राजेंद्र कुमार
सिरसा,11जुलाई। पड़ोसी देश पाकिस्तान से चला टिड्डी दल आज पड़ोसी प्रांत राजस्थान के जरिए हरियाणा के सिरसा में प्रवेश कर गया करोड़ों की तादाद में आसमान में उड़ रही टिड्डी उनकी फसलों व पेड़ों पर पड़ाव को रोकने के लिए किसान खेतों में उतर आए हैं। किसान पीपे, बर्तन, ढोल इत्यादि बजाकर टिड्डियों को नरमा व कपास की फसल पर बैठने से रोक रहे हैं । वही कृषि विभाग की टीम टीडी दल के रुख के साथ साथ चल रही है। टीडी दल ने सिरसा जिला के आधा दर्जन गांव में सैकड़ों एकड़ में खड़ी नरमा व कपास की फसल को चट कर दिया है जिससे किसान रो पिट रहे हैं।
बात दोपहर हरियाणा में प्रवेश किया टीडी दल चौबुरजा, धींगतानिया, मोडिया व रगड़ी गांव के खेतों के ऊपर मंडरा रही है ज्यों ही किसानों को टिड्डी दल के आने की भनक लगी गांव से किसान अपने परिवार के छोटे बड़े सब सदस्यों को लेकर खेतों की तरफ दौड़ पड़े और उनको बजाना शुरू कर दिया ।इन गांवों के सैकड़ों किसान परिवार बर्तन इत्यादि लेकर खेतों में डटे हुए हैं ,वह इन्हें बजाकर टिड्डी दल के रात्रि ठहराव को रोकने का प्रयास कर रहे हैं ।
टीडी दल ने चौबुर्जा, मोडिया, धींगतानिया आदि गांवों में नरमा व कपास की सैंकड़ों एकड़ में लहलहाती फसल को चट कर दिया है जिससे किसान बेहद चिंतित है। बता दें कि उत्तरी भारत में सिरसा जिला कपास उत्पादन में अपना अहम स्थान रखता है अगर टिड्डी दल का प्रकोप यूं ही रहा तो बहुत बड़े नुकसान का सामना करना पड़ सकता है । जिला प्रशासन इस व्यवस्था में लगा है की रात्रि के समय इनका ठहराव कहां हो और इन पर किसी दवा का छिड़काव कर कैसे नष्ट किया जा सके।
जब इस संदर्भ में सिरसा के उपायुक्त रमेश चंद्र विधान से बात की गई तो बताया कि प्रशासन टीडी दल के आगमन को लेकर पूरी तरह मुस्तैद है, वह खुद रगड़ी, चौबुर्जा ,धींगतानिया आदि गांव में टिड्डी दल के रुझान का जायजा लेकर आए हैं कृषि विभाग के अधिकारी पल-पल की रिपोर्ट रख रहे हैं जहां डीजल का रात्रि ठहराव होगा दवाई तैयारी का छिड़काव कर इन को नष्ट करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने किसानों से आग्रह किया है टिड्डी पड़ाव न कर पाए इसके लिए ढोल आदि बजाकर फसलों का बचाव करें।
उधर, कृषि विभाग के उपनिदेशक बाबूलाल का कहना है की राजस्थान से प्रवेश किया टिड्डी दल का दायरा 5 किलोमीटर लंबा व 2 किलोमीटर चौड़ा है उनकी विभाग की टीम टिड्डियों के रुझान के साथ साथ चल रही है तथा इनका जहाँ कही पड़ाव होगा इस पर नियंत्रण किया जाएगा।
फोटो विवरण01,02,03:- सिरसा के गांव रगड़ी के पास खेतों में बर्तन बजाकर टिड्डियों के ठहराव को रोकते किसान परिवार।
04:- सिरसा के मोडिया खेड़ा के पास एक खेत में द्वारा टिड्डियों द्वारा चुट की फसल के बाद खेत की दशा।most
