बागपत जिले की बिनौली थाना इलाके के रंछाड गांव की है। यहां सिपाही ने पहले पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद भी फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली। पारिवारिक कलह वारदात की वजह बताया गया है।
सिपाही सहारनपुर में तैनात था और पिछले कई महीने से ड्यूटी पर नहीं गया था। रंछाड गांव निवासी सोनू (35) यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात था। इन दिनों उसकी ड्यूटी सहारनपुर में थी। एसओ बिनोली रवेंद्र कुमार यादव ने बताया कि वह पिछले कई माह से ड्यूटी पर नहीं गया था। शनिवार रात सिपाही शराब पीकर घर पहुंचा तो उसकी पत्नी साक्षी ने इसका विरोध किया। इस बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई। सिपाही ने साक्षी पर तमंचे से फायर कर दिया गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद वह खुद भी कमरे में फांसी के फंदे पर झूल गया। मकान के निचले हिस्से से जब तक परिवार के लोग पहुंचे सोनू की भी मौत हो चुकी थी। बिनौली थाने पर मामले की जानकारी दी गई। सीओ बड़ौत आलोक कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। साक्षी छपरौली थाना क्षेत्र के कूड़ी गांव की रहने वाली थी। सिपाही सोनू के पिता यूपी पुलिस में थे उनकी असमय मौत के बाद ही उसे नौकरी मिल गई थी।
संवाददाता :- रवि कौशिक वाराणसी
सिपाही सहारनपुर में तैनात था और पिछले कई महीने से ड्यूटी पर नहीं गया था। रंछाड गांव निवासी सोनू (35) यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात था। इन दिनों उसकी ड्यूटी सहारनपुर में थी। एसओ बिनोली रवेंद्र कुमार यादव ने बताया कि वह पिछले कई माह से ड्यूटी पर नहीं गया था। शनिवार रात सिपाही शराब पीकर घर पहुंचा तो उसकी पत्नी साक्षी ने इसका विरोध किया। इस बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई। सिपाही ने साक्षी पर तमंचे से फायर कर दिया गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद वह खुद भी कमरे में फांसी के फंदे पर झूल गया। मकान के निचले हिस्से से जब तक परिवार के लोग पहुंचे सोनू की भी मौत हो चुकी थी। बिनौली थाने पर मामले की जानकारी दी गई। सीओ बड़ौत आलोक कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। साक्षी छपरौली थाना क्षेत्र के कूड़ी गांव की रहने वाली थी। सिपाही सोनू के पिता यूपी पुलिस में थे उनकी असमय मौत के बाद ही उसे नौकरी मिल गई थी।
संवाददाता :- रवि कौशिक वाराणसी