कन्नौज जिला अस्पताल में स्टाफ़ नर्स के कोरोना पाजीटिव निकलने से अस्पताल में हड़कंप मच गया। नर्स के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद साथी स्टाप नर्सो ने अस्पताल प्रसाशन पर गम्भीर आरोप लगाए। नर्सो का आरोप है कि 24 घंटे बीत जाने के बाद भी कोरोना पॉजिटिव नर्स को कोविड 19 अस्पताल में भर्ती नही कराया गया। नर्सो ने जिला अस्पताल के cms पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
नर्सो का कहना है कि वह बिना किसी ठोस सुरक्षा के अस्पताल में ड्यूटी कर रही हैं, अस्पताल प्रशासन की ओर से उन्हें बचाव के लिए कोई सुरक्षा किट उपलब्ध नहीं कराई गई है। जिससे वह संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। पाजीटिव की रूम पार्टनर नर्स ने बताया की अभी तक उसकी कोरोना की जांच नही कराई गई है और न ही पाजीटिव नर्स के कमरे को सेनेटाइज कराया गया। अस्पताल की नर्सो की नाराजगी देख अस्पताल प्रशासन ने आनन फानन में एम्बुलेंस के माध्यम से कोरोना पॉजिटिव नर्स को कोविड 19 अस्पताल गौतम बुद्ध पैरामेडिकल कालेज भेजा।
कन्नौज जिला अस्पताल में डाक्टरों और नर्सो के हंगामे के बीच मानवीय संवेदनाओं को तार तार करने वाली तस्वीर भी सामने आई है। हंगामा काट रहे डाक्टरों और स्टाफ नर्सो ने जिला अस्पताल के इमरजेन्सी वार्ड में भर्ती मरीजो को भी वार्ड से बाहर निकाल इमरजेन्सी वार्ड के दरवाजे को बन्द कर दिया।
जिससे बृद्ध मरीजो को खासी दिक्कतो का सामना करना पड़ा वही मेन गेट बन्द होने से जिला अस्पताल उपचार कराने आये मरीज घंटो अस्पताल के मेन गेट पर इस आशय के साथ खड़े रहे कि शायद हंगामा समाप्त होगा और उनका उपचार हो सकेगा। लेकिन मेन गेट बन्द रहा। यहां तक की कोरोना जाँच कराने आये परिवार तक को ये कहकर वापस लौटा दिया गया कि कल आना आज अस्पताल बन्द है। ये सब देख मरीजो को आखिर बिना उपचार कराय ही लौटना पड़ा।
कन्नौज से शिवा पटेल की रिपोर्ट
नर्सो का कहना है कि वह बिना किसी ठोस सुरक्षा के अस्पताल में ड्यूटी कर रही हैं, अस्पताल प्रशासन की ओर से उन्हें बचाव के लिए कोई सुरक्षा किट उपलब्ध नहीं कराई गई है। जिससे वह संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। पाजीटिव की रूम पार्टनर नर्स ने बताया की अभी तक उसकी कोरोना की जांच नही कराई गई है और न ही पाजीटिव नर्स के कमरे को सेनेटाइज कराया गया। अस्पताल की नर्सो की नाराजगी देख अस्पताल प्रशासन ने आनन फानन में एम्बुलेंस के माध्यम से कोरोना पॉजिटिव नर्स को कोविड 19 अस्पताल गौतम बुद्ध पैरामेडिकल कालेज भेजा।
कन्नौज जिला अस्पताल में डाक्टरों और नर्सो के हंगामे के बीच मानवीय संवेदनाओं को तार तार करने वाली तस्वीर भी सामने आई है। हंगामा काट रहे डाक्टरों और स्टाफ नर्सो ने जिला अस्पताल के इमरजेन्सी वार्ड में भर्ती मरीजो को भी वार्ड से बाहर निकाल इमरजेन्सी वार्ड के दरवाजे को बन्द कर दिया।
जिससे बृद्ध मरीजो को खासी दिक्कतो का सामना करना पड़ा वही मेन गेट बन्द होने से जिला अस्पताल उपचार कराने आये मरीज घंटो अस्पताल के मेन गेट पर इस आशय के साथ खड़े रहे कि शायद हंगामा समाप्त होगा और उनका उपचार हो सकेगा। लेकिन मेन गेट बन्द रहा। यहां तक की कोरोना जाँच कराने आये परिवार तक को ये कहकर वापस लौटा दिया गया कि कल आना आज अस्पताल बन्द है। ये सब देख मरीजो को आखिर बिना उपचार कराय ही लौटना पड़ा।
कन्नौज से शिवा पटेल की रिपोर्ट