प्रदेश में कहीं भी नहीं होगा कोई सार्वजनिक कार्यक्रम सीएम योगी आदित्यनाथ का निर्देश।

 लखनऊ: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रसार पर नियंत्रण करने के लिए हर रोज नये उपाय खोजने में लगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देश हैं कि फिलहाल उत्तर प्रदेश में कहीं पर भी कोई सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर अनलॉक तथा कोरोना संक्रमण को लेकर टीम-11 के साथ समीक्षा की।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमको किसी भी कीमत पर कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन को तोडऩा ही होगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोडऩे के लिए प्रत्येक स्तर पर सावधानी बरतना जरूरी है। कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन घर में ही किया जाए। सार्वजनिक स्थानों पर कोई भी धार्मिक अथवा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाए। किसी भी कीमत पर सार्वजनिक स्थानों पर कोई भी धार्मिक या फिर सांस्कृतिक कार्यक्रम न हो।

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में लखनऊ और कानपुर नगर के मामलों को नियंत्रित करने के लिए चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। इनके साथ बरेली, गोरखपुर, प्रयागराज तथा बस्ती पर विशेष ध्यान दिया जाए। लखनऊ तथा कानपुर नगर में कोविड-19 के मामलों को नियंत्रित करना अब बेहद ही जरूरी है। यहां पर तो बीते दस दिन में केस कम नहीं हो रहे हैं। इनके साथ कोविड-19 से सम्बन्धित पोर्टल को अद्यतन रखा जाए। प्रतिदिन निरंतर अपडेट करें।

मुख्यमंत्री ने 20 अगस्त से शुरू हो रहे विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान कोविड-19 के दृष्टिगत विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। चार दिवसीय इस सत्र की तैयारी चल रही है। सभी विधायक तथा विधान परिषद सदस्य का टेस्ट किया जा रहा है। कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर संक्रमितों को होम आइसोलेट करने का इंतजाम है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना की टेस्टिंग में वृद्धि की कार्यवाही को निरंतर जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में 75 से 80 हजार रैपिड एन्टीजन टेस्ट तथा 40 से 45 हजार आरटीपीसीआर विधि से टेस्ट प्रतिदिन किए जाएं। उन्होंने टेस्टिंग को बढ़ाने के निर्देश दिए। प्रदेश में लगभग 1,25,000 टेस्ट प्रतिदिन की व्यवस्था हो सकती है। एम्बुलेंस संचालन की कार्यवाही को और प्रभावी बनाया जाए। सभी जनपदों में एएलएस तथा 108 एम्बुलेंस सेवाओं के 50 प्रतिशत वाहन कोविड-19 संक्रमितों के लिए उपयोग किए जाएं। प्रदेश के सभी जनपदों में कोविड-19 से संक्रमित व्यक्तियों के उपचार के लिए आवश्यकतानुसार आइसीयू बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के निर्माणाधीन डेयरियों की प्रगति की जानकारी प्राप्त करते हुए कहा है कि दुग्ध समितियों के गठन के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए। दुग्ध उत्पादकों से दूध खरीदने की व्यवस्था का विस्तार करते हुए उसे सुदृढ़ किया जाए। पशुपालकों से दुग्ध खरीद की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने से उन्हेंं उचित मूल्य मिलेगा, जिससे वे अधिक उत्पादन के लिए प्रोत्साहित होंगे।

उन्होंने ग्रामीण इलाकों में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी दिए हैं। समस्त ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय की स्थापना के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि ग्राम सचिवालय के पास ही सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जाए। प्रत्येक ग्राम पंचायत में आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण की भी कार्ययोजना बनाकर आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण कराया जाएगा।


संवाददाता :- रवि कौशिक 

वाराणसी

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