वाराणसी में तीन टिड्डियों के दल ने हमला किया है। 2 छोटे टिड्डी दल आज मिर्ज़ापुर से आये हैं। राजा तालाब तहसील के गांवों से वे सदर तहसील के गांव चिरईगांव ब्लॉक की तरफ जा रही हैं। एक तीसरा दल जौनपुर जिले से आ कर पिंडरा तहसील में देखा गया है।
टिड्डियों के हमले से फसलों के बर्बाद होने का अंदेशा है। गांव में लोग शोर मचा कर तथा टीन पीटकर उन्हें भगाने का प्रयास कर रहे हैं। जिला अधिकारी के अनुसार यदि ये रात को जिले में कहीं भी सेटल होती हैं तो इनको दवाई स्प्रे करके मारने की प्रशासन की पूरी तैयारी है। इसके लिये फायर ब्रिगेड की गाडियां, दवाई, मैन्युअल स्प्रे पंप, की पर्याप्त व्यवस्था है।
शाम लगभग 6 बजे की लोकेशन के अनुसार जानकारी करके रात 10 बजे के बाद स्प्रे करके टिड्डियों को मारने की कार्यवाही शुरू की जाएगी। स्प्रे पंप और सफाई कर्मी ब्लॉक से लिये जाएंगे। सभी SDM, BDO, कृषि विभाग के अधिकारियों को लोकेशन ट्रेसिंग और ग्रामवासियों को प्रधानों के माध्यम से जागरूक करने के कार्य मे लगा दिया गया है।
*ब्लॉक वॉर टीमें बनी निपटने को तैयार :*
टिड्डियों से निपटने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी कर ली गई है जिलाधिकारी ने कमान अपने हाथों में ले ली है।जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने आज कैम्प कार्यालय पर वाराणसी जिले के पिण्डरा ब्लाक में राजपुर, गंजारी, अमौत, चितौरा, गोधरी तथा नेहिया तथा हरहुआ ब्लाक में पुआरीकला में आये टिड्डी दल के प्रकोप से कृषि तथा पेड़ पौधों को बचाने के लिए सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने कहा कि ब्लॉकवार टीमें बना ली जायें और पर्याप्त संसाधन तैयार रखने के साथ ही प्रत्येक ब्लॉक में एक एक अधिकारी को जिम्मेदारी दी जाएगी।
कृषि विभाग के साथ-साथ अग्नि शमन, तहसील तथा ब्लाक के कर्मचारियों व उस क्षेत्र के किसानों को संयुक्त रूप से इन टिड्डियों को भगाने एवं मारने की कार्यवाही किये जाने का निर्देश दिया।
दिन के समय ये जहां भी खेतों में फसलों पर धावा बोलते हैं वहां तेज आवाज में शोर मचा कर इनको भगाया जाय। रात के समय अंधेरे में ये पड़ाव डालते हैं और विश्राम के समय दवा का छिड़काव करके इनको 100% मारने की कार्यवाही की जाये।
अग्नि शमन द्वारा 4 गाड़ियों के माध्यम से बड़े पेड़ों पर दवा का छिड़काव किया जायेगा।
उन्होंने पूर्व में प्रत्येक ब्लाक पर 100-100 मैनुअल स्प्रे मशीन रखे जाने का निर्देश का पालन न किये जाने पर फटकार लगाई और सफाई कर्मचारियों को तैनात करने का निर्देश दिया।
वर्तमान में प्रभावित 7 गांव में 30-30 स्प्रे मशीनों को सफाई कर्मियों सहित तैनात करने का निर्देश देते हुए कहा कि तीन-तीन मीटर पर खड़े होकर बराबर लाइन से अपने दोनों ओर दवा का छिड़काव करते हुए आगे बढ़ेंगे।
