रास्तों में भरा लबालब पानी गढ्ढे बने स्विमिंग पूल
फतेहपुर के ब्लॉक हथगाम के ग्राम सभा कूधन के गांव गोदाम पर में पहली बारिश होते ही गांव के विकास कार्यों की खुली पोल यह पानी भरते हुए लगभग 3 वर्ष हो गए हैं हमेशा बारिश होते ही इस गांव में किसी भी रास्ते से निकलना मुश्किल हो जाता है। क्योंकि यहां का ग्राम प्रधान किसी भी प्रकार के विकास कार्य नही करवाते हैं।
अक्सर चुनाव के पहले प्रतिनिधियों द्वारा किए गए बड़े बड़े वादों को ध्यान में रखकर लोग किसी बड़े अधिक वादे करने वाले को वोट देकर अपना प्रतिनिधि चुनते हैं लेकिन होता ये है कि चुना गया प्रतिनिधि आवाम के भरोसे पर सच्चा नहीं उतरता। कुछ ऐसी ही कहानी है ग्राम - गोदामपर ,ग्राम सभा - कूंधन की जहां पहली रिमझिम बारिश के साथ ही ग्रामीणों का घर से निकलना दूभर हो गया है। ग्राम निवासी विपिन व सुमित ने बताया कि ग्राम प्रधान का नाम इसहाक निवासी डगडगी का है बारिश के मौसम में जो जल भराव होता है रास्ते में उस रास्ते से बच्चे बुजुर्ग गाड़ी पैदल निकलना भी मुश्किल है जलभराव होने की वजह से ग्रामीणों को मजबूरी का सामना करना पड़ता है यहां पर बरसात का पानी निकलने की कोई भी व्यवस्था नहीं है।
यहां तक की इस समय अगर कोई व्यक्ति बीमार हो जाए तो उसको गांव के अंदर एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं उपलब्ध हो सकती उसको उठाकर गांव के बाहर ले जाएं तब उसे एंबुलेंस प्राप्त हो सकती है। ये तो चलो बंद विद्यालयों के चलते छोटे बच्चों का घरों से अधिक निकलना नही हो पाता अन्यथा आए दिन बच्चे भी चुटहिल होकर ही घर आते थे
विमलेश कुमार मौर्या की रिपोर्ट।
फतेहपुर के ब्लॉक हथगाम के ग्राम सभा कूधन के गांव गोदाम पर में पहली बारिश होते ही गांव के विकास कार्यों की खुली पोल यह पानी भरते हुए लगभग 3 वर्ष हो गए हैं हमेशा बारिश होते ही इस गांव में किसी भी रास्ते से निकलना मुश्किल हो जाता है। क्योंकि यहां का ग्राम प्रधान किसी भी प्रकार के विकास कार्य नही करवाते हैं।
अक्सर चुनाव के पहले प्रतिनिधियों द्वारा किए गए बड़े बड़े वादों को ध्यान में रखकर लोग किसी बड़े अधिक वादे करने वाले को वोट देकर अपना प्रतिनिधि चुनते हैं लेकिन होता ये है कि चुना गया प्रतिनिधि आवाम के भरोसे पर सच्चा नहीं उतरता। कुछ ऐसी ही कहानी है ग्राम - गोदामपर ,ग्राम सभा - कूंधन की जहां पहली रिमझिम बारिश के साथ ही ग्रामीणों का घर से निकलना दूभर हो गया है। ग्राम निवासी विपिन व सुमित ने बताया कि ग्राम प्रधान का नाम इसहाक निवासी डगडगी का है बारिश के मौसम में जो जल भराव होता है रास्ते में उस रास्ते से बच्चे बुजुर्ग गाड़ी पैदल निकलना भी मुश्किल है जलभराव होने की वजह से ग्रामीणों को मजबूरी का सामना करना पड़ता है यहां पर बरसात का पानी निकलने की कोई भी व्यवस्था नहीं है।
यहां तक की इस समय अगर कोई व्यक्ति बीमार हो जाए तो उसको गांव के अंदर एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं उपलब्ध हो सकती उसको उठाकर गांव के बाहर ले जाएं तब उसे एंबुलेंस प्राप्त हो सकती है। ये तो चलो बंद विद्यालयों के चलते छोटे बच्चों का घरों से अधिक निकलना नही हो पाता अन्यथा आए दिन बच्चे भी चुटहिल होकर ही घर आते थे
विमलेश कुमार मौर्या की रिपोर्ट।