पीड़ितों का हाल जाना, साथ ही उनके इलाज की जिम्मेदारी जल संस्थान को उठाने का निर्देश दिया
गैस रिसाव के घटना की जांच कराकर दोषियों पर होगी कार्रवाई-स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
जल संस्थान परिसर की सुरक्षा बढ़ायी जाय और मशीन व अन्य उपकरणों के रखरखाव पर ध्यान दिया जाए-रविंद्र जयसवाल
वाराणसी7जुलाई उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल मंगलवार को प्रातः जल संस्थान पहुंच और महाप्रबंधक के साथ मौका मुआयना किया। पीड़ितों का हाल जाना, साथ ही उनके इलाज की जिम्मेदारी जल संस्थान को उठाने का निर्देश दिया।
मंत्री रविंद्र जायसवाल को गैस लीकेज होने का कारण बताते हुए कहा कि महाप्रबंधक ने बताया कि क्लोरीन की कुछ खाली टंकी विगत 10 वर्षों से कबाड़ में पड़ी हुई थी, संभवत किसी टंकी में गैस रह गया था जिससे रिसाव शुरू हो गया था। जानकारी होने पर परिसर में स्थित कर्मचारी और अधिकारी मौके पर पहुंचे पानी डालकर गैस का रिसाव बंद किया। महाप्रबंधक ने स्वीकार किया कि जल संस्थान के आसपास के कुछ मकानों के लोग निश्चित रूप से प्रभावित हुए हैं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। मंत्री ने निर्देश दिया कि परिसर की सुरक्षा बढ़ाई जाए और मशीन व अन्य उपकरणों के रखरखाव पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने इस बात की भी हिदायत दी कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न होने पाए। साथ ही कल की घटना की जांच कराकर दोषी पाए जाने वालों पर कार्यवाही की जाएगी। गौरतलब है कि सोमवार को देर रात भेलूपुर स्थित जल संस्थान परिसर में टंकी से क्लोरीन गैस का रिसाव होने और गैस से दर्जनों लोगों बीमार हो गये है।
संवाददाता :- रवि कौशिक वाराणसी
गैस रिसाव के घटना की जांच कराकर दोषियों पर होगी कार्रवाई-स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
जल संस्थान परिसर की सुरक्षा बढ़ायी जाय और मशीन व अन्य उपकरणों के रखरखाव पर ध्यान दिया जाए-रविंद्र जयसवाल
वाराणसी7जुलाई उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल मंगलवार को प्रातः जल संस्थान पहुंच और महाप्रबंधक के साथ मौका मुआयना किया। पीड़ितों का हाल जाना, साथ ही उनके इलाज की जिम्मेदारी जल संस्थान को उठाने का निर्देश दिया।
मंत्री रविंद्र जायसवाल को गैस लीकेज होने का कारण बताते हुए कहा कि महाप्रबंधक ने बताया कि क्लोरीन की कुछ खाली टंकी विगत 10 वर्षों से कबाड़ में पड़ी हुई थी, संभवत किसी टंकी में गैस रह गया था जिससे रिसाव शुरू हो गया था। जानकारी होने पर परिसर में स्थित कर्मचारी और अधिकारी मौके पर पहुंचे पानी डालकर गैस का रिसाव बंद किया। महाप्रबंधक ने स्वीकार किया कि जल संस्थान के आसपास के कुछ मकानों के लोग निश्चित रूप से प्रभावित हुए हैं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। मंत्री ने निर्देश दिया कि परिसर की सुरक्षा बढ़ाई जाए और मशीन व अन्य उपकरणों के रखरखाव पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने इस बात की भी हिदायत दी कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न होने पाए। साथ ही कल की घटना की जांच कराकर दोषी पाए जाने वालों पर कार्यवाही की जाएगी। गौरतलब है कि सोमवार को देर रात भेलूपुर स्थित जल संस्थान परिसर में टंकी से क्लोरीन गैस का रिसाव होने और गैस से दर्जनों लोगों बीमार हो गये है।
संवाददाता :- रवि कौशिक वाराणसी