8-10 मोटरसाइकिल चालकों को यह जिम्मेदारी दी जाएगी कि वे टिड्डी दल के मूवमेंट को ट्रेस करते रहेंगे कि वे किधर जा रहे हैं और कितने क्षेत्र में फैले हुए हैं इसकी जानकारी देंगे।
*बीडीओ के द्वारा सभी ग्राम प्रधानो को सूचना प्रसारित कर दी जाय*
टिड्डी दल की जानकारी देने के लिए जिला कृषि अधिकारी के मोबाइल नं 8840775568 पर जानकारी करने के साथ ही विभाग द्वारा जारी मोबाइल नं 9044779391 और 9140252131 पर सूचना का आदान-प्रदान किया जा सकता है। कन्ट्रोल रूम के द्वारा टिड्डियों के मूवमेंट की सूचना भी दी जायेगी।
शाम 6:00 बजे तक प्रभावित गांवों में दवाइयां पहुंच जानी चाहिए, 8:00 से 9:00 के बीच दवाआओं का घोल तैयार कर लिए जाएं।
रात 10 बजे से दवाओं का छिड़काव शुरू कर दिया जाये और सुबह 7 बजे तक यह कार्यवाही चलेगी। अभियान के दौरान लेखपाल व अन्य तहसील कर्मी भी मौके पर मौजूद रहेंगे।
अभियान के समय मुंह को ढक कर तथा पैंट को नीचे से बांधेंगे तथा शर्ट की आस्तीन व कालर को भी बांध कर जूते पहन कर सावधानीपूर्वक कार्य करने का निर्देश।
हर गांव में पानी के सोर्स चिन्हित कर लिये जाने का निर्देश दिया जिससे छिड़काव के लिए फायर गाड़ियों को तुरंत पानी उपलब्ध हो सके।
टार्च और ड्रेगन लाइटों की पर्याप्त व्यवस्था किये जाने का निर्देश देते हुए हर गांव में स्प्रे हेतु 10 ट्रैक्टर भी चिन्हित करने को कहा गया।
प्रत्येक गांव के किसानों जिनके पास निजी स्प्रे मशीनें उपलब्ध है उनकी सूची तैयार रखने का निर्देश दिया जिससे जरूरत पड़ने पर उनका प्रयोग किया जा सके।
टिड्डी दलों की गतिविधियों पर एक माह तक लगातार निगरानी रखे जाने का निर्देश दिया गया।
टिड्डियों के हमले से फसलों के बर्बाद होने का अंदेशा है। गांव में लोग शोर मचा कर तथा टीन पीटकर उन्हें भगाने का प्रयास कर रहे हैं। जिला अधिकारी के अनुसार यदि ये रात को जिले में कहीं भी सेटल होती हैं तो इनको दवाई स्प्रे करके मारने की प्रशासन की पूरी तैयारी है। इसके लिये फायर ब्रिगेड की गाडियां, दवाई, मैन्युअल स्प्रे पंप, की पर्याप्त व्यवस्था है।
शाम लगभग 6 बजे की लोकेशन के अनुसार जानकारी करके रात 10 बजे के बाद स्प्रे करके टिड्डियों को मारने की कार्यवाही शुरू की जाएगी। स्प्रे पंप और सफाई कर्मी ब्लॉक से लिये जाएंगे। सभी SDM, BDO, कृषि विभाग के अधिकारियों को लोकेशन ट्रेसिंग और ग्रामवासियों को प्रधानों के माध्यम से जागरूक करने के कार्य मे लगा दिया गया है।
*ब्लॉक वॉर टीमें बनी निपटने को तैयार :*
टिड्डियों से निपटने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी कर ली गई है जिलाधिकारी ने कमान अपने हाथों में ले ली है।जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने आज कैम्प कार्यालय पर वाराणसी जिले के पिण्डरा ब्लाक में राजपुर, गंजारी, अमौत, चितौरा, गोधरी तथा नेहिया तथा हरहुआ ब्लाक में पुआरीकला में आये टिड्डी दल के प्रकोप से कृषि तथा पेड़ पौधों को बचाने के लिए सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने कहा कि ब्लॉकवार टीमें बना ली जायें और पर्याप्त संसाधन तैयार रखने के साथ ही प्रत्येक ब्लॉक में एक एक अधिकारी को जिम्मेदारी दी जाएगी।
