वाराणसी में पेट्रोल व डीजल की कीमतें पिछले 18 दिनों के दौरान क्रमश: छह और सात रुपये बढ़ चुकी हैं। इससे वाराणसी में पहली बार पेट्रोल 81 रुपये के पार चला गया है। शहर के मध्य में स्थित लहुराबीर के पेट्रोल पंपों पर बुधवार को पेट्रोल 81 रुपये दो पैसे प्रति लीटर था। डीपो से पंपों की दूरी के हिसाब से भी रेट तय होते हैं इसलिए अन्य इलाकों में भी रेट 81 के आसपास ही रहे।
इन 18 दिनों में पेट्रोल से ज्यादा डीजल के दाम बढ़े हैं। सात जून को पेट्रोल की कीमत 74 रुपये 95 पैसे थी जो आठ जून को 75 रुपये 40 पैसे हो गई। वहीं डीजल की कीमत 64 रुपये 89 पैसे से एक दिन में 65 रुपये 34 पैसे हो गई। आम लोगों के जीवन पर पेट्रोल-डीजल की मूल्य वृद्धि का सीधा असर पड़ने लगा है। इसके चलते माल ढुलाई भाड़ा बढ़ गया है। कुछ उत्पादों के दाम में भी उछाल आया है।
व्यापारियों ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि का विरोध किया है। काशी व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष राकेश जैन ने कहा कि कोरोना काल में पेट्रोल व डीजल की कीमतें बढ़ने से हर व्यक्ति पर दोहरी मार पड़ी है। इसमें तत्काल कमी होनी चाहिए।
प्रदेश सरकार अपना टैक्स कम करके आम लोगों को राहत दे सकती है। महानगर उद्योग व्यापार समिति के महामंत्री अशोक जायसवाल ने बताया कि डीजल की मूल्य वृद्धि से मालभाड़ा बढ़ रहा है। कारोबार पर असर पड़ने लगा है। पेट्रोल डीजल की कीमतें जल्द कम होनी चाहिए। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष राकेश जैन ने कहा कि पेट्रोल में छह और डीजल में सात रुपये बढ़ोतरी से आम आदमी की कमर टूट गई है।
इन 18 दिनों में पेट्रोल से ज्यादा डीजल के दाम बढ़े हैं। सात जून को पेट्रोल की कीमत 74 रुपये 95 पैसे थी जो आठ जून को 75 रुपये 40 पैसे हो गई। वहीं डीजल की कीमत 64 रुपये 89 पैसे से एक दिन में 65 रुपये 34 पैसे हो गई। आम लोगों के जीवन पर पेट्रोल-डीजल की मूल्य वृद्धि का सीधा असर पड़ने लगा है। इसके चलते माल ढुलाई भाड़ा बढ़ गया है। कुछ उत्पादों के दाम में भी उछाल आया है।
व्यापारियों ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि का विरोध किया है। काशी व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष राकेश जैन ने कहा कि कोरोना काल में पेट्रोल व डीजल की कीमतें बढ़ने से हर व्यक्ति पर दोहरी मार पड़ी है। इसमें तत्काल कमी होनी चाहिए।
प्रदेश सरकार अपना टैक्स कम करके आम लोगों को राहत दे सकती है। महानगर उद्योग व्यापार समिति के महामंत्री अशोक जायसवाल ने बताया कि डीजल की मूल्य वृद्धि से मालभाड़ा बढ़ रहा है। कारोबार पर असर पड़ने लगा है। पेट्रोल डीजल की कीमतें जल्द कम होनी चाहिए। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष राकेश जैन ने कहा कि पेट्रोल में छह और डीजल में सात रुपये बढ़ोतरी से आम आदमी की कमर टूट गई है।