अंबेडकर नगर। लगभग एक माह से लगातार हो रही बारिश व सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर के चलते थिरुआ नाला मौजूदा समय में उफान पर है। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि टांडा तहसील क्षेत्र के 50 से अधिक गांव के सौ बीघा धान की फसल जलमग्न हो गई है।
इससे लगभग 3 हजार किसान प्रभावित हो रहे हैं। किसानों का कहना है कि यदि फसल इसी प्रकार से आगे भी जलमग्न रही और बीच बीच में तेज धूप निकलती रही, तो इससे फसल के नष्ट होने की संभावना है।
उधर, थिरुआ नाले में आए उफान के चलते बाढ़ का पानी आधा दर्जन गांव के निकट पहुंच गया है। यदि बारिश का सिलसिला लगातार जारी रहा और सरयू नदी का जलस्तर बढ़ता रहा, तो शीघ्र ही बाढ़ का पानी संबंधित गावों में प्रवेश कर सकता है। इसे लेकर संबंधित गांव के ग्रामीणों को चिंता सताने लगी है।
लगातार हो रही बारिश के बीच सरयू नदी के जलस्तर में होने वाली वृद्धि ने टांडा तहसील क्षेत्र के 50 से अधिक गांव के गामीणों व किसानों को चिंता में डाल दिया है। दरअसल मौजूदा समय में सरयू नदी से जुड़ा थिरुआ नाला उफान पर है।
थरुआ के लगातार बढ़ते जलस्तर का नतीजा है कि इसके इर्दगिर्द के चांदपुर, बूढनपुर, मुजाहिदपुर, काशीपुर, दहियावर, भगौतीपुर, उकरा, अमेदा, मखदूमसराय समेत 50 से अधिक गांव की 100 बीघा से अधिक धान की फसल पूरी तरह जलमग्न हो गई है। इससे लगभग 3 हजार किसान प्रभावित हुए हैं।
किसान रामशंकर, रामदयाल, सीताराम, राजेंद्र, रामभुवन, गौतम, रामबदन ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि इसी प्रकार से बारिश का सिलसिला जारी रहा और सरयू नदी का जलस्तर बढ़ता रहा तथा बीच बीच में तेज धूप निकलती रही, तो धान की फसल चौपट हो सकती है। यदि ऐसा हुआ, तो उन्हें बड़ी आर्थिक चपत लगेगी।
लगातार होने वाली बारिश व सरयू नदी के जलस्तर में होने वाली वृद्धि के चलते इससे जुड़े थिरुआ नाला उफान पर आ जाता है। नाले के उफान से इसके किनारे बसे गांव व खेत लगभग प्रत्येक वर्ष प्रभावित होते हैं। ग्रामीणों व किसानों द्वारा समय समय पर थिरुआ नाले में आने वाले उफान से बचाव की मांग उठाते रहते हैं, लेकिन इसे लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता। इसी का नतीजा है कि लगभग प्रत्येक वर्ष इसका खामियाजा ग्रामीणों व किसानों को उठाना पड़ता है।
आधा दर्जन गांव के निकट पहुंचा पानी
थिरुआ नाले में आए उफान के बीच नाले का पानी टांडा तहसील क्षेत्र के आधा दर्जन गांव के निकट तक पहुंच गया है। बताया जाता है कि तहसील क्षेत्र के चांदपुर, बूढनपुर, मुजाहिदपुर, काशीपुर, दहियावर, भगौतीपुर, उकरा, अमेदा, मखदूमसराय, हिथुरी गांव के निकट तक पहुंच गया है। ग्रामीणों का कहना है कि जिस प्रकार से बारिश का दौर नहीं थम रहा और सरयू नदी का जलस्तर बढ़ रहा, उसे देखते हुए शीघ्र ही थिरुआ का पानी गांव के भीतर प्रवेश कर सकता है। यदि ऐसा हुआ, तो संबंधित गांव के ग्रामीणों को आवागमन के साथ ही अन्य कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
इससे लगभग 3 हजार किसान प्रभावित हो रहे हैं। किसानों का कहना है कि यदि फसल इसी प्रकार से आगे भी जलमग्न रही और बीच बीच में तेज धूप निकलती रही, तो इससे फसल के नष्ट होने की संभावना है।
उधर, थिरुआ नाले में आए उफान के चलते बाढ़ का पानी आधा दर्जन गांव के निकट पहुंच गया है। यदि बारिश का सिलसिला लगातार जारी रहा और सरयू नदी का जलस्तर बढ़ता रहा, तो शीघ्र ही बाढ़ का पानी संबंधित गावों में प्रवेश कर सकता है। इसे लेकर संबंधित गांव के ग्रामीणों को चिंता सताने लगी है।
लगातार हो रही बारिश के बीच सरयू नदी के जलस्तर में होने वाली वृद्धि ने टांडा तहसील क्षेत्र के 50 से अधिक गांव के गामीणों व किसानों को चिंता में डाल दिया है। दरअसल मौजूदा समय में सरयू नदी से जुड़ा थिरुआ नाला उफान पर है।
थरुआ के लगातार बढ़ते जलस्तर का नतीजा है कि इसके इर्दगिर्द के चांदपुर, बूढनपुर, मुजाहिदपुर, काशीपुर, दहियावर, भगौतीपुर, उकरा, अमेदा, मखदूमसराय समेत 50 से अधिक गांव की 100 बीघा से अधिक धान की फसल पूरी तरह जलमग्न हो गई है। इससे लगभग 3 हजार किसान प्रभावित हुए हैं।
किसान रामशंकर, रामदयाल, सीताराम, राजेंद्र, रामभुवन, गौतम, रामबदन ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि इसी प्रकार से बारिश का सिलसिला जारी रहा और सरयू नदी का जलस्तर बढ़ता रहा तथा बीच बीच में तेज धूप निकलती रही, तो धान की फसल चौपट हो सकती है। यदि ऐसा हुआ, तो उन्हें बड़ी आर्थिक चपत लगेगी।
लगातार होने वाली बारिश व सरयू नदी के जलस्तर में होने वाली वृद्धि के चलते इससे जुड़े थिरुआ नाला उफान पर आ जाता है। नाले के उफान से इसके किनारे बसे गांव व खेत लगभग प्रत्येक वर्ष प्रभावित होते हैं। ग्रामीणों व किसानों द्वारा समय समय पर थिरुआ नाले में आने वाले उफान से बचाव की मांग उठाते रहते हैं, लेकिन इसे लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता। इसी का नतीजा है कि लगभग प्रत्येक वर्ष इसका खामियाजा ग्रामीणों व किसानों को उठाना पड़ता है।
आधा दर्जन गांव के निकट पहुंचा पानी
थिरुआ नाले में आए उफान के बीच नाले का पानी टांडा तहसील क्षेत्र के आधा दर्जन गांव के निकट तक पहुंच गया है। बताया जाता है कि तहसील क्षेत्र के चांदपुर, बूढनपुर, मुजाहिदपुर, काशीपुर, दहियावर, भगौतीपुर, उकरा, अमेदा, मखदूमसराय, हिथुरी गांव के निकट तक पहुंच गया है। ग्रामीणों का कहना है कि जिस प्रकार से बारिश का दौर नहीं थम रहा और सरयू नदी का जलस्तर बढ़ रहा, उसे देखते हुए शीघ्र ही थिरुआ का पानी गांव के भीतर प्रवेश कर सकता है। यदि ऐसा हुआ, तो संबंधित गांव के ग्रामीणों को आवागमन के साथ ही अन्य कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।