अम्बेडकर नगर, 24 जून । कटेहरी विकास खंड में 14 वे वित्त आयोग की धनराशि से 96 लाख रुपए के गबन के मामले में जिला विकास अधिकारी की तहरीर पर तीन अधिकारियों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करा कर उन्हें निलंबित भले ही कर दिया गया है लेकिन इस घोटाले की गाज कुछ बड़े अधिकारियों पर भी गिरना तय माना जा रहा है। कटेहरी विकासखंड में 2016 से अब तक समय-समय पर सहायक विकास अधिकारी पंचायत का कार्यभार संभालने वाले अधिकारियों समेत तत्कालीन खंड विकास अधिकारियों पर भी कार्यवाही होना तय माना जा रहा है । सवाल यह है कि खंड विकास अधिकारियों की नाक के नीचे इतना बड़ा खेल होता रहा और वह कुंडली मार कर चुपचाप बैठे रहे। आखिर उन्होंने 14वें वित्त आयोग के इस खाते के संचालन की व्यवस्था को देखने का प्रयास क्यों नही किया। सहायक विकास अधिकारी का प्रभार संभालने वाले अखिलेश गौड़ व जगदम्बा शुक्ल के अलावा सहायक विकास अधिकारी पँचायत बृजेश सिंह द्वारा किये गए इस घोटाले की आंच डीपीआरओ तक भी पहुंच रही है। इस घोटाले में वह भी अपनी जिम्मेदारी से बच नही सकेंगे। कारण की सहायक विकास अधिकारी ,पँचायत का पद सीधे डीपीआरओ के अधिकार क्षेत्र में आता है। आखिर खण्ड विकास कार्यालयों में भेजी जाने वाली धनराशि के खर्च पर उन्होंने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन क्यों नही किया। सूत्रों की माने तो जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने डीपीआरओ के भी विरुद्ध कार्यवाई के लिए शासन को पत्र प्रेषित कर दिया है। अब देखना यह है कि जिले के अन्य विकास खंडों में इंस खाते का संचालन कैसे किया जाता रहा है।