भगवान जाने आगे क्या क्या होने वाला है,,ये एक भयावह तस्वीर है ,,जिन्हे ज्यादा कमाने की वो देख ले और मनन करे,,की जान प्यारी है या ज्यादा कमाई,,ये टटपुन्जिये तथा कथित व्यापारी नेता अपनी नेतागीरि चमकाने से बाज़ नही आ रहे और गलियों में नुक्कड़ मीटिंग कर हमेशा क्षेत्र की जनता मिल ही जाएगी अभी तो समझें कि देश की स्थिति क्या है खासकर बनारस की स्थिति जिन्हें हम पक्का माहोल कहते हैं।
संवाददाता :-रवि कौशिक वाराणसी