कृषि विभाग के साथ-साथ अग्नि शमन, तहसील तथा ब्लाक के कर्मचारियों व उस क्षेत्र के किसानों को संयुक्त रूप से इन टिड्डियों को भगाने एवं मारने की कार्यवाही किये जाने का निर्देश दिया।
दिन के समय ये जहां भी खेतों में फसलों पर धावा बोलते हैं वहां तेज आवाज में शोर मचा कर इनको भगाया जाय। रात के समय अंधेरे में ये पड़ाव डालते हैं और विश्राम के समय दवा का छिड़काव करके इनको 100% मारने की कार्यवाही की जाये।
अग्नि शमन द्वारा 4 गाड़ियों के माध्यम से बड़े पेड़ों पर दवा का छिड़काव किया जायेगा।
उन्होंने पूर्व में प्रत्येक ब्लाक पर 100-100 मैनुअल स्प्रे मशीन रखे जाने का निर्देश का पालन न किये जाने पर फटकार लगाई और सफाई कर्मचारियों को तैनात करने का निर्देश दिया।
वर्तमान में प्रभावित 7 गांव में 30-30 स्प्रे मशीनों को सफाई कर्मियों सहित तैनात करने का निर्देश देते हुए कहा कि तीन-तीन मीटर पर खड़े होकर बराबर लाइन से अपने दोनों ओर दवा का छिड़काव करते हुए आगे बढ़ेंगे।
8-10 मोटरसाइकिल चालकों को यह जिम्मेदारी दी जाएगी कि वे टिड्डी दल के मूवमेंट को ट्रेस करते रहेंगे कि वे किधर जा रहे हैं और कितने क्षेत्र में फैले हुए हैं इसकी जानकारी देंगे।
*बीडीओ के द्वारा सभी ग्राम प्रधानो को सूचना प्रसारित कर दी जाय*
टिड्डी दल की जानकारी देने के लिए जिला कृषि अधिकारी के मोबाइल नं 8840775568 पर जानकारी करने के साथ ही विभाग द्वारा जारी मोबाइल नं 9044779391 और 9140252131 पर सूचना का आदान-प्रदान किया जा सकता है। कन्ट्रोल रूम के द्वारा टिड्डियों के मूवमेंट की सूचना भी दी जायेगी।
शाम 6:00 बजे तक प्रभावित गांवों में दवाइयां पहुंच जानी चाहिए, 8:00 से 9:00 के बीच दवाआओं का घोल तैयार कर लिए जाएं।
रात 10 बजे से दवाओं का छिड़काव शुरू कर दिया जाये और सुबह 7 बजे तक यह कार्यवाही चलेगी। अभियान के दौरान लेखपाल व अन्य तहसील कर्मी भी मौके पर मौजूद रहेंगे।
अभियान के समय मुंह को ढक कर तथा पैंट को नीचे से बांधेंगे तथा शर्ट की आस्तीन व कालर को भी बांध कर जूते पहन कर सावधानीपूर्वक कार्य करने का निर्देश।
हर गांव में पानी के सोर्स चिन्हित कर लिये जाने का निर्देश दिया जिससे छिड़काव के लिए फायर गाड़ियों को तुरंत पानी उपलब्ध हो सके।
टार्च और ड्रेगन लाइटों की पर्याप्त व्यवस्था किये जाने का निर्देश देते हुए हर गांव में स्प्रे हेतु 10 ट्रैक्टर भी चिन्हित करने को कहा गया।
प्रत्येक गांव के किसानों जिनके पास निजी स्प्रे मशीनें उपलब्ध है उनकी सूची तैयार रखने का निर्देश दिया जिससे जरूरत पड़ने पर उनका प्रयोग किया जा सके।
टिड्डी दलों की गतिविधियों पर एक माह तक लगातार निगरानी रखे जाने का निर्देश दिया गया।