एसबीआई के नाम से बनी फर्जी वेबसाइट
भारतीय स्टेट बैंक के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर ग्राहकों को ठगा जा रहा है। कोरोना काल में पहले से परेशान लोगों के लिए यह नई मुसीबत है। स्टेट बैंक ने अलर्ट जारी किया है कि अगर ग्राहक के पास बैंक से संबंधित कोई एसएमएस आए तो इसके साथ भेजे गए लिंक का इस्तेमाल बिल्कुल न करें। अन्यथा आपका बैंक खाता खाली हो सकता है।
लॉकडाउन के दौरान साइबर गैंग ज्यादा ही सक्रिय हो गया है। इस गैंग ने एसबीआई की फर्जी वेबसाइट http://www.onlinesbi.digital तैयार कर ग्राहकों को मैसेज भेजना शुरू कर दिया है, जिसमें पासवर्ड या अकाउंट इन्फॉर्मेशन अपडेट करने की बात कही जाती है। ग्राहकों को लगता है कि उन्होंने सही पेज खोला है और अपने नेट बैंकिंग की आईडी और पासवर्ड से लॉग-इन करने लगते हैं। इसी का फायदा उठाकर जालसाज लोगों के खाते से पैसे उड़ा देते हैं। इस वेबसाइट से कानपुर जोन के 250 ग्राहक ठगी का शिकार हो चुके हैं।
इसके शिकार ग्राहकों की बढ़ती संख्या देखते हुए एसबीआई ने चेतावनी दी है ऑनलाइन एसबीआई.डिजिटल एक नकली वेबसाइट है। इसे एक बड़े क्षेत्र में ब्लॉक कर दिया गया है लेकिन शातिर साइबर अपराधी अब भी सक्रिय हैं। नेशनल कन्फेडरेशन आफ बैंक इम्पलाइज के उपाध्यक्ष राजेन्द्र अवस्थी ने बताया कि धोखेबाजों द्वारा भेजे गए संदेश बिल्कुल एसबीआई नेट बैंकिंग पेज जैसे दिखते हैं। असली ऐप के समान होने के साथ, उपयोगकर्ता इन फर्जी ऐप के चक्रव्यूह में फंस जाते हैं। अगर आपको ऐसा कोई एसएमएस मिलता है तो इसे हटा दें। लिंक पर क्लिक न करें और अपनी गोपनीय सूचनाओं को कतई साझा न करें। एसबीआई ने ग्राहकों से कहा है कि यदि वे इस तरह के किसी भी मामले में फंसते हैं, तो तुरंत ई-मेल के जरिए epg.cms@sbi.co.in पर बैंक को सूचित करें। phishing@sbi.co.in पर भी बैंक को जानकारी दे सकते हैं।
संवाददाता:- रवि कौशिक वाराणसी
भारतीय स्टेट बैंक के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर ग्राहकों को ठगा जा रहा है। कोरोना काल में पहले से परेशान लोगों के लिए यह नई मुसीबत है। स्टेट बैंक ने अलर्ट जारी किया है कि अगर ग्राहक के पास बैंक से संबंधित कोई एसएमएस आए तो इसके साथ भेजे गए लिंक का इस्तेमाल बिल्कुल न करें। अन्यथा आपका बैंक खाता खाली हो सकता है।
लॉकडाउन के दौरान साइबर गैंग ज्यादा ही सक्रिय हो गया है। इस गैंग ने एसबीआई की फर्जी वेबसाइट http://www.onlinesbi.digital तैयार कर ग्राहकों को मैसेज भेजना शुरू कर दिया है, जिसमें पासवर्ड या अकाउंट इन्फॉर्मेशन अपडेट करने की बात कही जाती है। ग्राहकों को लगता है कि उन्होंने सही पेज खोला है और अपने नेट बैंकिंग की आईडी और पासवर्ड से लॉग-इन करने लगते हैं। इसी का फायदा उठाकर जालसाज लोगों के खाते से पैसे उड़ा देते हैं। इस वेबसाइट से कानपुर जोन के 250 ग्राहक ठगी का शिकार हो चुके हैं।
इसके शिकार ग्राहकों की बढ़ती संख्या देखते हुए एसबीआई ने चेतावनी दी है ऑनलाइन एसबीआई.डिजिटल एक नकली वेबसाइट है। इसे एक बड़े क्षेत्र में ब्लॉक कर दिया गया है लेकिन शातिर साइबर अपराधी अब भी सक्रिय हैं। नेशनल कन्फेडरेशन आफ बैंक इम्पलाइज के उपाध्यक्ष राजेन्द्र अवस्थी ने बताया कि धोखेबाजों द्वारा भेजे गए संदेश बिल्कुल एसबीआई नेट बैंकिंग पेज जैसे दिखते हैं। असली ऐप के समान होने के साथ, उपयोगकर्ता इन फर्जी ऐप के चक्रव्यूह में फंस जाते हैं। अगर आपको ऐसा कोई एसएमएस मिलता है तो इसे हटा दें। लिंक पर क्लिक न करें और अपनी गोपनीय सूचनाओं को कतई साझा न करें। एसबीआई ने ग्राहकों से कहा है कि यदि वे इस तरह के किसी भी मामले में फंसते हैं, तो तुरंत ई-मेल के जरिए epg.cms@sbi.co.in पर बैंक को सूचित करें। phishing@sbi.co.in पर भी बैंक को जानकारी दे सकते हैं।
संवाददाता:- रवि कौशिक वाराणसी