सिरसा,11जुलाई। पड़ोसी देश पाकिस्तान से चला टिड्डी दल आज पड़ोसी प्रांत राजस्थान के जरिए हरियाणा के सिरसा में प्रवेश कर गया करोड़ों की तादाद में आसमान में उड़ रही टिड्डी उनकी फसलों व पेड़ों पर पड़ाव को रोकने के लिए किसान खेतों में उतर आए हैं। किसान पीपे, बर्तन, ढोल इत्यादि बजाकर टिड्डियों को नरमा व कपास की फसल पर बैठने से रोक रहे हैं । वही कृषि विभाग की टीम टीडी दल के रुख के साथ साथ चल रही है। टीडी दल ने सिरसा जिला के आधा दर्जन गांव में सैकड़ों एकड़ में खड़ी नरमा व कपास की फसल को चट कर दिया है जिससे किसान रो पिट रहे हैं।
बात दोपहर हरियाणा में प्रवेश किया टीडी दल चौबुरजा, धींगतानिया, मोडिया व रगड़ी गांव के खेतों के ऊपर मंडरा रही है ज्यों ही किसानों को टिड्डी दल के आने की भनक लगी गांव से किसान अपने परिवार के छोटे बड़े सब सदस्यों को लेकर खेतों की तरफ दौड़ पड़े और उनको बजाना शुरू कर दिया ।इन गांवों के सैकड़ों किसान परिवार बर्तन इत्यादि लेकर खेतों में डटे हुए हैं ,वह इन्हें बजाकर टिड्डी दल के रात्रि ठहराव को रोकने का प्रयास कर रहे हैं ।
टीडी दल ने चौबुर्जा, मोडिया, धींगतानिया आदि गांवों में नरमा व कपास की सैंकड़ों एकड़ में लहलहाती फसल को चट कर दिया है जिससे किसान बेहद चिंतित है। बता दें कि उत्तरी भारत में सिरसा जिला कपास उत्पादन में अपना अहम स्थान रखता है अगर टिड्डी दल का प्रकोप यूं ही रहा तो बहुत बड़े नुकसान का सामना करना पड़ सकता है । जिला प्रशासन इस व्यवस्था में लगा है की रात्रि के समय इनका ठहराव कहां हो और इन पर किसी दवा का छिड़काव कर कैसे नष्ट किया जा सके।
जब इस संदर्भ में सिरसा के उपायुक्त रमेश चंद्र विधान से बात की गई तो बताया कि प्रशासन टीडी दल के आगमन को लेकर पूरी तरह मुस्तैद है, वह खुद रगड़ी, चौबुर्जा ,धींगतानिया आदि गांव में टिड्डी दल के रुझान का जायजा लेकर आए हैं कृषि विभाग के अधिकारी पल-पल की रिपोर्ट रख रहे हैं जहां डीजल का रात्रि ठहराव होगा दवाई तैयारी का छिड़काव कर इन को नष्ट करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने किसानों से आग्रह किया है टिड्डी पड़ाव न कर पाए इसके लिए ढोल आदि बजाकर फसलों का बचाव करें।
उधर, कृषि विभाग के उपनिदेशक बाबूलाल का कहना है की राजस्थान से प्रवेश किया टिड्डी दल का दायरा 5 किलोमीटर लंबा व 2 किलोमीटर चौड़ा है उनकी विभाग की टीम टिड्डियों के रुझान के साथ साथ चल रही है तथा इनका जहाँ कही पड़ाव होगा इस पर नियंत्रण किया जाएगा।
फोटो विवरण01,02,03:- सिरसा के गांव रगड़ी के पास खेतों में बर्तन बजाकर टिड्डियों के ठहराव को रोकते किसान परिवार।
04:- सिरसा के मोडिया खेड़ा के पास एक खेत में द्वारा टिड्डियों द्वारा चुट की फसल के बाद खेत की दशा।most