अंबेडकर नगर। जिला अस्पताल में सीटी स्कैन सेवा सोमवार को भी ठप रही। नेटवर्क की दिक्कत से मरीजों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। जिला अस्पताल प्रशासन के इस रवैए को लेकर मरीजों व तीमारदारों ने उदासीनता का आरोप लगाया। कहा कि मनमानी के चलते ही मरीजों के हितों का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। मरीज लम्बी दूरी तय कर नि:शुल्क जांच की उम्मीद में यहां पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें मायूसी हाथ लग रही है। बताते चलें कि जिला अस्पताल में कोरोना महामारी के चलते लम्बे समय बाद सभी सेवाएं बहाल हुई हैं। ऐसे में प्रतिदिन मरीज भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। खासकर मरीज नि:शुल्क जांच की उम्मीद में यहां पहुंचते हैं।
सीटी स्कैन जांच निजी सेंटरों पर 2 से ढाई हजार रुपए खर्च करने के बाद होती है। ऐसे में मरीज जिला अस्पताल में कराना मुनासिब समझते हैं। परन्तु जिला अस्पताल में सीटी स्कैन जांच सेवा तीन दिनों से बेपटरी है। सोमवार को बेवाना, कटेहरी, राजेसुल्तानपुर, आलापुर, भीटी, महरुआ आदि क्षेत्रों से लगभग 30 मरीज जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन जांच ठप होने से उन्हें मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। मरीजों ने काफी देर तक अस्पताल में बैठकर जांच शुरू होने की उम्मीद में इंतजार भी किया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी। मरीजों ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। कहा कि अस्पताल प्रशासन की उदासीनता के चलते व्यवस्थाओं को सुचारु रखने की तरफ ध्यान नहीं दिया जाता। उधर, सीएमएस डॉ. पीएन यादव ने बताया कि नेटवर्क की खराबी के चलते जांच प्रभावित हुई। इसके समाधान के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है।
सीटी स्कैन जांच निजी सेंटरों पर 2 से ढाई हजार रुपए खर्च करने के बाद होती है। ऐसे में मरीज जिला अस्पताल में कराना मुनासिब समझते हैं। परन्तु जिला अस्पताल में सीटी स्कैन जांच सेवा तीन दिनों से बेपटरी है। सोमवार को बेवाना, कटेहरी, राजेसुल्तानपुर, आलापुर, भीटी, महरुआ आदि क्षेत्रों से लगभग 30 मरीज जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन जांच ठप होने से उन्हें मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। मरीजों ने काफी देर तक अस्पताल में बैठकर जांच शुरू होने की उम्मीद में इंतजार भी किया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी। मरीजों ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। कहा कि अस्पताल प्रशासन की उदासीनता के चलते व्यवस्थाओं को सुचारु रखने की तरफ ध्यान नहीं दिया जाता। उधर, सीएमएस डॉ. पीएन यादव ने बताया कि नेटवर्क की खराबी के चलते जांच प्रभावित हुई। इसके समाधान के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है।