अंबेडकर नगर। तीन माह से अधिक से बंद चल रहे परिषदीय स्कूल 1 जुलाई बुधवार से खुल जाएंगे। हालांकि इस दौरान छात्र-छात्राएं नहीं होंगे। सिर्फ प्रधानाध्यापक व शिक्षक ही विद्यालय पहुंचेंगे। शिक्षकों द्वारा जहां मिशन प्रेरणा योजना के तहत ई पाठशाला समेत शासन द्वारा जारी 12 बिंदुओं पर कार्य करेंगे। बीएसए कार्यालय से जारी विज्ञप्ति में परिषदीय विद्यालयों में शतप्रतिशत अध्यापकों की उपस्थिति अनिवार्य की गई है।
कोरोना वॉयरस संक्रमण को देखते हुए गत 15 मार्च से विद्यालयों का संचालन बंद कर दिया गया था। इसके बाद लॉकडाउन लगातार बढ़ता रहा, जिससे विद्यालयों के गेट के ताले नहीं खुल सके। इस बीच अनलॉक-2 की घोषणा के साथ ही आगामी 1 जुलाई से परिषदीय विद्यालयों को खोले जाने का निर्णय प्रदेश सरकार ने लिया है। बताते चलें कि जिले में 1873 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं।
इसमें 520 उच्च प्राथमिक, जबकि 1353 प्राथमिक विद्यालय हैं। इस बीच शासन के दिशा निर्देश पर साढ़े तीन बाद परिषदीय विद्यालयों के ताले 1 जुलाई बुधवार से तो खुलेंगे, लेकिन छात्र-छात्राएं नहीं रहेंगे। दरअसल शासन द्वारा दिशा निर्देश में सिर्फ प्रधानाध्यापक समेत शिक्षकों को ही विद्यालय बुलाया गया है। बीएसए अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार 1 जुलाई से परिषदीय विद्यालयों के ताले खुलेंगे।
साथ ही शतप्रतिशत शिक्षकों की उपस्थिति भी अनिवार्य की गई है। आने वाले शिक्षकों को शासन द्वारा जारी 12 बिंदुओं पर कार्य करना होगा। बताया कि मध्याह्न भोजन कार्यक्रम, यू डॉयस, मानव संप्रदा पोर्टल, मिशन प्रेरणा के तहत ई पाठशाल, आपरेशन कायाकल्प, दीक्षा एप, शारदा कार्यक्रम, समर्थ कार्यक्रम, विद्यालय का संविलियन, निशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण, यूनीफार्म वितरण व शिक्षकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम पर कार्य शिक्षकों को किया जाना है। कहा कि जिन विद्यालयों को क्वारंटीन केंद्र बनाया गया था, उन्हें खुलने से पहले सैनिटाइज भी किया जाएगा।
कोरोना वॉयरस संक्रमण को देखते हुए गत 15 मार्च से विद्यालयों का संचालन बंद कर दिया गया था। इसके बाद लॉकडाउन लगातार बढ़ता रहा, जिससे विद्यालयों के गेट के ताले नहीं खुल सके। इस बीच अनलॉक-2 की घोषणा के साथ ही आगामी 1 जुलाई से परिषदीय विद्यालयों को खोले जाने का निर्णय प्रदेश सरकार ने लिया है। बताते चलें कि जिले में 1873 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं।
इसमें 520 उच्च प्राथमिक, जबकि 1353 प्राथमिक विद्यालय हैं। इस बीच शासन के दिशा निर्देश पर साढ़े तीन बाद परिषदीय विद्यालयों के ताले 1 जुलाई बुधवार से तो खुलेंगे, लेकिन छात्र-छात्राएं नहीं रहेंगे। दरअसल शासन द्वारा दिशा निर्देश में सिर्फ प्रधानाध्यापक समेत शिक्षकों को ही विद्यालय बुलाया गया है। बीएसए अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार 1 जुलाई से परिषदीय विद्यालयों के ताले खुलेंगे।
साथ ही शतप्रतिशत शिक्षकों की उपस्थिति भी अनिवार्य की गई है। आने वाले शिक्षकों को शासन द्वारा जारी 12 बिंदुओं पर कार्य करना होगा। बताया कि मध्याह्न भोजन कार्यक्रम, यू डॉयस, मानव संप्रदा पोर्टल, मिशन प्रेरणा के तहत ई पाठशाल, आपरेशन कायाकल्प, दीक्षा एप, शारदा कार्यक्रम, समर्थ कार्यक्रम, विद्यालय का संविलियन, निशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण, यूनीफार्म वितरण व शिक्षकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम पर कार्य शिक्षकों को किया जाना है। कहा कि जिन विद्यालयों को क्वारंटीन केंद्र बनाया गया था, उन्हें खुलने से पहले सैनिटाइज भी किया जाएगा।