलों को बाहर निकाला और पुलिस और सीएचसी को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को एंबुलेंस से सीएचसी भिजवाया। प्राथमिक उपचार के बाद फूलकली व शारदा को उर्सला कानपुर रेफर किया गया है। उपजिलाधिकारी एके श्रीवास्तव ने बताया कि सूचना मिलते ही राजस्व विभाग की टीम मौके पर भेजी गई है, रिपोर्ट के आधार पर पीड़ित परिवार को सहायता राशि देय होगी।